गेंद और बल्ले, दोनों से शानदार प्रदर्शन कर अश्विन हरफनमौला के रूप में उभरे हैं (फाइल फोटो)
बल्लेबाजी क्रम में 'प्रमोट' किए जाने के टीम मैनेजमेंट के फैसले को रविचंद्रन अश्विन ने पूरी तरह सही साबित किया है. वर्ष 2016 में टीम इंडिया ने अब तक पांच टेस्ट मैच खेले हैं और अश्विन ने गेंद और बल्ले, दोनों से इस दौरान शानदार प्रदर्शन किया है.
उन्होंने इस वर्ष पांच मैचों में 55.00 के औसत से 275 रन बनाए जिसमें दो सैकड़े शामिल हैं. यही नहीं, गेंदबाजी में विपक्षी बल्लेबाजों के लिए मुसीबत साबित होते हुए उन्होंने 17 विकेट लिए हैं. इस दौरान वे दो बार पांच या इससे अधिक विकेट लेने सफल रहे हैं. इस लिहाज से वर्ष 2016 में टेस्ट क्रिकेट में तमिलनाडु का यह खिलाड़ी ही भारत का सर्वोच्च रन स्कोरर और विकेट टेकर है.
अश्विन ने विश्व क्रिकेट में खुद का हरफनमौला के रूप में स्थापित कर लिया है और आईसीसी की टॉप रैकिंग भी उनके आलराउंड प्रदर्शन को दोहराती है. ये सभी आंकड़े कानपुर टेस्ट मैच की भारत की पहली पारी तक के हैं. वैसे, अश्विन के ओवरऑल आंकड़े भी कम प्रभावशाली नहीं हैं. 36 टेस्ट मैचों में उन्होंने 190 विकेट लिए हैं और 1400 रन बनाए हैं. उनका बैटिंग औसत 34 (हरफनमौला की हैसियत से यह 34 का है) और गेंदबाजी औसत 25 का है.
उनके इन प्रभावशाली नंबर को देखते हुए अंदाज लगाया जा सकता है कि विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टेस्ट टीम के आर. अश्विन कितने अहम सदस्य बन चुके हैं. इस खिलाड़ी ने टेस्ट क्रिकेट में अब तक चार शतक जमाए हैं और आश्चर्यजनक रूप से यह सभी वेस्टइंडीज के खिलाफ हैं.
अश्विन के गेंदबाजी प्रदर्शन में यह बात महत्वपूर्ण है कि उन्होंने भारत ही नहीं, देश के बाहर भी बल्लेबाजों को छकाते हुए विकेट हालिए किए है. भारत की पिछली चार टेस्ट सीरीज में इस ऑफ स्पिनर ने 74 विकेट लिए हैं, जिसमें से 38 श्रीलंका और वेस्टइंडीज में हासिल किए गए हैं. वर्ष 2016 में टीम इंडिया को बेहद व्यस्त कार्यक्रम है, इस लिहाज से कहा जा सकता है कि अश्विन अपने कप्तान के लिए ट्रंप कार्ड (गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में) बने रहेंगे.
उन्होंने इस वर्ष पांच मैचों में 55.00 के औसत से 275 रन बनाए जिसमें दो सैकड़े शामिल हैं. यही नहीं, गेंदबाजी में विपक्षी बल्लेबाजों के लिए मुसीबत साबित होते हुए उन्होंने 17 विकेट लिए हैं. इस दौरान वे दो बार पांच या इससे अधिक विकेट लेने सफल रहे हैं. इस लिहाज से वर्ष 2016 में टेस्ट क्रिकेट में तमिलनाडु का यह खिलाड़ी ही भारत का सर्वोच्च रन स्कोरर और विकेट टेकर है.
अश्विन ने विश्व क्रिकेट में खुद का हरफनमौला के रूप में स्थापित कर लिया है और आईसीसी की टॉप रैकिंग भी उनके आलराउंड प्रदर्शन को दोहराती है. ये सभी आंकड़े कानपुर टेस्ट मैच की भारत की पहली पारी तक के हैं. वैसे, अश्विन के ओवरऑल आंकड़े भी कम प्रभावशाली नहीं हैं. 36 टेस्ट मैचों में उन्होंने 190 विकेट लिए हैं और 1400 रन बनाए हैं. उनका बैटिंग औसत 34 (हरफनमौला की हैसियत से यह 34 का है) और गेंदबाजी औसत 25 का है.
उनके इन प्रभावशाली नंबर को देखते हुए अंदाज लगाया जा सकता है कि विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टेस्ट टीम के आर. अश्विन कितने अहम सदस्य बन चुके हैं. इस खिलाड़ी ने टेस्ट क्रिकेट में अब तक चार शतक जमाए हैं और आश्चर्यजनक रूप से यह सभी वेस्टइंडीज के खिलाफ हैं.
अश्विन के गेंदबाजी प्रदर्शन में यह बात महत्वपूर्ण है कि उन्होंने भारत ही नहीं, देश के बाहर भी बल्लेबाजों को छकाते हुए विकेट हालिए किए है. भारत की पिछली चार टेस्ट सीरीज में इस ऑफ स्पिनर ने 74 विकेट लिए हैं, जिसमें से 38 श्रीलंका और वेस्टइंडीज में हासिल किए गए हैं. वर्ष 2016 में टीम इंडिया को बेहद व्यस्त कार्यक्रम है, इस लिहाज से कहा जा सकता है कि अश्विन अपने कप्तान के लिए ट्रंप कार्ड (गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में) बने रहेंगे.
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