नई दिल्ली:
विराट कोहली भले ही आईपीएल के हाल में खत्म हुए टूर्नामेंट में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हो लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज माइक हसी ने कहा है कि विरोधी टीमें अपने जोखिम पर ही भारतीय कप्तान को हल्के में ले सकती हैं. हसी ने आईसीसी प्रतियोगिता से पहले बातचीत के दौरान कहा, ‘‘वह विश्वस्तरीय खिलाड़ी हैं और जो भी इस टूर्नामेंट में उसे चुका हुआ मानना चाहता है उसे नुकसान उठाना होगा. आप उसके जैसे खिलाड़ी को लंबे समय तक शांत नहीं रख सकते और मुझे यकीन है कि वह इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन करने और दुनिया को एक बार फिर अपना स्तर दिखाने को लेकर काफी प्रतिबद्ध हैं.’’ हसी ने साथ ही कहा कि शीर्ष भारतीय बल्लेबाजों की फार्म का भी गत चैम्पियन टीम की संभावनाओं पर असर नहीं पड़ेगा.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि इसका अधिक असर होगा. यह अलग देश में अलग टूर्नामेंट है, अलग टीमें और अलग हालात हैं. यह सिर्फ अच्छी शुरुआत करना और कुछ लय हासिल करने के अलावा टूर्नामेंट के शुरू में आत्मविश्वास हासिल करना है.’’ दो बार के विश्व कप विजेता इसी ने भारतीय बल्लेबाजों को सलाह दी है कि वे इंग्लैंड में गेंद को जितना अधिक हो उतना देर से खेलें.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि बल्लेबाजी के नजरिये से आपको गेंद का अधिक इंतजार करना होगा और जितना संभव हो उतना देर से खेलें. आस्ट्रेलियाई हालात में पिचें सामान्यत: असमान उछाल वाली नहीं होती और आप गेंद की लाइन में आकर खेल सकते हैं.’’ हसी को साथ ही लगता है कि तीन स्थलों बर्मिंघम, कार्डिफ और द ओवल में स्पिनरों की भी भूमिका हो सकती है.
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पिचें नहीं देखी हैं इसलिए मेरे लिए कुछ भी बोलना मुश्किल है लेकिन अगर वे सूखी हैं तो मुझे निश्चित तौर पर लगता है कि स्पिनर टूर्नामेंट में भूमिका निभा सकते हैं.’’
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि इसका अधिक असर होगा. यह अलग देश में अलग टूर्नामेंट है, अलग टीमें और अलग हालात हैं. यह सिर्फ अच्छी शुरुआत करना और कुछ लय हासिल करने के अलावा टूर्नामेंट के शुरू में आत्मविश्वास हासिल करना है.’’ दो बार के विश्व कप विजेता इसी ने भारतीय बल्लेबाजों को सलाह दी है कि वे इंग्लैंड में गेंद को जितना अधिक हो उतना देर से खेलें.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि बल्लेबाजी के नजरिये से आपको गेंद का अधिक इंतजार करना होगा और जितना संभव हो उतना देर से खेलें. आस्ट्रेलियाई हालात में पिचें सामान्यत: असमान उछाल वाली नहीं होती और आप गेंद की लाइन में आकर खेल सकते हैं.’’ हसी को साथ ही लगता है कि तीन स्थलों बर्मिंघम, कार्डिफ और द ओवल में स्पिनरों की भी भूमिका हो सकती है.
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पिचें नहीं देखी हैं इसलिए मेरे लिए कुछ भी बोलना मुश्किल है लेकिन अगर वे सूखी हैं तो मुझे निश्चित तौर पर लगता है कि स्पिनर टूर्नामेंट में भूमिका निभा सकते हैं.’’
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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