रजनीश गुरबानी (रणजी ट्रॉफी फाइनल में हैट्रिक बनाने वाले विदर्भ के गेंदबाज)
नई दिल्ली:
इंदौर के होल्कर स्टेडियम में दिल्ली और मुंबई के बीच खेले जा रहे पांचदिनी रणजी ट्रॉफी फाइनल के मुकाबले के दूसरे दिन शनिवार को सुबह-सुबह शनिदेव का कहर दिल्ली पर टूटा! यह कहर ढाया सेमीफाइनल में अपने बूते कर्नाटक से जीत छीन लेने वाले युवा सीम गेंदबाज रजनीश गुरबानी ने. रजनीश गुरबानी ने हैट्रिक जड़कर वह कारनामा कर दिखाया, जो उनसे पहले इस टूर्नामेंट के इतिहास में शायद ही कोई गेंदबाज कर सका है. बता दें कि कुल मिलाकर यह रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट के करीब 83 साल के इतिहास में बनने वाली कुल 74वीं हैट्रिक रही.
रणजी ट्रॉफी में पहली बार कोई हैट्रिक साल 1934-45 में उत्तर भारत के बागा जिलानी ने साउदर्न पंजाब के खिलाफ बनाई थी. बहरहाल रजनीश गुरबानी की हैट्रिक टूर्नामेंट के करीब आठ दशकों के इतिहास में फाइनल में बनने वाली केवल दूसरी ही हैट्रिक रही. उनसे पहले यह कारनामा साल 1973-73 के सेशन में मुंबई और तमिलनाडु के बीच खेले गए रणजी ट्रॉफी के फाइनल में तमिलनाडु के बी कल्याणसुंदरम ने किया था. उन्होंने मुंबई की दूसरी पारी के दौरान आखिरी चार बल्लेबाजों को आउट किया था.
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बी. कल्याणसुंदरम द्वारा बनाई गई हैट्रिक के बाद करीब 34 साल बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में हैट्रिक बनाने का कारनामा रजनीश गुरबानी के हिस्से में आया. होल्कर स्टेडियम में चल रहे मैच के दूसरे दिन शनिवार को उन्होंने सुबह के सेशन में गुरबानी ने विकास मिश्रा, नवदीप सैनी और इसके बाद उन्होंने जमकर खेल रहे और शतकवीर ध्रुव शौरी (145) को आउट करके इतिहास रच दिया.
VIDEO : कुछ ही दिन पहले गौतम गंभीर ने एनडीटीवी के साथ बातचीत में कई मुद्दों पर बेबाकी से राय दी.
अभी तक रणजी ट्रॉफी के फाइनल में बनी दो हैट्रिक में रजनीश गुरबानी के साथ अलग बात यह रही कि न केवल उन्होंने तीनों बल्लेबजों को बोल्ड आउट किया, बल्कि तीसरी गेंद पर शतकवीर बल्लेबाज का विकेट लिया. वहीं, बी. कल्याणसुंदरम की हैट्रिक में एक बल्लेबाज का विकेट एलबीडब्ल्यू था और तीनों ही बल्लेबाज अपना खाता नहीं खोल सके थे.
WATCH highlights - Rajneesh Gurbani's 6/59 to bowl Delhi out for 295 in the 1st innings of @Paytm #RanjiTrophy 2017-18 #Final #DELvVID - https://t.co/dhhAM2Mdxf
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) December 30, 2017
रणजी ट्रॉफी में पहली बार कोई हैट्रिक साल 1934-45 में उत्तर भारत के बागा जिलानी ने साउदर्न पंजाब के खिलाफ बनाई थी. बहरहाल रजनीश गुरबानी की हैट्रिक टूर्नामेंट के करीब आठ दशकों के इतिहास में फाइनल में बनने वाली केवल दूसरी ही हैट्रिक रही. उनसे पहले यह कारनामा साल 1973-73 के सेशन में मुंबई और तमिलनाडु के बीच खेले गए रणजी ट्रॉफी के फाइनल में तमिलनाडु के बी कल्याणसुंदरम ने किया था. उन्होंने मुंबई की दूसरी पारी के दौरान आखिरी चार बल्लेबाजों को आउट किया था.
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Watch: Rajneesh Gurbani's hat-trick against Delhi in the #RanjiTrophyFinalhttps://t.co/nCS1B5xYk5 pic.twitter.com/R4DEEziGw6
— CricketNDTV (@CricketNDTV) December 30, 2017
बी. कल्याणसुंदरम द्वारा बनाई गई हैट्रिक के बाद करीब 34 साल बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में हैट्रिक बनाने का कारनामा रजनीश गुरबानी के हिस्से में आया. होल्कर स्टेडियम में चल रहे मैच के दूसरे दिन शनिवार को उन्होंने सुबह के सेशन में गुरबानी ने विकास मिश्रा, नवदीप सैनी और इसके बाद उन्होंने जमकर खेल रहे और शतकवीर ध्रुव शौरी (145) को आउट करके इतिहास रच दिया.
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अभी तक रणजी ट्रॉफी के फाइनल में बनी दो हैट्रिक में रजनीश गुरबानी के साथ अलग बात यह रही कि न केवल उन्होंने तीनों बल्लेबजों को बोल्ड आउट किया, बल्कि तीसरी गेंद पर शतकवीर बल्लेबाज का विकेट लिया. वहीं, बी. कल्याणसुंदरम की हैट्रिक में एक बल्लेबाज का विकेट एलबीडब्ल्यू था और तीनों ही बल्लेबाज अपना खाता नहीं खोल सके थे.
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