होबार्ट:
सलामी बल्लेबाज महेला जयवर्धने और दिनेश चंदीमल के अर्धशतकों से श्रीलंका त्रिकोणीय शृंखला एकदिवसीय मैच में ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हराकर अंक तालिका में 14 अंक लेकर शीर्ष पर पहुंच गया।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया ने युवा बल्लेबाज पीटर फोरेस्ट (104) के वनडे में पहले शतक और कप्तान माइकल क्लार्क की 72 रन की पारी से छह विकेट पर 280 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। जवाब में श्रीलंका ने जयवर्धने के 85 और चंदीमल के 80 रन की मदद से 49.2 ओवर में सात विकेट पर 283 रन बनाकर जीत दर्ज की।
श्रीलंका इस तरह से बेलरीव ओवल में सर्वाधिक लक्ष्य हासिल करने वाली टीम बन गई है। श्रीलंका की टीम छह मैचों में तीन जीत, दो हार और एक टाई से 14 अंक हासिल कर शीर्ष पर पहुंच गई। उसे इस मैच से तीन अंक मिले। ऑस्ट्रेलिया के इतने ही मैच में तीन जीत के साथ 14 अंक हैं, लेकिन वह नेट रन रेट में श्रीलंका से पीछे है। खराब फॉर्म में चल रही भारतीय टीम इतने ही मैचों में 10 अंक लेकर निचले पायदान पर है और उसे फाइनल में पहुंचने के लिए बाकी बचे दोनों मैच जीतने होंगे।
जीत के लिए श्रीलंका को अंतिम दो ओवर में 17 रन की जरूरत थी और उसने 49वें ओवर में एंजेलो मैथ्यूज (24) का विकेट गंवाने के बावजूद तिसारा परेरा के एक छक्के और एक चौके से 14 रन जोड़ लिए। इससे उसे अंतिम ओवर केवल तीन रन की दरकार थी। शीर्ष स्कोरर रहे जयवर्धने ने 81 गेंद में छह चौके और एक छक्के की मदद से 85 रन आक्रामक पारी खेली और चंदीमल के साथ तीसरे विकेट के लिए सर्वाधिक 63 रन की भागीदारी निभाई।
जयवर्धने 27वें ओवर में जेवियर डोरथी का शिकार बने। चंदीमल ने 100 गेंद में सात चौके की मदद से 80 रन बनाए। कुमार संगकारा ने 22, लाहिरू थिरिमाने और मैथ्यूज ने 24-24 रन तथा परेरा ने नाबाद 21 रन का योगदान दिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए डेनियल क्रिस्टियन सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने आठ ओवर में 53 रन देकर तीन विकेट चटकाए, वहीं बेन हिल्फेन्हास ने दो, जबकि रेयान हैरिस और डोरथी ने एक-एक विकेट प्राप्त किया। इससे पहले फोरेस्ट ने एक दिवसीय क्रिकेट में अपना पहला सैकड़ा अपने चौथे मैच में बनाया। उन्हें टीम से बाहर किए रिकी पोंटिंग की जगह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी लाइन अप में तीसरे स्थान पर उतारा गया।
त्रिकोणीय शृंखला के पिछले तीन मैचों में फोरेस्ट ने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की और दो अर्धशतक बनाए। उन्होंने अब तक चार पारियों में कुल 234 रन बनाए हैं और सीमित ओवरों के किसी भी मैच में यह उनका पहला शतक है। ऑस्ट्रेलिया ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों के विकेट जल्दी गंवा दिए, जिसके बाद फोरेस्ट ने त्रिकोणीय शृंखला में पहले शतक के अलावा क्लार्क के साथ तीसरे विकेट के लिए 154 रन की साझेदारी निभाई। ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने दूसरे ही ओवर में सलामी बल्लेबाज मैथ्यू वेड (5) का विकेट गंवा दिया।
दूसरे सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर (7) भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और फरवेज महरूफ की गेंद पर विकेटकीपर संगकारा को कैच देकर आउट हो गए। नुआन कुलाशेखरा ने श्रीलंका को पहली सफलता वेड के रूप में दिलाई, जिनके पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर जयवर्धने ने कैच लपका। लेकिन इसके बाद फोरेस्ट और क्लार्क ने मिलकर पारी को संभाला। फोरेस्ट ने एडीलेड में भारत के खिलाफ 66 रन बनाकर अपना वनडे करियर शुरू किया था और उन्होंने अपनी शतकीय पारी में 138 गेंद का सामना किया तथा 10 चौके और दो छक्के लगाए। उन्होंने 40वें ओवर में परेरा की गेंद पर एक रन लेकर अपने 100 रन पूरे किए, लेकिन दो गेंद बाद ही डीप एक्सट्रा कवर में मैथ्यूज के कैच ने उनकी पारी का अंत किया।
मैथ्यूज ने इससे पिछले ओवर में क्रीज पर जम चुके क्लार्क को पैवेलियन की राह दिखाई थी, जिससे श्रीलंकाई टीम ने मैच में वापसी की। ऑस्ट्रेलिया की टीम में नियमित कप्तान क्लार्क की वापसी हुई, जो पैर की मांसपेशियों में चोट के कारण पिछले दो मैचों में नहीं खेल पाए थे। क्लार्क ने 79 गेंद में सात चौके और दो छक्के की मदद से 72 रन बनाए। हालांकि श्रीलंका को फिर भी राहत नहीं मिली, क्योंकि माइक हस्सी (21) और उनके भाई डेविड (28 गेंद में नाबाद 40) तथा ब्रेट ली (नाबाद 20) ने उपयोगी योगदान करते हुए ऑस्ट्रेलिया को चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाने में मदद की। श्रीलंका की तरफ से मैथ्यूज ने दो, जबकि कुलाशेखरा, महरूफ, लसिथ मलिंगा और रंगना हेराथ ने एक-एक विकेट चटकाया।
ऑस्ट्रेलिया ने फिट आल राउंडर शेन वाटसन और तेज गेंदबाज क्लाइंट मैकाय को अंतिम एकादश से बाहर रखा, जबकि श्रीलंका ने टीम में कोई बदलाव नहीं किया। ऑलराउंडर वाटसन की वापसी की उम्मीद थी, जो पिंडली की चोट के कारण पिछले कई हफ्तों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर थे।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया ने युवा बल्लेबाज पीटर फोरेस्ट (104) के वनडे में पहले शतक और कप्तान माइकल क्लार्क की 72 रन की पारी से छह विकेट पर 280 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। जवाब में श्रीलंका ने जयवर्धने के 85 और चंदीमल के 80 रन की मदद से 49.2 ओवर में सात विकेट पर 283 रन बनाकर जीत दर्ज की।
श्रीलंका इस तरह से बेलरीव ओवल में सर्वाधिक लक्ष्य हासिल करने वाली टीम बन गई है। श्रीलंका की टीम छह मैचों में तीन जीत, दो हार और एक टाई से 14 अंक हासिल कर शीर्ष पर पहुंच गई। उसे इस मैच से तीन अंक मिले। ऑस्ट्रेलिया के इतने ही मैच में तीन जीत के साथ 14 अंक हैं, लेकिन वह नेट रन रेट में श्रीलंका से पीछे है। खराब फॉर्म में चल रही भारतीय टीम इतने ही मैचों में 10 अंक लेकर निचले पायदान पर है और उसे फाइनल में पहुंचने के लिए बाकी बचे दोनों मैच जीतने होंगे।
जीत के लिए श्रीलंका को अंतिम दो ओवर में 17 रन की जरूरत थी और उसने 49वें ओवर में एंजेलो मैथ्यूज (24) का विकेट गंवाने के बावजूद तिसारा परेरा के एक छक्के और एक चौके से 14 रन जोड़ लिए। इससे उसे अंतिम ओवर केवल तीन रन की दरकार थी। शीर्ष स्कोरर रहे जयवर्धने ने 81 गेंद में छह चौके और एक छक्के की मदद से 85 रन आक्रामक पारी खेली और चंदीमल के साथ तीसरे विकेट के लिए सर्वाधिक 63 रन की भागीदारी निभाई।
जयवर्धने 27वें ओवर में जेवियर डोरथी का शिकार बने। चंदीमल ने 100 गेंद में सात चौके की मदद से 80 रन बनाए। कुमार संगकारा ने 22, लाहिरू थिरिमाने और मैथ्यूज ने 24-24 रन तथा परेरा ने नाबाद 21 रन का योगदान दिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए डेनियल क्रिस्टियन सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने आठ ओवर में 53 रन देकर तीन विकेट चटकाए, वहीं बेन हिल्फेन्हास ने दो, जबकि रेयान हैरिस और डोरथी ने एक-एक विकेट प्राप्त किया। इससे पहले फोरेस्ट ने एक दिवसीय क्रिकेट में अपना पहला सैकड़ा अपने चौथे मैच में बनाया। उन्हें टीम से बाहर किए रिकी पोंटिंग की जगह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी लाइन अप में तीसरे स्थान पर उतारा गया।
त्रिकोणीय शृंखला के पिछले तीन मैचों में फोरेस्ट ने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की और दो अर्धशतक बनाए। उन्होंने अब तक चार पारियों में कुल 234 रन बनाए हैं और सीमित ओवरों के किसी भी मैच में यह उनका पहला शतक है। ऑस्ट्रेलिया ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों के विकेट जल्दी गंवा दिए, जिसके बाद फोरेस्ट ने त्रिकोणीय शृंखला में पहले शतक के अलावा क्लार्क के साथ तीसरे विकेट के लिए 154 रन की साझेदारी निभाई। ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने दूसरे ही ओवर में सलामी बल्लेबाज मैथ्यू वेड (5) का विकेट गंवा दिया।
दूसरे सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर (7) भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और फरवेज महरूफ की गेंद पर विकेटकीपर संगकारा को कैच देकर आउट हो गए। नुआन कुलाशेखरा ने श्रीलंका को पहली सफलता वेड के रूप में दिलाई, जिनके पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर जयवर्धने ने कैच लपका। लेकिन इसके बाद फोरेस्ट और क्लार्क ने मिलकर पारी को संभाला। फोरेस्ट ने एडीलेड में भारत के खिलाफ 66 रन बनाकर अपना वनडे करियर शुरू किया था और उन्होंने अपनी शतकीय पारी में 138 गेंद का सामना किया तथा 10 चौके और दो छक्के लगाए। उन्होंने 40वें ओवर में परेरा की गेंद पर एक रन लेकर अपने 100 रन पूरे किए, लेकिन दो गेंद बाद ही डीप एक्सट्रा कवर में मैथ्यूज के कैच ने उनकी पारी का अंत किया।
मैथ्यूज ने इससे पिछले ओवर में क्रीज पर जम चुके क्लार्क को पैवेलियन की राह दिखाई थी, जिससे श्रीलंकाई टीम ने मैच में वापसी की। ऑस्ट्रेलिया की टीम में नियमित कप्तान क्लार्क की वापसी हुई, जो पैर की मांसपेशियों में चोट के कारण पिछले दो मैचों में नहीं खेल पाए थे। क्लार्क ने 79 गेंद में सात चौके और दो छक्के की मदद से 72 रन बनाए। हालांकि श्रीलंका को फिर भी राहत नहीं मिली, क्योंकि माइक हस्सी (21) और उनके भाई डेविड (28 गेंद में नाबाद 40) तथा ब्रेट ली (नाबाद 20) ने उपयोगी योगदान करते हुए ऑस्ट्रेलिया को चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाने में मदद की। श्रीलंका की तरफ से मैथ्यूज ने दो, जबकि कुलाशेखरा, महरूफ, लसिथ मलिंगा और रंगना हेराथ ने एक-एक विकेट चटकाया।
ऑस्ट्रेलिया ने फिट आल राउंडर शेन वाटसन और तेज गेंदबाज क्लाइंट मैकाय को अंतिम एकादश से बाहर रखा, जबकि श्रीलंका ने टीम में कोई बदलाव नहीं किया। ऑलराउंडर वाटसन की वापसी की उम्मीद थी, जो पिंडली की चोट के कारण पिछले कई हफ्तों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर थे।
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