एमएस धोनी इन दिनों क्रिकेट से दूर फैमिली के साथ समय बिता रहे हैं (फोटो : Reuters)
भारत के सफलतम कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिए हुए लगभग डेढ़ साल हो गए हैं, लेकिन उनमें 'टेस्ट क्रिकेट का कीड़ा' अब भी है और वह इसे भुला नहीं पा रहे हैं और 'मिस' भी करते हैं। ऐसे में जब टीम इंडिया गुरुवार से वेस्टइंडीज दौरे की शुरुआत करने जा रही है, तब धोनी को टेस्ट क्रिकेट की याद सता रही है... जानिए आखिर टेस्ट क्रिकेट में ऐसा क्या है कि धोनी को उसकी याद आती है। उन्होंने खुद ही इसका खुलासा एक कार्यक्रम में किया है। गौरतलब है कि वनडे और टी-20 में ध्यान लगा रहे कैप्टन कूल इन दिनों क्रिकेट के मैदान से दूर हैं, क्योंकि अगले कुछ महीनों तक कोई भी वनडे सीरीज नहीं है।
धोनी ने बुधवार को गुड़गांव में एक कार्यक्रम में कहा, 'आप खुद से क्रिकेट के 'कीड़े' को नहीं निकाल सकते हैं। भले ही आपने यह गेम छोड़ दिया हो, फिर भी आप इससे जुड़े रहने की कोशिश करते हैं। मैं टेस्ट क्रिकेट को मिस करता हूं, क्योंकि यह चैलेंजिंग होता है, लेकिन फिर भी मैंने सही निर्णय लिया है।'
धोनी ने विंडीज में टीम की संभावनाओं पर कहा कि टीम इंडिया की गेंदबाजी की बेंच स्ट्रेंथ से उसे फायदा होगा और वह विंडीज से मजबूत दिख रही है।
कैप्टन कूल का मानना है कि विंडीज में स्पिनरों को थोड़ा अधिक फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा, "हमारी गेंदबाजी की सबसे अच्छी बात यह है कि हमारे पास टैलेंट का खजाना है और वह सभी फिट भी हैं। भले ही कैरिबियाई विकेट धीमे हो गए हों, लेकिन फिर भी हमें मदद मिलेगी।'
धोनी के अनुसार वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड प्रेसीडेंट इलेवन के खिलाफ सेंट लूसिया में खेले दो अभ्यास मैचों से टीम को विकेट को समझने और माहौल में ढलने मेंआसानी होगी।
गौरतलब है कि दिसंबर 2014 में टेस्ट से संन्यास लेने के बाद से धोनी ने खुद को सीमित ओवरों के क्रिकेट तक सीमित कर लिया है। हाल ही में उन्होंने जिम्बाब्वे का दौरा किया था और वहां टीम इंडिया ने दोनों सीरीज जीत ली थी। अगली वनडे और टी-20 सीरीज के लिए अब उन्हें टीम इंडिया के विंडीज दौरे से लौटने तक इंतजार करना होगा।
धोनी ने बुधवार को गुड़गांव में एक कार्यक्रम में कहा, 'आप खुद से क्रिकेट के 'कीड़े' को नहीं निकाल सकते हैं। भले ही आपने यह गेम छोड़ दिया हो, फिर भी आप इससे जुड़े रहने की कोशिश करते हैं। मैं टेस्ट क्रिकेट को मिस करता हूं, क्योंकि यह चैलेंजिंग होता है, लेकिन फिर भी मैंने सही निर्णय लिया है।'
धोनी ने विंडीज में टीम की संभावनाओं पर कहा कि टीम इंडिया की गेंदबाजी की बेंच स्ट्रेंथ से उसे फायदा होगा और वह विंडीज से मजबूत दिख रही है।
कैप्टन कूल का मानना है कि विंडीज में स्पिनरों को थोड़ा अधिक फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा, "हमारी गेंदबाजी की सबसे अच्छी बात यह है कि हमारे पास टैलेंट का खजाना है और वह सभी फिट भी हैं। भले ही कैरिबियाई विकेट धीमे हो गए हों, लेकिन फिर भी हमें मदद मिलेगी।'
धोनी के अनुसार वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड प्रेसीडेंट इलेवन के खिलाफ सेंट लूसिया में खेले दो अभ्यास मैचों से टीम को विकेट को समझने और माहौल में ढलने मेंआसानी होगी।
गौरतलब है कि दिसंबर 2014 में टेस्ट से संन्यास लेने के बाद से धोनी ने खुद को सीमित ओवरों के क्रिकेट तक सीमित कर लिया है। हाल ही में उन्होंने जिम्बाब्वे का दौरा किया था और वहां टीम इंडिया ने दोनों सीरीज जीत ली थी। अगली वनडे और टी-20 सीरीज के लिए अब उन्हें टीम इंडिया के विंडीज दौरे से लौटने तक इंतजार करना होगा।
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