- दूसरे टेस्ट में भारत को 408 रन से हराकर 2-0 से सीरीज अपने नाम की, जो भारत की सबसे बड़ी टेस्ट हार है
- कोहली और रोहित के टेस्ट से रिटायरमेंट के बाद भारतीय टीम कमजोर हुई है और टीम बार-बार हार रही है.
- भारतीय टीम ने घरेलू मैदान पर कई वर्षों बाद टेस्ट और वनडे दोनों में हार का सामना किया है,.
IND vs SA, Gautam Gambhir: गौतम गंभीर की कोचिंग में भारतीय टीम लगातार खराब खेल रही है, भारत को घरेलू क्रिकेट में गंभीर की कोचिंग में लगातार दूसरी बार क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा है. कोच गंभीर की रणनीतियों पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. हालांकि बीसीसीआई ने गंभीर को पूरा सपोर्ट करने का फैसला किया है. BCCI सूत्रों ने NDTV को बताया, "हम अभी गौतम गंभीर को बदलने के बारे में नहीं सोच रहे हैं, वह टीम को फिर से बना रहे हैं।.उनका कॉन्ट्रैक्ट 2027 वर्ल्ड कप तक है"

भारत की शर्मनाक हार पर गंभीर सवाल
बता दें कि गंभीर कोचिंग में में भारत के टेस्ट परफॉर्मेंस में गिरावट आई है. गंभीर की कोचिंग में टीम को जीत से ज़्यादा हार मिली है, भारत बार-बार 300 से ज़्यादा का स्कोर बनाने में नाकाम रहा है. यह गिरावट विराट कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से हाल ही में रिटायरमेंट के बाद आई है. ये दो दिग्गज खिलाड़ी हैं, जिन्होंने एक दशक से ज़्यादा समय तक भारत की बैटिंग लाइनअप को संभाला था. भारत को पिछले साल न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ घरेलू सीरीज़ में 3-0 से वाइटवॉश का सामना करना पड़ा, इसके बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया से 3-1 से हार मिली, जिसके दौरान वे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए क्वालीफाई करने से भी चूक गए थे.
घर में भारत की एक और हार ने टीम इंडिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
गंभीर की कोचिंग में (टेस्ट/ वनडे) टीम इंडिया का परफॉर्मेंस
- - 27 साल बाद, SL के खिलाफ कोई बाइलेटरल ODI सीरीज़ हारी
- - पहली बार, 3 मैचों की ODI सीरीज़ में 30 विकेट से हारी
- - 45 साल बाद, भारत ODI में एक कैलेंडर साल में बिना जीत के रहा
- - 36 साल बाद, भारत अपने घर में NZ के खिलाफ टेस्ट हारा
- - 19 साल बाद, भारत चिन्नास्वामी में टेस्ट हारा
- - पहली बार, अपने घर में 50 रन से कम पर आउट हुआ
- - पहली बार, अपने घर में NZ के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ हारी
- - 12 साल बाद, अपने घर में कोई टेस्ट सीरीज़ हारी
- - 12 साल बाद, अपने घर में लगातार दो टेस्ट हारे
- - 12 साल बाद, हारे वानखेड़े में टेस्ट मैच
- - 47 साल बाद, लगातार 3 होम टेस्ट हारे
- - पहली बार, होम ग्राउंड पर 200 से कम का टारगेट चेज़ करने में फेल रहे (टारगेट 147, वानखेड़े)
- - पहली बार, इंडिया होम टेस्ट सीरीज़ में व्हाइटवॉश (3-0) हुआ
- - 13 साल बाद, मेलबर्न में टेस्ट मैच हारे
- - 10 साल बाद, बैक टू बैक टेस्ट सीरीज़ हारे
- - 10 साल बाद, बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी हारे
- - 12 साल बाद, इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टेस्ट सीरीज़ में 3 मैच हारे
- - पहली बार WTC फाइनल के लिए क्वालिफ़ाई करने में फेल रहे
- - इंडिया 5 सेंचुरी बनाने के बाद टेस्ट मैच हारने वाली पहली टीम बनी (लीड्स)
- - इंडिया 92 साल के टेस्ट इतिहास में सिर्फ़ दूसरी बार 350+ रन डिफेंड करने में फेल रहे (लीड्स)
- - सिर्फ़ दूसरी बार, IND फेल रहे इंग्लैंड के खिलाफ 200 से कम का टारगेट चेज़ किया (टारगेट 190, लॉर्ड्स)
- - 11 साल बाद, 600+ रन खाए (मैनचेस्टर)
- - 17 लंबे सालों के बाद, एडिलेड में ODI हारा
- - 15 साल बाद, घर पर SA के खिलाफ टेस्ट मैच हारा
- - 8 साल बाद, इंडिया ईडन गार्डन्स में इंटरनेशनल मैच हारा (लगातार 9 जीत के बाद)
- - इंडिया 124 के टारगेट का चेज़ करने में फेल रहा
- (घर पर उनका सबसे कम फेल चेज़)
25 साल बाद, SA के खिलाफ होम टेस्ट सीरीज़ हारी
टेस्ट में सबसे बड़ी हार (408 रन) दर्ज की*
इंडिया में किसी विज़िटिंग टीम द्वारा सेट किया गया अब तक का सबसे बड़ा टारगेट (549)
30 साल बाद, इंडिया ने अपने बैट्समैन के एक भी सेंचुरी के बिना होम टेस्ट सीरीज़ खत्म की.
बैक टू बैक कैलेंडर इयर्स में पहली बार होम टेस्ट में टीम इंडिया का हुआ वाइटवॉश
TOUGH TIMES FOR COACH GAUTAM GAMBHIR...!!!! pic.twitter.com/Z00RaCmDCZ
— Johns. (@CricCrazyJohns) November 26, 2025
भारत की शर्मनाक हार पर गंभीर सवाल
एक समय था जब भारत में टेस्ट जीतना क्रिकेट की सबसे मुश्किल चुनौतियों में से एक था. लेकिन अब ऐसा नहीं लग रहा है. भारत ने अपने घरेलू टेस्ट में 2013 से 2022 तक 2 टेस्ट मैच हारे थे, लेकिन इसके बाद 2023 से 2025 तक 7 मैच हारे हैं अबतक.
408 रन से हारा भारत
भारत के सामने 549 रन का असंभव लक्ष्य था और उसकी पूरी टीम मैच के पांचवें और अंतिम दिन 140 रन पर आउट हो गई, साउथ अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 489 रन बनाए थे जिसके जवाब में भारतीय टीम 201 रन पर आउट हो गई थी. साउथ अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी पांच विकेट पर 260 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी. भारत की तरफ से रविंद्र जडेजा ही कुछ संघर्ष कर पाए.
उन्होंने 87 गेंदों में 54 रन बनाए. हार्मर ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 37 रन देकर छह विकेट तथा मैच में कुल नौ विकेट लिए. एडेन मार्क्रम ने नौ कैच लेकर एक टेस्ट मैच में सर्वाधिक कैच का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने भारत के अजिंक्य रहाणे के 2015 में लिए गए आठ कैच के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा. साउथ अफ्रीका ने कोलकाता में खेला गया पहला टेस्ट मैच 30 रन से जीता था.
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