भारत ने सीरीज पर 3-0 से कब्जा किया
नई दिल्ली:
इंदौर के होलकर क्रिकेट स्टेडियम में भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले गए तीसरे टेस्ट मैच को भारत 321 रन से जीत लिया है. जीत की जो हीरो रहे रविचंद्रन अश्विन. रविचंद्रन अश्विन ने एक बार फिर कमाल करते हुए न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ों को जल्दी-जल्दी पवेलियन लौटाने में कामयाबी हासिल की. अश्विन की गेंदबाज़ी के सामने न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज संघर्ष करते नज़र आए. अश्विन को इस मैच कुल 13 विकेट मिले.
--- --- ---- ---
आर अश्विन आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में फिर टॉप पर
--- --- ---- ---
टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी 557 रन घोषित की थी, जबकि न्यूज़ीलैंड अपनी पहली पारी में सिर्फ 299 रन बना पायी थी. भारत ने अपनी दूसरी पारी 216 रन बनाकर घोषित करते हुए न्यूज़ीलैंड के सामने 475 रन का लक्ष्य रखा था. न्यूज़ीलैंड की टीम अपनी दूसरे पारी में सिर्फ 153 रन बना पायी और 321 रन से मैच हार गई.
रन के हिसाब से सबसे बड़ी जीत :
भारत की यह जीत दोनों टीमों के बीच रन के हिसाब से सबसे बड़ी जीत है. दोनों टीमों के बीच 60 सालों के टेस्ट इतिहास में यह पहली बार हुआ जब टीम इंडिया ने मैच को 300 से भी ज्यादा रन के अंतर से जीता है. इसे पहले दोनों टीमों के बीच रन के हिसाब से सबसे बड़ी जीत 274 रन की थी, जो भारत के नाम थी. 1968 में ऑकलैंड के मैदान पर टीम इंडिया ने यह जीत हासिल की थी. 1976 के बाद यह पहली बार हुआ है, जब टीम इंडिया ने 200 से ज्यादा रन के अंतर से मैच जीता है. अगर न्यूज़ीलैंड की बात किया जाए तो आजतक न्यूज़ीलैंड की टीम भारत के खिलाफ कोई भी टेस्ट मैच 200 से ज्यादा रन से नहीं जीता पायी है.
पहली बार हुआ यह कारनामा :
यह पहली बार हुआ जब भारत ने तीन टेस्ट मैच की सीरीज़ मे 3-0 से क्लीन स्वीप किया है. इससे पहले टीम इंडिया ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दस बार तीन टेस्ट मैच सीरीज़ खेली थी और सबसे बड़ी सीरीज़ जीत 2-0 की थी, जो भारत ने 1975-1976 में हासिल की थी. दोनों टीमों के बीच कुल मिलाकर 11 बार तीन टेस्ट मैच की सीरीज़ हुई हैं, जिसमें सात सीरीज़ में टीम इंडिया को जीत मिली है और दो सीरीज़ न्यूजीलैंड के नाम रहीं. यही नहीं दो सीरीज़ ड्रॉ रही हैं. अगर सभी सीरीज की बात किया जाए, तो दोनों टीमों के अब तक 20 टेस्ट सीरीज़ हो चुकी हैं. 11 सीरीज़ में भारत को जीत मिली है, जबकि न्यूज़ीलैंड ने पांच सीरीज़ जीती हैं. चार सीरीज़ ड्रॉ पर छूटीं. सबसे दिलचस्प बात यह है कि भारत में न्यूज़ीलैंड एक भी टेस्ट सीरीज़ नहीं जीत पायी है जबकि भारत ने न्यूज़ीलैंड में दो टेस्ट सीरीज़ जीतने का गौरव हासिल किया है.
अश्विन के टेस्ट करियर का सबसे शानदार प्रदर्शन :
रविचंद्रन अश्विन ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए इस मैच में कुल मिलाकर 13 विकेट लिए. उन्होंने पहली पारी के छह विकेट हासिल किए और दूसरे पारी के सात विकेट चटकाए. यह अश्विन के टेस्ट करियर का अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन है. इस फिरकी गेंदबाज ने 41.1 ओवर गेंदबाज़ी की और 140 रन देकर मैच में कुल 13 विकेट लिए. इसे पहले अश्विन का एक मैच में सबसे अच्छा प्रदर्शन 85 रन पर 12 विकेट था. अगर दोनों टीमों की बात किया जाए तो एक मैच में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में अश्विन अपने ही रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए सबसे ऊपर पहुंच गए हैं. एक मैच में 13 विकेट के साथ अश्विन पहले स्थान पर हैं. दोनों टीमों के बीच एक सीरीज़ में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में अश्विन, इरापल्ली प्रसन्ना को पीछे छोड़ते हुए दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं. पहले स्थान पर एसपी गुप्ते हैं, जिन्होंने एक सीरीज़ में सबसे ज्यादा 34 विकेट लिए हैं.
दस विकेट के मामले अश्विन ने इमरान खान को पीछे छोड़ा :
टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा दस या दस से ज्यादा विकेट लेने के मामले में रविचंद्रन अश्विन ने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान को पीछे छोड़ दिया है. न्यूज़ीलैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच में अश्विन 13 विकेट लेने में कामयाब हुए और इस तरह उन्हें टेस्ट मैचों में छह बार दस या दस से ज्यादा विकेट लेने का गौरव हासिल हुआ. इमरान खान भी टेस्ट मैचों में छह बार दस या दस से ज्यादा विकेट ले चुके हैं. लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने 88 मैचों का सहारा लिया, जबकि अश्विन ने सिर्फ 39 मैच खेले हैं. इस मामले में अगर पूरे रिकॉर्ड की बात किया जाए तो श्रीलंका के मुरलीधरन सबसे ज्यादा 22 बार दस या दस से ज्यादा विकेट लेकर पहले स्थान पर हैं. अश्विन फिलहाल आठवें स्थान पर हैं. अगर भारतीय गेंदबाज़ों की बात किया जाए तो अनिल कुंबले ने सबसे ज्यादा आठ बार दस या दस से ज्यादा विकेट लिए हैं, जबकि अश्विन दूसरे स्थान पर हैं. अगर भारत व न्यूज़ीलैंड की बात किया जाए तो सबसे ज्यादा बार दस या दस से ज्यादा विकेट लेने की मामले में अश्विन पहले स्थान पर हैं. न्यूज़ीलैंड के खिलाफ अश्विन तीन बार दस या दस से ज्यादा विकेट ले चुके हैं.
--- --- ---- ---
आर अश्विन आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में फिर टॉप पर
--- --- ---- ---
टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी 557 रन घोषित की थी, जबकि न्यूज़ीलैंड अपनी पहली पारी में सिर्फ 299 रन बना पायी थी. भारत ने अपनी दूसरी पारी 216 रन बनाकर घोषित करते हुए न्यूज़ीलैंड के सामने 475 रन का लक्ष्य रखा था. न्यूज़ीलैंड की टीम अपनी दूसरे पारी में सिर्फ 153 रन बना पायी और 321 रन से मैच हार गई.
रन के हिसाब से सबसे बड़ी जीत :
भारत की यह जीत दोनों टीमों के बीच रन के हिसाब से सबसे बड़ी जीत है. दोनों टीमों के बीच 60 सालों के टेस्ट इतिहास में यह पहली बार हुआ जब टीम इंडिया ने मैच को 300 से भी ज्यादा रन के अंतर से जीता है. इसे पहले दोनों टीमों के बीच रन के हिसाब से सबसे बड़ी जीत 274 रन की थी, जो भारत के नाम थी. 1968 में ऑकलैंड के मैदान पर टीम इंडिया ने यह जीत हासिल की थी. 1976 के बाद यह पहली बार हुआ है, जब टीम इंडिया ने 200 से ज्यादा रन के अंतर से मैच जीता है. अगर न्यूज़ीलैंड की बात किया जाए तो आजतक न्यूज़ीलैंड की टीम भारत के खिलाफ कोई भी टेस्ट मैच 200 से ज्यादा रन से नहीं जीता पायी है.
पहली बार हुआ यह कारनामा :
यह पहली बार हुआ जब भारत ने तीन टेस्ट मैच की सीरीज़ मे 3-0 से क्लीन स्वीप किया है. इससे पहले टीम इंडिया ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दस बार तीन टेस्ट मैच सीरीज़ खेली थी और सबसे बड़ी सीरीज़ जीत 2-0 की थी, जो भारत ने 1975-1976 में हासिल की थी. दोनों टीमों के बीच कुल मिलाकर 11 बार तीन टेस्ट मैच की सीरीज़ हुई हैं, जिसमें सात सीरीज़ में टीम इंडिया को जीत मिली है और दो सीरीज़ न्यूजीलैंड के नाम रहीं. यही नहीं दो सीरीज़ ड्रॉ रही हैं. अगर सभी सीरीज की बात किया जाए, तो दोनों टीमों के अब तक 20 टेस्ट सीरीज़ हो चुकी हैं. 11 सीरीज़ में भारत को जीत मिली है, जबकि न्यूज़ीलैंड ने पांच सीरीज़ जीती हैं. चार सीरीज़ ड्रॉ पर छूटीं. सबसे दिलचस्प बात यह है कि भारत में न्यूज़ीलैंड एक भी टेस्ट सीरीज़ नहीं जीत पायी है जबकि भारत ने न्यूज़ीलैंड में दो टेस्ट सीरीज़ जीतने का गौरव हासिल किया है.
अश्विन के टेस्ट करियर का सबसे शानदार प्रदर्शन :
रविचंद्रन अश्विन ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए इस मैच में कुल मिलाकर 13 विकेट लिए. उन्होंने पहली पारी के छह विकेट हासिल किए और दूसरे पारी के सात विकेट चटकाए. यह अश्विन के टेस्ट करियर का अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन है. इस फिरकी गेंदबाज ने 41.1 ओवर गेंदबाज़ी की और 140 रन देकर मैच में कुल 13 विकेट लिए. इसे पहले अश्विन का एक मैच में सबसे अच्छा प्रदर्शन 85 रन पर 12 विकेट था. अगर दोनों टीमों की बात किया जाए तो एक मैच में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में अश्विन अपने ही रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए सबसे ऊपर पहुंच गए हैं. एक मैच में 13 विकेट के साथ अश्विन पहले स्थान पर हैं. दोनों टीमों के बीच एक सीरीज़ में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में अश्विन, इरापल्ली प्रसन्ना को पीछे छोड़ते हुए दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं. पहले स्थान पर एसपी गुप्ते हैं, जिन्होंने एक सीरीज़ में सबसे ज्यादा 34 विकेट लिए हैं.
दस विकेट के मामले अश्विन ने इमरान खान को पीछे छोड़ा :
टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा दस या दस से ज्यादा विकेट लेने के मामले में रविचंद्रन अश्विन ने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान को पीछे छोड़ दिया है. न्यूज़ीलैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच में अश्विन 13 विकेट लेने में कामयाब हुए और इस तरह उन्हें टेस्ट मैचों में छह बार दस या दस से ज्यादा विकेट लेने का गौरव हासिल हुआ. इमरान खान भी टेस्ट मैचों में छह बार दस या दस से ज्यादा विकेट ले चुके हैं. लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने 88 मैचों का सहारा लिया, जबकि अश्विन ने सिर्फ 39 मैच खेले हैं. इस मामले में अगर पूरे रिकॉर्ड की बात किया जाए तो श्रीलंका के मुरलीधरन सबसे ज्यादा 22 बार दस या दस से ज्यादा विकेट लेकर पहले स्थान पर हैं. अश्विन फिलहाल आठवें स्थान पर हैं. अगर भारतीय गेंदबाज़ों की बात किया जाए तो अनिल कुंबले ने सबसे ज्यादा आठ बार दस या दस से ज्यादा विकेट लिए हैं, जबकि अश्विन दूसरे स्थान पर हैं. अगर भारत व न्यूज़ीलैंड की बात किया जाए तो सबसे ज्यादा बार दस या दस से ज्यादा विकेट लेने की मामले में अश्विन पहले स्थान पर हैं. न्यूज़ीलैंड के खिलाफ अश्विन तीन बार दस या दस से ज्यादा विकेट ले चुके हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
इंदौर, होलकर क्रिकेट स्टेडियम, भारत, न्यूज़ीलैंड, टेस्ट मैच, रविचंद्रन अश्विन, Records, India, New Zealand, Test Series, R Ashwin, Test Match