टीम इंडिया (फाइल फोटो)
कोलंबो टेस्ट में भारत ने श्रीलंका के सामने 386 रन की चुनौती रख दी है...ऐसे में टीम इंडिया 22 साल के लंबे इंतजार के बाद सीरीज जीतने की स्थिति में दिखाई दे रही है...और यह कमाल दिखाने के लिए टीम इंडिया के गेंदबाजों को पांचवें दिन अपना पूरा दमखम झोंकना होगा।
कोलंबो टेस्ट में अब श्रीलंका के बल्लेबाजों को टेस्ट बचाने के लिए सोमवार को बचे हुए सत्र में और मंगलवार को पूरे विकेट पर टिकना होगा। जिस तरह से भारतीय गेंदबाजों के सामने श्रीलंका ने पहली पारी में 47 रन के भीतर 6 विकेट गंवा दिए थे, उसे देखते हुए श्रीलंका के लिए टेस्ट बचाना मुश्किल दिख रहा है।
श्रीलंकाई बल्लेबाजों के लिए पहली पारी में ईशांत शर्मा पहेली साबित हुए।15 ओवरों की गेंदबाजी में ईशांत ने पांच विकेट चटकाए और अब उनकी नजर दूसरी पारी की गेंदबाजी पर होगी। अगर ईशांत ने श्रीलंका के शुरुआती बल्लेबाजों को जमने नहीं दिया, तो फिर भारत के लिए जीत आसान हो जाएगी।
इस भरोसे की सबसे बड़ी वजह भारतीय गेंदबाजी आक्रमण में आर अश्विन और अमित मिश्रा की मौजूदगी है। ये दोनों इस सीरीज में भारत के सबसे कामयाब गेंदबाजों में शामिल हैं। अश्विन को तीसरे टेस्ट की पहली पारी में भले कोई विकेट नहीं मिला हो, लेकिन वे पहले दो टेस्ट मैचों में 17 विकेट झटक चुके हैं। खासकर श्रीलंका के बाएं हाथ के बल्लेबाजों के पास अश्विन की ऑफ स्पिन और गुगली का कोई जवाब नहीं है।
वहीं दूसरी ओर अमित मिश्रा भी अब तक इस सीरीज में 14 विकेट झटक चुके हैं। जाहिर है इन दोनों की फिरकी के सामने श्रीलंकाई बल्लेबाजों के लिए दिन भर विकेट पर टिक पाना आसान नहीं होगा। वैसे भी कोलंबो की पिच आखिरी दिन स्पिनरों को मदद देने वाली है।
ऐसे में टीम इंडिया 22 साल बाद श्रीलंकाई जमीं पर इतिहास रचने के करीब है। टेस्ट सीरीज जीतने के लिए केवल आखिरी दिन भारतीय गेंदबाजों को लाइन लेंथ पर गेंदबाजी करनी है। विराट कोहली के लिए टेस्ट कप्तान के तौर यह कामयाब शुरुआत होगी। वे अपनी पहली बड़ी सीरीज में टीम इंडिया को जीत दिलाने की कगार पर हैं।
कोलंबो टेस्ट में अब श्रीलंका के बल्लेबाजों को टेस्ट बचाने के लिए सोमवार को बचे हुए सत्र में और मंगलवार को पूरे विकेट पर टिकना होगा। जिस तरह से भारतीय गेंदबाजों के सामने श्रीलंका ने पहली पारी में 47 रन के भीतर 6 विकेट गंवा दिए थे, उसे देखते हुए श्रीलंका के लिए टेस्ट बचाना मुश्किल दिख रहा है।
श्रीलंकाई बल्लेबाजों के लिए पहली पारी में ईशांत शर्मा पहेली साबित हुए।15 ओवरों की गेंदबाजी में ईशांत ने पांच विकेट चटकाए और अब उनकी नजर दूसरी पारी की गेंदबाजी पर होगी। अगर ईशांत ने श्रीलंका के शुरुआती बल्लेबाजों को जमने नहीं दिया, तो फिर भारत के लिए जीत आसान हो जाएगी।
इस भरोसे की सबसे बड़ी वजह भारतीय गेंदबाजी आक्रमण में आर अश्विन और अमित मिश्रा की मौजूदगी है। ये दोनों इस सीरीज में भारत के सबसे कामयाब गेंदबाजों में शामिल हैं। अश्विन को तीसरे टेस्ट की पहली पारी में भले कोई विकेट नहीं मिला हो, लेकिन वे पहले दो टेस्ट मैचों में 17 विकेट झटक चुके हैं। खासकर श्रीलंका के बाएं हाथ के बल्लेबाजों के पास अश्विन की ऑफ स्पिन और गुगली का कोई जवाब नहीं है।
वहीं दूसरी ओर अमित मिश्रा भी अब तक इस सीरीज में 14 विकेट झटक चुके हैं। जाहिर है इन दोनों की फिरकी के सामने श्रीलंकाई बल्लेबाजों के लिए दिन भर विकेट पर टिक पाना आसान नहीं होगा। वैसे भी कोलंबो की पिच आखिरी दिन स्पिनरों को मदद देने वाली है।
ऐसे में टीम इंडिया 22 साल बाद श्रीलंकाई जमीं पर इतिहास रचने के करीब है। टेस्ट सीरीज जीतने के लिए केवल आखिरी दिन भारतीय गेंदबाजों को लाइन लेंथ पर गेंदबाजी करनी है। विराट कोहली के लिए टेस्ट कप्तान के तौर यह कामयाब शुरुआत होगी। वे अपनी पहली बड़ी सीरीज में टीम इंडिया को जीत दिलाने की कगार पर हैं।
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