पिछले 20 सालों में यह पहला मौका है, जब भारतीय क्रिकेट टीम सचिन तेंदुलकर के बिना ऑस्ट्रेलिया गई है, क्योंकि सचिन क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं, लेकिन उनकी नज़रें आज भी टीम इंडिया के प्रदर्शन पर टिकी रहती हैं। बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट शृंखला के एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में टीम इंडिया भले ही हार गई, लेकिन मास्टर ब्लास्टर उनके प्रदर्शन से खुश हैं।
सचिन तेंदुलकर ने एनडीटीवी की 'बनेगा स्वच्छ इंडिया' मुहिम के कार्यक्रम 'क्लीनेथॉन' के दौरान कहा, "मैं सफर कर रहा था, लेकिन मैं फोन पर बराबर स्कोर देख रहा था... चायकाल तक मैच 80 प्रतिशत हमारे पास था... तब हमारे दो ही विकेट गिरे थे... विराट और विजय की ज़बरदस्त साझेदारी रही... लेकिन फिर साझेदारी टूट गई... एडिलेड की पिच पर पांचवें दिन हमेशा हलचल होती ही है... मिशेल जॉनसन ने पिच पर पैच बनाए थे, उनका फायदा नाथन लियॉन ने उठाया... लेकिन हमें टीम इंडिया की तारीफ करनी चाहिए... अंतिम 45 मिनट को छोड़कर मैच पर हमारा दबदबा रहा..."
दरअसल, एडिलेड टेस्ट के पांचवें दिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 363 रन बनाने की चुनौती दी थी, और चायकाल तक विराट कोहली और मुरली विजय ने स्कोर को दो विकेट पर 205 रन तक पहुंचा दिया था। जीत सामने नज़र आ रही थी, लेकिन इस साझेदारी के टूटते ही मैच भारत के हाथ से फिसलता चला गया।
सचिन तेंदुलकर ने कहा, "हमने अच्छा खेला... बस, हमें एक कदम आगे बढ़ने की ज़रूरत थी... युवा खिलाड़ियों में जीतने की भूख है... वे हर चुनौती के लिए तैयार हैं... वे मैच ज़रूर हार गए, लेकिन प्रशंसकों का दिल जीत लिया..."
वैसे, इस मैच के बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर का मानना है कि अब भारत के लिए सीरीज में वापसी करना मुश्किल होगा, क्योंकि बाकी जगह के पिच तेज़ और बाउंसी हैं। सीरीज़ का दूसरा टेस्ट मैच बुधवार से ब्रिस्बेन में खेला जाना है।
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