पर्थ:
पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट क्लार्क का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ वाका में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में चार तेज गेंदबाजों के साथ नहीं उतरना चाहिए क्योंकि स्पिनर की अनुपस्थिति में वह धीमी ओवर गति के कारण परेशानी में पड़ सकता है।
क्लार्क ने हेरल्ड सन से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि चार तेज गेंदबाजों के साथ हमेशा एक अतिरिक्त गेंदबाज होना चाहिए। मैं नहीं समझता कि स्पिनर या किसी अन्य विकल्प के बिना कभी आक्रमण संतुलित होता है। यदि विकेट पर घास हो तो स्पिनर को नहीं उतारने का विकल्प रहता है लेकिन यदि स्पिनर नहीं रहता है तो आपको धीमी ओवर गति की समस्या से जूझना पड़ सकता है।’’ इस पूर्व तेज गेंदबाज का मानना है कि ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के होने से टीम को श्रृंखला में 3-0 से बढ़त बनाने में ही मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘यहां जिस तरह की हवा चलती है, वैसे में यदि आपके पास आफ स्पिनर हो जो गेंद को टर्न दे सके तो मैं उसे टीम में रखने का पक्ष लूंगा तथा लियोन गेंद को अच्छी तरह से टर्न दे रहा है।’’ ऑस्ट्रेलिया चार साल पहले 2008 में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरा था और भारत ने तब उसे हरा दिया था।
क्लार्क ने हेरल्ड सन से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि चार तेज गेंदबाजों के साथ हमेशा एक अतिरिक्त गेंदबाज होना चाहिए। मैं नहीं समझता कि स्पिनर या किसी अन्य विकल्प के बिना कभी आक्रमण संतुलित होता है। यदि विकेट पर घास हो तो स्पिनर को नहीं उतारने का विकल्प रहता है लेकिन यदि स्पिनर नहीं रहता है तो आपको धीमी ओवर गति की समस्या से जूझना पड़ सकता है।’’ इस पूर्व तेज गेंदबाज का मानना है कि ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के होने से टीम को श्रृंखला में 3-0 से बढ़त बनाने में ही मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘यहां जिस तरह की हवा चलती है, वैसे में यदि आपके पास आफ स्पिनर हो जो गेंद को टर्न दे सके तो मैं उसे टीम में रखने का पक्ष लूंगा तथा लियोन गेंद को अच्छी तरह से टर्न दे रहा है।’’ ऑस्ट्रेलिया चार साल पहले 2008 में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरा था और भारत ने तब उसे हरा दिया था।
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