रवींद्र जडेजा के प्रदर्शन में आया निखार काबिलेतारीफ है (फाइल फोटो)
भारतीय टीम के हरफनमौला रवींद्र जडेजा इस समय कुछ भी गलत नहीं कर रहे. अपनी गेंदबाजी से वे बढ़-चढ़कर टीम के लिए योगदान पहले से देते रहे हैं, लेकिन 2016-17 सीजन में बल्लेबाजी में उनके प्रदर्शन में आया उछाल काबिलेतारीफ है. धर्मशाला टेस्ट की पहली पारी के अर्धशतक को मिलाकर जडेजा टेस्ट क्रिकेट में अब 7 अर्धशतक बना चुके हैं. 2016-17 सीजन में ही उन्होंने छह शतक जमाए हैं. मजे की बात यह है कि अर्धशतकों की यह संख्या कप्तान विराट कोहली, मुरली विजय और लोकेश राहुल के अर्धशतकों की संख्या के बराबर है. इन तीनों बल्लेबाजों ने भी इस सीजन में जडेजा के बराबर छह शतक ही लगाए हैं. भारतीय खिलाडि़यों में चेतेश्वर पुजारा (12)ने ही उनसे अधिक अर्धशतक जमाए हैं. धर्मशाला में खेली जडेजा की पारी को बेहतरीन रही. उन्होंने पहली पारी में 63 रन की पारी ऐसे वक्त पर खेली जब टीम को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी. जडेजा की इस पारी का टीम इंडिया को 32 रन की बढ़त दिलाने में इस पारी की अहम भूमिका रही. ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के दौरान गेंद से भी जडेजा ने चमक दिखाई. उन्होंने 18 ओवर में केवल 24 रन (इकोनॉमी रेट 1.33) देकर तीन विकेट लिए.
गेंद और बल्ले, दोनों से टीम के लिए योगदान देने की क्षमता के कारण जड्डू कप्तान विराट कोहली के पसंदीदा प्लेयर बन चुके हैं. रवींद्र जडेजा इस समय दुनिया के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज और नंबर तीन ऑल राउंडर हैं. इस सीजन में उन्होंने अपनी इस क्षमता को बखूबी प्रदर्शित किया है. उन्होंने एक सीजन में 500 रन बनाने के साथ ही 50 विकेट लेने का कारनामा किया है. ऐसा करने वाले वह दुनिया के तीसरे खिलाड़ी हैं. इससे पहले भारतीय ऑल राउंडर कपिल देव और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज मिचेल जॉनसन भी ऐसा कर चुके हैं. कपिल देव ने सबसे पहले 1979-80 में यह कारनामा किया था जबकि मिचेल जॉनसन ने 2008-09 में यह कमाल किया था तो रवींद्र जडेजा ने इस सीजन (2016-17) में इसे दोहराने का काम किया है.
गेंद और बल्ले, दोनों से टीम के लिए योगदान देने की क्षमता के कारण जड्डू कप्तान विराट कोहली के पसंदीदा प्लेयर बन चुके हैं. रवींद्र जडेजा इस समय दुनिया के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज और नंबर तीन ऑल राउंडर हैं. इस सीजन में उन्होंने अपनी इस क्षमता को बखूबी प्रदर्शित किया है. उन्होंने एक सीजन में 500 रन बनाने के साथ ही 50 विकेट लेने का कारनामा किया है. ऐसा करने वाले वह दुनिया के तीसरे खिलाड़ी हैं. इससे पहले भारतीय ऑल राउंडर कपिल देव और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज मिचेल जॉनसन भी ऐसा कर चुके हैं. कपिल देव ने सबसे पहले 1979-80 में यह कारनामा किया था जबकि मिचेल जॉनसन ने 2008-09 में यह कमाल किया था तो रवींद्र जडेजा ने इस सीजन (2016-17) में इसे दोहराने का काम किया है.
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