न्यूजीलैंड के बल्लेबाज कोलिन मुनरो
नई दिल्ली: कोलिन मुनरो के तूफानी अर्धशतक से न्यूजीलैंड ने त्रिकोणीय टी-20 सीरीज के अंतिम मैच में इंग्लैंड के खिलाफ दो रन की हार के बावजूद फाइनल में जगह बनाई जहां उसका सामना आस्ट्रेलिया से होगा. वहीं सलामी बल्लेबाज मुनरो ने 21 गेंद में सात छक्कों और तीन चौकों की मदद से खेली 57 रन की पारी खेली में फिर से इस फॉर्मेट का वह इतिहास दोहराया, जिसे भेद पाना किसी भी बल्लेबाज के लिए बहुत ही टेढ़ी खीर साबित होगा.
मुनरो के साथी सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने भी 47 गेंद में चार छक्कों और तीन चौकों से 62 रन की पारी खेली, लेकिन इसके बावजूद न्यूजीलैंड की टीम 195 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चार विकेट पर 192 रन ही बना सकी. हांगकांग में जन्मे मार्क चैपमैन ने भी नाबाद 37 रन बनाए. इससे पहले चोट के बाद वापसी कर रहे कप्तान इयोन मोर्गन के नाबाद 80 रन की बदौलत इंग्लैंड ने सात विकेट पर 194 रन बनाए.
यह भी पढ़ें : विराट कोहली की बैटिंग पर फिदा हुईं ये पाकिस्तानी महिला क्रिकेटर इससे पहले न्यूजीलैंड ने आठवें ओवर की शुरुआत में ही जरूरी रन रेट बरकरार रखने जितने रन बना लिए .और इसमें मुनरो की अहम भूमिका रही.मुनरो ने गप्टिल के साथ पहले छह ओवर में 77 रन की तूफानी साझेदारी की. आदिल राशिद ने मुनरो को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा. गुप्टिल और चैपमैन ने टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया लेकिन जीत नहीं दिला सके. न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने टास जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। इंग्लैंड ने सलामी बल्लेबाजों एलेक्स हेल्स (01) और जेसन राय (21) के विकेट जल्दी गंवाए लेकिन मोर्गन और मलान ने 10 ओवर में टीम का स्कोर दो विकेट पर 85 रन तक पहुंचाया. न्यूजीलैंड की ओर से ट्रेंट बोल्ट ने 50 रन देकर तीन जबकि टिम साउदी ने 22 रन देकर दो विकेट चटकाए.
VIDEO : सेंचुरियन में शतक बनाने के बाद विराट कोहली इंग्लैंड दो रन से जीत के बावजूद इसलिए बाहर हो गया क्योंकि उसने सीरीज में सभी मैच गंवाए थे. और रन रेट के आधार पर मेजबान टीम को पछाड़ने के लिए उसे 20 रन की दरकार थी, जिससे वह बुधवार को फाइनल का हिस्सा बन सकें. लेकिन इंग्लिश टीम की बेहतरीन कोशिश उसे 'फाइनल अंजाम' तक नहीं ले जा सकी. वहीं कीवी बल्लेबाज कोलिन मुनरो सिर्फ 18 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने खेल के सबसे छोटे प्रारूप में छठे सबसे तेज अर्धशतक की बराबरी की.