दिग्गज बल्लेबाज रहे शिवनारायण चंद्रपाल (Shivnarine Chanderpaul) ने वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए वो मुकाम हासिल किया है जिसके बारे में जितनी भी बात की जाए कम है. 90s के दशक में वेस्टइंडीज क्रिकेट में ब्रायन लारा के अलावा एक और नाम था जिसने वेस्टइंडीज क्रिकेट को आगे बढ़ाने का काम किया था. वह कोई और नहीं बल्कि शिवनारायण चंद्रपाल थे. शिवनारायण ने 2015 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. लेकिन अब उनका बेटा तेजनारायण चंद्रपॉल (Tagenarine Chanderpaul) उनके ही नक्शेकदम पर चल रहाे हैं.
दरअसल, तेजनारायण चंद्रपॉल भी अपने पिता की तरह क्रीज पर जमने का हुनर जानते हैं और बिल्कुल उसी अंदाज में बैटिंग करते हैं जिस अंदाज में पिता चंद्रपॉल किया करते थे. अब तेजनारायण चंद्रपॉल ने ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर अपनी टीम के लिए खेलते हुए प्रधान मंत्री इलेवन के खिलाफ 293 गेंद पर 119 रन की पारी खेली जिसमें उन्होंने 13 चौके और 1 छक्के लगाए. उनकी बैटिंग में सबसे खास बात ये रहा कि उन्होंने पिच पर अपने पैर जमाए और फिर रन बनाने की कोशिश की, जो बिल्कुल उनके पिता की बल्लेबाजी तकनीक की याद दिला रही थी.
बता दें कि वेस्टइंडीज की टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया में हैं जहां टीम को टेस्ट सीरीज खेलनी है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के लिए शिवनारायण चंद्रपाल के बेटे को भी टीम में चुना गया है.
तेजनारायण चंद्रपॉल को लेकर यह कहा जा रहा है कि वो ऑस्ट्र्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पहली बार वेस्टइंडीज की प्लेइंग इलेवन में मौका मिल सकता है. अगर ऐसा हुआ तो पहली बार तेजनारायण वेस्टइंडीज के लिए टेस्ट क्रिकेट में खेलते हुए नजर आएंगे, 30 नवंबर को पहला टेस्ट मैच पर्थ में खेला जाएगा.
बता दें कि जब क्रीज पर तेजनारायण बल्लेबाजी करते आए तो उन्होंने अपने पिता की ही तरह सबसे पिच पर बेल्स मारकर गार्ड लिया, जैसा उनके पिता भी किया करते थे. फैन्स ऐसी समानताएं देखकर हैरान हैं. सोशल मीडिया पर लगातार कमेंट किए जा रहे हैं.
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