विज्ञापन
This Article is From Jul 06, 2016

एमएस धोनी ने टीम इंडिया से कहा- क्रिकेट गया, तो ज्यादा कुछ नहीं बचेगा... इसलिए लुत्फ उठाओ

एमएस धोनी ने टीम इंडिया से कहा- क्रिकेट गया, तो ज्यादा कुछ नहीं बचेगा... इसलिए लुत्फ उठाओ
धोनी ने टीम इंडिया के टेस्ट खिलाड़ियों को खेल का लुत्फ उठाने को कहा...
बेंगलुरू: महेंद्र सिंह धोनी अब भले ही टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान नहीं हैं, लेकिन खिलाड़ियों के बीच उनका कद कितना ऊंचा है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि नए कोच अनिल कुंबले ने वेस्टइंडीज दौरे पर जाने से पहले टीम के युवा खिलाड़ियों को मोटिवेट करने के लिए धोनी को ही चुना।

नए कोच कुंबले ने धोनी को न केवल प्रदर्शन में सुधार के लिए सुझाव देने के लिए आमंत्रित किया, बल्कि उनसे एक मोटिवेशनल स्पीच भी दिलवाई। सभी ने धोनी को पहली बार इस रूप में देखा। हालांकि मैदान पर हमने उन्हें कई बार ऐसा करते हुए देखा है, लेकिन यह अपने आप में अनूठा अनुभव रहा। धोनी ने युवा खिलाड़ियों को क्रिकेट की अहमियत बताते हुए कहा कि अधिकांश खिलाड़ी ऐसे हैं जिनके जीवन से क्रिकेट निकल गया, तो ज्यादा कुछ नहीं बचेगा। आइए विस्तार से जानते हैं कि धोनी ने अपने उत्साहजनक भाषण में क्या-क्या कहा-

ऐसा पहली बार हुआ...
धोनी ने यह स्पीच भारतीय क्रिकेटरों के कुछ संगीतकारों के साथ 45 मिनट का ‘ड्रम बॉन्डिंग’ सत्र का लुत्फ उठाने के बाद दी। वनडे कप्तान धोनी ने टेस्ट टीम के युवा खिलाड़ियों से कहा, ‘‘हमने ड्रम सत्र के साथ 45 मिनट पहले शुरुआत की थी और हममें से ज्यादातर सहमत होंगे कि ऐसा पहली बार हुआ है जब हमने कोई भी वाद्ययंत्र बजाया है, इसलिए हम इस तरह मजा भी ले सकते हैं और क्रिकेट में भी हम लुत्फ उठा सकते हैं।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘हममें से ज्यादातर ने क्रिकेट खेलना तब शुरू किया जब हम पांच साल के थे। मुझे लगता है कि यही समय है जब भारतीय क्रिकेट आगे की ओर बढ़ेगा। पिछले दो-तीन साल में हम युवाओं को टेस्ट में लाने के बारे में बात कर रहे थे।’’ (नीचे देखिए वीडियो)

अब हमारे पास गेंदबाजों-बल्लेबाजों का पूल है
धोनी ने बाद में कहा, ‘‘अब हमारे पास टेस्ट मैचों में जमे हुए बल्लेबाज हैं, हमारे पास गेंदबाजों का पूल है। मैं सिर्फ दो या तीन बल्लेबाजों या गेंदबाजों के बारे में बात नहीं कर रहा हूं। मैं गेंदबाजों और बल्लेबाजों के पूल के बारे में बात कर रहा हूं। इसलिये आगामी चरण काफी दिलचस्प होगा।’’

भारत के सीमित ओवर की टीम के कप्तान आगामी 17 टेस्ट मैचों का हिस्सा नहीं होंगे, जिसमें इस सत्र में घरेलू मैदान पर 13 टेस्ट खेले जाएंगे, लेकिन उनके शब्द कमरे में बैठे युवा खिलाड़ियों के कान में संगीत की तरह थे।

हो सकता है सबके लिए सीरीज अच्छी न हो, लेकिन...
उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी के लिए सीरीज बहुत अच्छी नहीं होगी, लेकिन अगर आप इन 17 टेस्ट मैचों में एकजुट होकर रहोगे तो आप सभी सफलता हासिल करोगे। उस कार्यकाल का आनंद उठाना अहम है जो कठिन हो। जब तक आप एक इकाई के तौर पर लुत्फ नहीं उठाओगे, मुझे नहीं लगता कि आपको कोई भी रोक सकता है।’’

क्रिकेट हमारे लिए बहुत-कुछ...नहीं तो...
धोनी ने कहा, ‘‘इसलिये सुनिश्चित करो कि आप काफी मजा करो, क्योंकि भारतीय क्रिकेट में यह कुछ ऐसा है जो हम अक्सर नहीं करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लिए क्रिकेट बहुत कुछ है। हममें से ज्यादातर के लिए अगर आप अपनी व्यक्तिगत जिंदगी से क्रिकेट को बाहर निकाल दो तो ज्यादा कुछ नहीं बचेगा, लेकिन इसमें मजा करना अहम है। हमने यहां जो 45 मिनट बिताए हैं, उससे पता चलता है कि हम दुनिया में कहीं भी आनंद उठा सकते हैं। हमें सिर्फ हमारे साथ की जरूरत होती है।’’

इस पूरी बातचीत में धोनी ने दबाव भरे हालात में लुत्फ उठाने की जरूरत पर जोर दिया। उनका संदेश बिलकुल सरल रहा, ‘‘खेलते हुए लुत्फ उठाना बहुत महत्वपूर्ण है और अगर आप एक-दूसरे का समर्थन करोगे तो अंतत: सफलता आपके कदम चूमेगी।’’

अब जब टीम इंडिया वेस्टइंडीज के लिए रवाना हो गई है तो देखनी वाली बात होगी कि धोनी की इस मोटिवेशनल स्पीच का युवा खिलाड़ियों पर कितना असर होता है और वह 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में क्लीन-स्वीप कर पाते हैं या नहीं...

देखिए धोनी की स्पीच का वीडियो-
 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com