नई दिल्ली में एक मीडिया इवेंट के दौरान गाड़ी लॉन्च करते विराट कोहली
नई दिल्ली:
विराट कोहली बांग्लादेश दौरे से पहले थोड़े बदले-बदले से नज़र आ रहे हैं। विराट के सुर बदले हुए हैं। शायद फुल टाइम टेस्ट कप्तान की ज़िम्मेदारी का एहसास उन्हें है। मैदान और मैदान के बाहर आक्रामक नज़र आने वाले विराट ने ऑडी की कार लॉन्च पर अपने पहले लक्ष्य का खुलासा किया।
कोहली ने कहा कि सबसे पहले मैं टीम में एक ऐसा माहौल बनाना चाहता हूं, जहां हर कोई सुरक्षित महसूस करें और आपस में कोई झिझक ना हो। हर खिलाड़ी अपनी बात सहजता से कह सके और टीम को आगे ले जाने में अपना योगदान हर तरीके से दे।
साफ़ है कि वह साथी खिलाड़ियों को सम्मान देने और उनकी बात सुनने की इच्छा ज़ाहिर कर रहे हैं। इतना ही नहीं वह कप्तान धोनी की कप्तानी से भी सीख लेकर अपने हाव-भाव और जुबां से नहीं, अपनी सोच में आक्रमकता को बरकरार रखना चाहते हैं।
एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में विराट ने कहा, '...एक अच्छा कप्तान बनने के लिए आपको अपनी भावनाओं को अपने चेहरे पर नहीं आने देना चाहिए... मुझे इस तरफ़ थोड़ा काम करने की ज़रूरत है।'
कोहली मानते है कि धोनी ने हर फ़ॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए बहुत कुछ किया है और उनकी विरासत को आगे ले जाना आसान नहीं होगा। विराट के अनुसार, 'धोनी ने भारतीय क्रिकेट के लिए जो भी किया, उससे बेहतर करना मुश्किल है। वो अपनी कप्तानी के शुरुआती दिनों में सीनियर खिलाड़ियों के साथ संयमित रहे और अब युवा खिलाड़ियों पर भी अपनी मर्ज़ी नहीं थोपते।'
हालांकि इन सबके बावजूद कोहली यह भी कहते हैं कि वो ना तो किसी के लिए, ना ही किसी के कहने पर अपने आप को बदलने वाले हैं।
विराट के मुताबिक, 'कप्तान के तौर पर मुझे अपने अंदर कुछ बदलाव करने हैं, लेकिन मैं मैदान पर अपना आक्रामक रवैया कप्तानी में भी बरकरार रखूंगा।' विराट कप्तानी की ज़िम्मेदारी को अपना बहुत बड़ा इम्तिहान मानते हैं और उनका इरादा भारतीय टेस्ट टीम को नंबर 1 टीम बनाने का है।
कोहली ने कहा कि सबसे पहले मैं टीम में एक ऐसा माहौल बनाना चाहता हूं, जहां हर कोई सुरक्षित महसूस करें और आपस में कोई झिझक ना हो। हर खिलाड़ी अपनी बात सहजता से कह सके और टीम को आगे ले जाने में अपना योगदान हर तरीके से दे।
साफ़ है कि वह साथी खिलाड़ियों को सम्मान देने और उनकी बात सुनने की इच्छा ज़ाहिर कर रहे हैं। इतना ही नहीं वह कप्तान धोनी की कप्तानी से भी सीख लेकर अपने हाव-भाव और जुबां से नहीं, अपनी सोच में आक्रमकता को बरकरार रखना चाहते हैं।
एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में विराट ने कहा, '...एक अच्छा कप्तान बनने के लिए आपको अपनी भावनाओं को अपने चेहरे पर नहीं आने देना चाहिए... मुझे इस तरफ़ थोड़ा काम करने की ज़रूरत है।'
कोहली मानते है कि धोनी ने हर फ़ॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए बहुत कुछ किया है और उनकी विरासत को आगे ले जाना आसान नहीं होगा। विराट के अनुसार, 'धोनी ने भारतीय क्रिकेट के लिए जो भी किया, उससे बेहतर करना मुश्किल है। वो अपनी कप्तानी के शुरुआती दिनों में सीनियर खिलाड़ियों के साथ संयमित रहे और अब युवा खिलाड़ियों पर भी अपनी मर्ज़ी नहीं थोपते।'
हालांकि इन सबके बावजूद कोहली यह भी कहते हैं कि वो ना तो किसी के लिए, ना ही किसी के कहने पर अपने आप को बदलने वाले हैं।
विराट के मुताबिक, 'कप्तान के तौर पर मुझे अपने अंदर कुछ बदलाव करने हैं, लेकिन मैं मैदान पर अपना आक्रामक रवैया कप्तानी में भी बरकरार रखूंगा।' विराट कप्तानी की ज़िम्मेदारी को अपना बहुत बड़ा इम्तिहान मानते हैं और उनका इरादा भारतीय टेस्ट टीम को नंबर 1 टीम बनाने का है।
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