IND vs ENG WC 2023: 230 के टारगेट को भी टीम इंडिया डिफेंड कर 'जीत का छक्का' लगा पाई. क्योंकि, टीम इंडिया में अमर-अकबर-एथंनी की एक तिकड़ी ऐसी हैजो किसी भी मुश्किल हालात से टीम को जीत का सफ़र करवाने का माद्दा रखती है. और ये तिकड़ी बल्लेबाज़ों की नहीं...टीम इंडिंया के गेंदबाज़ों की है. बुमराह-शमी और कुलदीप हैं टीम इंडिया के नायाब अमर,अकबर, एंथनी. डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड के लिए भारत के ख़िलाफ़ 230 का लक्ष्य हासिल करना शायद जीत का आसान मौक़ा माना जा रहा था. लेकिन इस तिकड़ी ने विपक्षी टीम की उम्मीदों पर एक बार फिर पानी फेर दिया.
क्रिकेट के आंकड़ा विशेषज्ञ Sarvesh @CricAspect, जो कि एक मैकेनिकल इंजीनियर और इन्वेस्टमेंट बैंकर जो कि Python coding language के ज़रिये इस तिकड़ी को लेकर एक दिलचस्प बात बताते हैं. वो कहते हैं, "पिछले पांच सालों में, 2018 के बाद बुमराह ने अगर पावर प्ले में 2 या ज़्यादा विकेट लिए हैं तो भारत ने 80 फ़ीसदी मैच (5 में से 4 मैच) जीते हैं. अगर मो. शमी ने 2018 के बाद पावर प्ले में 2 या ज़्यादा विकेट लिये हैं भारत को 100 फ़ीसदी मैचों में जीत मिली है."
सर्वेश ये भी बतातेहैं कि इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मैच से पहले बुमराह, शमी और कुलदीप यादव की ख़िसियत ये भी रही कि इन तीनों ने 50% से ज़्यदा Dot गेंदें डालीं. यानी कि इनके ओवर की आधी से ज़्यादा गेंदों पर बल्लेबाज़ रनों को तरसते रहे. इसी वजह से बाक़ी के तीन गेंदों पर बल्लेबाज़ों ने एक्स्ट्रा दबाव में भी इन्हें विकेट भी दिये. बुमराह ने इंग्लैंड के मैच से पहले 66.7% डॉट गेंदें डालीं जबकि कुलदीप यादव ने क़रीब 52% और मो. शमी ने क़रीब 53% डॉट गेंदें डालीं.
बड़ी बात ये भी है कि ये गेंदबाज़ अपने लिए नहीं टीम के लिए खेलते ज़्यादा नजर आ रहे हैं. पूर्व टेस्ट क्रिकेटर vijay dahiya @vijdahiya (विजय दहिया) कहते हैं, "शुरुआत शमी और बुमराह और सिराज कर रहे हैं और बच गए बल्लेबाज़ को को कुलदीप यादव नहीं छोड़ते हैं. कुलदीप के पास ये क्षमता है कि वो शुरुआत में विपक्षी टीम पर बने प्रेशर को बरक़रार ऱकते हैं. अगर बड़े टूर्नामेंट जीतने हैं तो आपको गेंदबाज़ ही जितायेंगे. सिर्फ़ तीन नहीं टीम इंडिया के पांचों गेंदबाज़ कमाल की गेंदबाज़ी कर रहे हैं."
पूर्व टेस्ट क्रिकेटर Syed Saba Karim @SyedSabaKarim5 (सैयद सबा करीम) कहते हैं, "मैं तो कहूंगा सबके सब तुरुप का इक्का हैं. ये तीन टीम इंडिया के स्ट्राइक बॉलर हैं. ये गेंदबाज़ टीम इंडिया को कभी भी विकेट निकाल कर दे सकते हैं. रोहित शर्मा ने इनपर भरोसा जताया और ये उनके भरोसे पर 100 फ़ीसदी खरा उतरे हैं."
Please Update the final bowling figure after the match: जसप्रीत बुमराह (15 विकेट ) मो. शमी ( 9 विकेट) और कुलदीप यादव (10 विकेट) ने 6 मैचों में अबतक कुल 34 विकेट झटके हैं. तीसरी बार ख़िताब के लिए टीम इंडिया की जीत की मज़बूत नींव डल गई है. क्रिकेट एक्सपर्ट्स और फ़ैंस को भरोसा बढ़ता जा रहा है कि टीम इंडिया 1983 और 2011 का इतिहास तिहराने वाली है.
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