मैच में 12 विकेट लेने वाले रजनीश गुरबानी को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया
कोलकाता:
जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही कर्नाटक को हराकर विदर्भ ने शान के साथ रणजी ट्रॉफी के फाइनल में स्थान बना लिया है, जहां उसका मुकाबला दिल्ली की टीम से होगा. रजनीश गुरबानी (7/68) की शानदार गेंदबाजी के दम पर विदर्भ ने दूसरे सेमीफाइनल में आज यहां आठ बार की विजेता टीम कर्नाटक को हराया. ईडन गार्डन्स पर खेले गए इस मैच में विदर्भ ने कर्नाटक को 5 रन से हराया. विदर्भ और कर्नाटक का मुकाबला बुधवार को ही रोमांचक मोड़ पर पर पहुंच गया था. कर्नाटक को जीत के लिए केवल 87 रनों की जरूरत थी, वहीं विदर्भ को तीन विकेट हासिल करने थे. इन तीन विकेट को विदर्भ की टीम ने गुरबानी की बदौलत हासिल करते हुए जीत पाई.
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अपनी दूसरी पारी में विदर्भ ने 313 रन बनाकर कर्नाटक को 198 रनों का लक्ष्य दिया था. लक्ष्य को हासिल करने उतरी कर्नाटक ने बुधवार को दिन का खेल समाप्त होने तक 7 विकेट के नुकसान पर 111 रन बना लिए थे. उसे अब केवल जीत के लिए 87 रन चाहिए थे. हालांकि, गुरबानी ने स्टम्प्स तक सबसे अधिक चार विकेट लिए थे. कर्नाटक टीम गुरुवार को लक्ष्य हासिल करने के लिए मैदान पर उतरी. पिछले दिन के नाबाद बल्लेबाजों श्रेयस गोपाल (नाबाद 24) और कप्तान विनय कुमार (36) ने 30 रन जोड़कर टीम को 141 के स्कोर तक पहुंचाया. इसी स्कोर पर गुरबानी ने विनय को विकेट के पीछे खड़े अक्षय वाडकर के हाथों कैच आउट करा दिया. इसके बाद गोपाल के साथ मिलकर अभिमन्यु मिथुन (33) के साथ मिलकर 48 रनों की साझेदारी की और टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया, लेकिन एक बार फिर गुरबानी कर्नाटक की परेशानी बन गए.
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गुरबानी ने इस साझेदारी को भी जमने नहीं दिया और 189 के स्कोर पर मिथुन उनकी गेंद पर सारवाते के हाथों लपके गए. कर्नाटक को जीत के लिए केवल 9 रन चाहिए थे और उसके पास केवल एक विकेट बाकी था, लेकिन गुरबानी अब भी मुसीबत बनकर खड़े थे. पहली बार फाइनल में प्रवेश की उम्मीद लिए खड़ी विदर्भ की आंखों में उस समय चमक आ गई, जब गुरबानी ने 192 के कुल स्कोर पर कर्नाटक की आखिरी उम्मीद को भी तोड़ दिया. उन्होंने श्रीनाथ अरविंद (2) को वानखाड़े के हाथों कैच आउट करवाकर विदर्भ को रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा दिया. सेमीफाइनल में विदर्भ के के लिए कुल 12 विकेट लेने वाले गुरबानी को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. विदर्भ और दिल्ली के बीच अब खिताबी भिड़ंत इंदौर के होल्कर स्टेडियम में 29 दिसंबर से होगी. (इनपुट: एजेंसी)
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अपनी दूसरी पारी में विदर्भ ने 313 रन बनाकर कर्नाटक को 198 रनों का लक्ष्य दिया था. लक्ष्य को हासिल करने उतरी कर्नाटक ने बुधवार को दिन का खेल समाप्त होने तक 7 विकेट के नुकसान पर 111 रन बना लिए थे. उसे अब केवल जीत के लिए 87 रन चाहिए थे. हालांकि, गुरबानी ने स्टम्प्स तक सबसे अधिक चार विकेट लिए थे. कर्नाटक टीम गुरुवार को लक्ष्य हासिल करने के लिए मैदान पर उतरी. पिछले दिन के नाबाद बल्लेबाजों श्रेयस गोपाल (नाबाद 24) और कप्तान विनय कुमार (36) ने 30 रन जोड़कर टीम को 141 के स्कोर तक पहुंचाया. इसी स्कोर पर गुरबानी ने विनय को विकेट के पीछे खड़े अक्षय वाडकर के हाथों कैच आउट करा दिया. इसके बाद गोपाल के साथ मिलकर अभिमन्यु मिथुन (33) के साथ मिलकर 48 रनों की साझेदारी की और टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया, लेकिन एक बार फिर गुरबानी कर्नाटक की परेशानी बन गए.
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गुरबानी ने इस साझेदारी को भी जमने नहीं दिया और 189 के स्कोर पर मिथुन उनकी गेंद पर सारवाते के हाथों लपके गए. कर्नाटक को जीत के लिए केवल 9 रन चाहिए थे और उसके पास केवल एक विकेट बाकी था, लेकिन गुरबानी अब भी मुसीबत बनकर खड़े थे. पहली बार फाइनल में प्रवेश की उम्मीद लिए खड़ी विदर्भ की आंखों में उस समय चमक आ गई, जब गुरबानी ने 192 के कुल स्कोर पर कर्नाटक की आखिरी उम्मीद को भी तोड़ दिया. उन्होंने श्रीनाथ अरविंद (2) को वानखाड़े के हाथों कैच आउट करवाकर विदर्भ को रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा दिया. सेमीफाइनल में विदर्भ के के लिए कुल 12 विकेट लेने वाले गुरबानी को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. विदर्भ और दिल्ली के बीच अब खिताबी भिड़ंत इंदौर के होल्कर स्टेडियम में 29 दिसंबर से होगी. (इनपुट: एजेंसी)
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