यह ख़बर 24 नवंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

मुंबई टेस्ट : कुक और पीटरसन का भारत को करारा जवाब

खास बातें

  • इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन 68 रन पर दो विकेट गंवाने के बाद जबरदस्त वापसी करते हुए दिन का खेल समाप्त होने तक पहली पारी में दो विकेट गंवाकर 178 रन बना लिए।
मुंबई:

इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन 68 रन पर दो विकेट गंवाने के बाद जबरदस्त वापसी करते हुए दिन का खेल समाप्त होने तक पहली पारी में दो विकेट गंवाकर 178 रन बना लिए। कुक 87 रन और पीटरसन 62 रन बनाकर नाबाद लौटे।

वानखेड़े स्टेडियम में भारत के 327 पर ऑल आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी मेहमान इंग्लैंड की टीम ने हालांकि सधी शुरुआत की, लेकिन लंच के बाद प्रज्ञान ओझा ने दो विकेट झटककर इंग्लैंड को दबाव में ला दिया। हालांकि इसके बाद कुक और पीटरसन की धैर्यपूर्ण पारियों की बदौलत इंग्लैंड ने अपनी स्थिति संभाल ली।

ओझा की तेज टर्न लेती हुई गेंद पर कॉम्पटन 29 रन के निजी स्कोर पर स्लिप में खड़े वीरेंद्र सहवाग को कैच दे बैठे। इसके बाद इस भारतीय गेंदबाज ने जोनाथन ट्रॉट (शून्य) को पगबाधा आउट किया, जिससे इंग्लैंड की टीम का स्कोर बिना किसी विकेट के 66 रन से दो विकेट पर 68 रन हो गया। इंग्लैंड ने लंच तक सात रन के स्कोर के बाद चाय तक 36 ओवर में दो विकेट पर 77 रन बना लिए थे।

सुबह इंग्लैंड के स्पिनरों ने पहले सत्र में चार विकेट चटकाकर भारत को पहली पारी में 327 रन पर समेट दिया। टीम रात के छह विकेट पर 266 रन के स्कोर पर खेलने उतरी, जिसके बाद ग्रीम स्वान ने बचे हुए चार में से तीन विकेट अपनी झोली में डाले, जबकि मोंटी पनेसर ने एक विकेट हासिल कर मैच में 129 रन देकर पांच विकेट प्राप्त किए।

पनेसर ने भारत के खिलाफ किसी भी मैदान पर पहली बार और ओवरऑल 11वीं बार पांच विकेट चटकाए। पनेसर ने इससे पहले 2008 में नाटिघंम में भारत के खिलाफ 101 रन देकर चार विकेट प्राप्त किए थे। भारत ने पहले दिन के स्कोर में शनिवार सुबह 61 रन जोड़े।

ऑफ स्पिनर स्वान (70 रन देकर चार विकेट) ने चेतेश्वर पुजारा (135), हरभजन सिंह (35 गेंद में दो चौके और एक छक्के से 21 रन) और जहीर खान (11 गेंद में एक चौके और एक छक्के से इतने ही रन) को 10 गेंद के अंदर पैवेलियन भेज दिया। पनेसर ने आर अश्विन को आउट किया, जिन्होंने 68 रन की पारी खेली। भारत के अंतिम चार खिलाड़ियों ने 158 रन जोड़कर टीम को छह विकेट पर 169 रन के स्कोर से वापसी कराने में मदद की, जिसमें पुजारा ने 135 रन की शानदार पारी खेली।

पुजारा ने अपनी साढ़े सात घंटे की पारी में 350 गेंद का सामना किया और 12 चौके जमाए। इंग्लैंड की टीम इस तरह शृंखला में पहली बार पुजारा को आउट करने में सफल रही। वह 316 रन के स्कोर पर आउट होने वाले नौंवे बल्लेबाज रहे। उन्होंने शुक्रवार को पूरे दिन और शनिवार को लंच से आधा घंटा पहले तक बल्लेबाजी की।

24- वर्षीय पुजारा ने अहमदाबाद में पहले टेस्ट में पहली पारी में नाबाद 206 रन बनाए थे और दूसरी पारी में भी वह 41 रन बनाकर नाबाद रहे थे। मेजबान टीम ने यह मैच 77 रन से जीता था। भारत ने दूसरे दिन सुबह धीमी शुरुआत की और अश्विन का विकेट खोकर पहले घंटे में 17 ओवर में महज 27 रन जोड़े। पनेसर की तेजी से टर्न कर रही गेंदों से अश्विन को परेशानी हुई, जिन्होंने 60 रन से खेलना शुरू किया। उन्होंने अपने पैर का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन पगबाधा आउट हो गए।

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अश्विन ने 147 मिनट में 114 गेंद का सामना करते हुए नौ चौके जमाये और इस तरह उन्होंने पुजारा के साथ सातवें विकेट के लिए 111 रन की भागीदारी की। अश्विन के आउट होने के बाद हरभजन मैदान पर उतरे। वह स्पिन गेंद के खिलाफ सहज नहीं दिख रहे थे, जिससे वह कई बार आउट होने से बचे। हरभजन के पनेसर की गेंद पर लगे चौके से भारत ने दिन के 19वें ओवर में 300 रन पूरे किए। उन्होंने इसके बाद पारी का पहला छक्का लगाया। लेकिन वह स्वान की गेंद पर उनके 48वें मैच में 200वां टेस्ट शिकार बने। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले इंग्लैंड के 14वें खिलाड़ी हैं।