राहुल द्रविड़ की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
भारतीय क्रिकेट टीम में दीवार और मिस्टर भरोसेमंद जैसी उपलब्धियों के साथ 16 साल तक लगातार जोरदार प्रदर्शन करने वाले राहुल द्रविड़ अपनी नई भूमिका को लेकर ख़ासे उत्साहित हैं। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने राहुल द्रविड़ को भारत- ए और अंडर - 19 टीम का कोच बनाया है।
इस जिम्मेदारी को स्वीकार करने के बाद क्रिकेट वेबसाइट क्रिकइंफो को दिए इंटरव्यू में राहुल द्रविड़ ने कहा है, 'ये ऐसा क्षेत्र है जिसमें मैं काम करना चाहता हूं।' राहुल द्रविड़ ने कहा है कि अंडर-19 या फिर भारत-ए के लिए खेलने वाले खिलाड़ियों के लिए ये दौर बेहद महत्वपूर्ण होता है और वे इन युवा खिलाड़ियों के करियर को आकार देने की भूमिका निभाना चाहते हैं।
द्रविड़ ने कहा है, 'भारत- ए और अंडर-19 टीम को बेहतर वातावरण और अवसर मुहैया कराने की कोशिश करूंगा ताकि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें, जिसके उनके करियर को मदद मिले और वे भारतीय क्रिकेट टीम की अगली पीढ़ी में तब्दील हो सकें।' इस दौरान द्रविड़ ने ये भी उम्मीद जताई है कि उन्हें सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की सदस्यता वाली हाई-प्रोफाइल समिति से भी मदद मिलती रहेगी।
राहुल द्रविड़ ने ये भी कहा है कि वे नेशनल टीम के डायरेक्टर, सपोर्ट स्टॉफ और चयनसमिति के सदस्यों से भी संपर्क में रहेंगे ताकि उन्हें पता चल सके कि नेशनल टीम को किस तरह के खिलाड़ियों की जरूरत है। जाहिर टीम की जरूरत को समझते हुए ही द्रविड़ युवा खिलाड़ियों को तैयार करने की कोशिश करेंगे।
राहुल द्रविड़ को पहले बीसीसीआई की सलाहकार समिति में शामिल किए जाने की चर्चा थी, उससे पहले नेशनल टीम के संभावित कोच के तौर पर भी उनके नाम लिया जा रहा था। लेकिन राहुल द्रविड़ ने अपनी पसंद का काम चुना है- युवा प्रतिभाओं को निखारने का। ऐसे में ये तय है कि आने वाले दिनों में राहुल द्रविड़ द्वारा निखारे गए क्रिकेटरों की सुर्खियां हमें देखने को मिलेंगी।
इस जिम्मेदारी को स्वीकार करने के बाद क्रिकेट वेबसाइट क्रिकइंफो को दिए इंटरव्यू में राहुल द्रविड़ ने कहा है, 'ये ऐसा क्षेत्र है जिसमें मैं काम करना चाहता हूं।' राहुल द्रविड़ ने कहा है कि अंडर-19 या फिर भारत-ए के लिए खेलने वाले खिलाड़ियों के लिए ये दौर बेहद महत्वपूर्ण होता है और वे इन युवा खिलाड़ियों के करियर को आकार देने की भूमिका निभाना चाहते हैं।
द्रविड़ ने कहा है, 'भारत- ए और अंडर-19 टीम को बेहतर वातावरण और अवसर मुहैया कराने की कोशिश करूंगा ताकि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें, जिसके उनके करियर को मदद मिले और वे भारतीय क्रिकेट टीम की अगली पीढ़ी में तब्दील हो सकें।' इस दौरान द्रविड़ ने ये भी उम्मीद जताई है कि उन्हें सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की सदस्यता वाली हाई-प्रोफाइल समिति से भी मदद मिलती रहेगी।
राहुल द्रविड़ ने ये भी कहा है कि वे नेशनल टीम के डायरेक्टर, सपोर्ट स्टॉफ और चयनसमिति के सदस्यों से भी संपर्क में रहेंगे ताकि उन्हें पता चल सके कि नेशनल टीम को किस तरह के खिलाड़ियों की जरूरत है। जाहिर टीम की जरूरत को समझते हुए ही द्रविड़ युवा खिलाड़ियों को तैयार करने की कोशिश करेंगे।
राहुल द्रविड़ को पहले बीसीसीआई की सलाहकार समिति में शामिल किए जाने की चर्चा थी, उससे पहले नेशनल टीम के संभावित कोच के तौर पर भी उनके नाम लिया जा रहा था। लेकिन राहुल द्रविड़ ने अपनी पसंद का काम चुना है- युवा प्रतिभाओं को निखारने का। ऐसे में ये तय है कि आने वाले दिनों में राहुल द्रविड़ द्वारा निखारे गए क्रिकेटरों की सुर्खियां हमें देखने को मिलेंगी।
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