सलाह न मानने के लिए माफ करें, मुझे सब अपने हिसाब से करना था : सहवाग

सलाह न मानने के लिए माफ करें, मुझे सब अपने हिसाब से करना था : सहवाग

वीरेंद्र सहवाग (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

दुनिया के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में से एक वीरेंद्र सहवाग ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के साथ ही आईपीएल को अलविदा कह दिया। इसके साथ ही उनके एक दशक से अधिक के सुनहरे करियर का भी अंत हो गया। सहवाग सोमवार को दुबई में एक समारोह के दौरान ही संन्यास के संकेत दे चुके थे।

सलाहकारों से मांगी माफी
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इतने साल में क्रिकेट से जुड़ी सलाह देने वालों को धन्यवाद देना चाहता हूं और माफी मांगता हूं कि उनमें से अधिकांश पर मैंने अमल नहीं किया। मैंने अपने तरीके से खेला।’’ सहवाग ने कहा कि अब वह झज्जर में अपने स्कूल में अधिक समय बितायेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं झज्जर स्थित सहवाग इंटरनेशनल स्कूल में सभी को बताना चाहता हूं कि अब मैं वहां अधिक आया जाया करूंगा।’’

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मैंने वही किया, जो सही लगा
सहवाग ने एक बयान में कहा, ‘‘मैंने हमेशा वही किया जो मुझे सही लगा , वह नहीं जो परंपरावादियों को सही लगा। ईश्वर की हमेशा कृपा रही और मैंने वही किया जो मैं करना चाहता था। मैदान पर भी और अपने जीवन में भी। कुछ समय पहले ही मैंने तय किया था कि अपने 37वें जन्मदिन पर क्रिकेट को अलविदा कहूंगा। मैं यह दिन परिवार के साथ बिता रहा हूं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के हर प्रारूप और इंडियन प्रीमियर लीग को अलविदा कह रहा हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट मेरा जीवन रहा है और आगे भी रहेगा। भारत के लिए खेलने का सफर यादगार रहा और मैंने इसे अपने साथी खिलाड़ियों और भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए यादगार बनाने की कोशिश की। मेरा मानना है कि मैं ऐसा करने में सफल रहा हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिये मैं अपने साथी खिलाड़ियों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिनमें से कुछ महानतम खिलाड़ियों में रहे। मैं अपने सभी कप्तानों का शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया और मेरा साथ दिया। मैं भारतीय क्रिकेटप्रेमियों को भी धन्यवाद देता हूं।’’

मास्टर्स चैंपियंस लीग के लिए 2020 तक का करार
सहवाग ने यह फैसला अगले साल मास्टर्स चैंपियंस लीग 2020 खेलने के लिये करार करने के बाद लिया। इस लीग में सिर्फ रिटायर्ड क्रिकेटर ही खेल सकते हैं। कुछ दिन पहले ही तेज गेंदबाज जहीर खान ने संन्यास लेने की घोषणा की थी। सहवाग 2013 से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है।

बारह बरस के अपने सुनहरे अंतरराष्ट्रीय कैरियर में सहवाग ने 104 टेस्ट खेलकर 8586 रन बनाये जिसमें 23 शतक और 32 अर्धशतक शामिल हैं ।

बीसीसीआई को कहा शुक्रिया
सहवाग ने इतने साल से मिल रहे सहयोग के लिए बीसीसीआई को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ को धन्यवाद देना चाहता हूं। खासकर अरुण जेटली को जिन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया। उन्होंने हमेशा हमारा फीडबैक मांगा और खिलाड़ी जो चाहते थे, वह किया।’’ उन्होंने हरियाणा क्रिकेट संघ को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने दिल्ली टीम छोड़ने पर उन्हें अपनी टीम का कप्तान बनाया। उन्होंने आईपीएल टीम दिल्ली डेयरडेविल्स और किंग्स इलेवन पंजाब को भी धन्यवाद दिया।''

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सहवाग महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका में 2007 टी-20 विश्व कप और भारत में आईसीसी वनडे विश्व कप-2011 जीतने वाली टीम के सदस्य थे।