यह ख़बर 16 नवंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

सचिन ने नम आंखों से क्रिकेट को कहा अलविदा, टीम इंडिया ने दिया जीत का तोहफा

मुंबई:

चैंपियन बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को जज्बातों से भरे उनके विदाई मैच में शानदार जीत का तोहफा देते हुए भारत ने दूसरे और आखिरी क्रिकेट टेस्ट में वेस्ट इंडीज को एक पारी और 126 रन से हराकर शृंखला 2-0 से जीत ली।

आंखों में आंसू लिए तेंदुलकर ने जब मैदान छोड़ा, तो जज्बात का तूफान उमड़ पड़ा। साथी खिलाड़ियों और दर्शकों ने खड़े होकर इस चैंपियन का अभिवादन किया, जिसने 24 साल के सुनहरे करियर को अलविदा कह दिया। तीन विकेट पर 43 रन से आगे खेलते हुए वेस्ट इंडीज की टीम दूसरी पारी में 187 रन पर आउट हो गई। प्रज्ञान ओझा ने मैच की दोनों पारियों में 10 विकेट चटकाए।

इस मैच में सिर्फ सात सत्र का खेल ही हुआ। इसके साथ ही क्रिकेट के इतिहास के महानतम खिलाड़ियों में शुमार सचिन तेंदुलकर ने अपने घरेलू दर्शकों के सामने खेल को अलविदा कह दिया। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आठवां विकेट गिरने के बाद तेंदुलकर को गेंदबाजी का मौका भी दिया। उनकी हर गेंद का दर्शकों ने तालियां बजाकर स्वागत किया।

वेस्ट इंडीज का आखिरी विकेट गिरने के साथ ही भारतीय क्रिकेटरों ने तेंदुलकर को सोवेनियर स्टाम्प भेंट किया और एक के बाद एक उनके गले लगे। धोनी एंड कंपनी ने तेंदुलकर को रिले गार्ड ऑफ ऑनर दिया। अपनी हैट के नीचे जज्बात को छुपाते तेंदुलकर भीगी पलकों के साथ मैदान से विदा हुए। वेस्ट इंडीज के खिलाड़ी जब उन्हें बधाई देने उतरे, तो उन्हें आंसू पोछते देखा गया।

बॉल ब्वॉय की भूमिका निभा रहे अर्जुन तेंदुलकर ने सीमारेखा के पास तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया। सुबह अश्विन के एक ओवर में गेल ने तीन चौके लगाए थे। सैमुअल्स (11) को ओझा ने रवाना किया। गेल को भी इसी गेंदबाज ने पैवेलियन भेजा और धोनी ने विकेट के पीछे बेहतरीन कैच लपका। पांच विकेट 87 रन पर गिरने के बाद लगने लगा कि मैच लंच से पहले ही खत्म हो जाएगा। नरसिंह देवनारायण (0) ओझा को रिटर्न कैच देकर लौटे। अपना 150वां टेस्ट खेल रहे चंद्रपाल ने दिनेश रामदीन (53) के साथ सातवें विकेट के लिए 68 रन जोड़े। अश्विन ने चंद्रपाल (41) को आउट किया। कप्तान डैरेन सैमी बल्लेबाजी क्रम में नीचे उतरने के बावजूद कोई कमाल नहीं कर सके और एक रन बनाकर आउट हो गए।

दूसरे दिन की समाप्ति तक वेस्टइंडीज ने 43 रनों पर तीन विकेट गंवा दिए थे। कैरेबियाई टीम ने शुक्रवार को अंतिम पहर में 12.2 ओवर बल्लेबाजी की और कीरन पॉवेल (9), नाइटवॉचमैन टीनो बेस्ट (9) और ब्रावो के विकेट गंवाए। क्रिस गेल छह रनों पर नाबाद लौटे थे।

तीसरे दिन गेल का साथ निभाने सैमुएल्स आए, लेकिन वह 11 रनों के निजी योग पर ओझा का शिकार बने। सैमुएल्स का विकेट 74 के कुल योग पर गिरा। गेल ने सुबह के सत्र में तीन चौके और एक छक्का लगाया लेकिन वह भी 87 के कुल योग पर ओझा की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए। गेल ने 53 गेंदों पर 35 रन बनाए।

इन दोनों की विदाई के बाद अपना 150वां टेस्ट खेल रहे शिवनारायण चंद्रपॉल पर पारी की हार टालने की जिम्मेदारी आई। चद्रपॉल वेस्टइंडीज के सबसे अनुभवी टेस्ट खिलाड़ी हैं और रनों के मामले में वह ब्रायन लारा के बाद दूसरे क्रम पर आते हैं।

चंद्रपॉल का साथ नरसिंह देवनारायण निभा रहे थे लेकिन ओझा ने उन्हें खाता भी नहीं खोलने दिया। सचिन का विकेट लेकर क्रिकेट इतिहास में अमर होने वाले देवनारायण 89 के कुल योग पर ओझा द्वारा उनकी ही गेंद पर लपके गए।

इसके बाद चंद्रपॉल ने नए साथी दिनेश रामदीन (नाबाद 53) के साथ सातवें विकेट के लिए 68 रन जोड़े और अपनी टीम को पारी की हार से बचाने की उम्मीद जगाई, लेकिन 157 के कुल योग पर अश्विन ने चंद्रपॉल को चलता कर दिया।

चंद्रपॉल ने 62 गेंदों पर चार चौके लगाए और निराशा का भाव लिए पैवेलियन लौटे। चंद्रपॉल ने 150 टेस्ट मैचों की 255 पारियों में 44 बार नाबाद रहते हुए 10926 रन बनाए हैं। रनों के लिहाज से वह वेस्ट इंडीज के दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज हैं। लारा ने 11912 रन बनाए हैं।

लारा ने 130 मैचों में इतने रन जोड़े हैं जबकि चंद्रपॉल ने वेस्टइंडीज के लिए सबसे अधिक 150 मैच खेले हैं। उनके नाम सर्वाधिक 61 टेस्ट अर्धशतक दर्ज हैं। चंद्रपॉल टेस्ट इतिहास के 10 हजारी क्लब में शामिल सातवें बल्लेबाज हैं।

चंद्रपॉल के जाने के बाद कप्तान डारेन सैमी (1) को ओझा ने 162 के कुल योग पर चलता कर भारत को आठवीं सफलता दिलाई। भोजनकाल से पहले ही भारत की जीत की सम्भावना को देखते हुए उसे 15 मिनट के लिए आगे कर दिया गया।

इसी दौरान अश्विन ने 185 के कुल योग पर शेन शिलिंगफोर्ड को चलता कर नौवीं सफलता ऐलान किया। अंतिम विकेट के तौर पर शेनॉन गेब्रियल आउट हुए। मोहम्मद समी ने उन्हें खाता खोलने नहीं दिया।

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भारत की ओर से दूसरी पारी में ओझा ने पांच और अश्विन ने चार विकेट हासिल किए। एक विकेट समी को मिला। इसके साथ ही भारत ने दो मैचों की शृंखला 2-0 से जीत ली। उसने कोलकाता में खेले गए पहले मैच में पारी व 51 रनों से जीत हासिल की थी।