विज्ञापन
This Article is From Jul 31, 2017

क्रिकेट आस्ट्रेलिया के मध्यस्थता प्रस्ताव को ठुकराना मूर्खता होगी : माइकल क्लार्क

आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क का कहना है कि अगर आस्ट्रेलियाई क्रिकेट खिलाड़ियों ने क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) की ओर से पेश किए गए मध्यस्थता प्रस्ताव को ठुकराया, तो ये उनकी मूर्खता होगी.

क्रिकेट आस्ट्रेलिया के मध्यस्थता प्रस्ताव को ठुकराना मूर्खता होगी : माइकल क्लार्क
पूर्व कप्तान का मानना है कि एसीए को निश्चित तौर पर मध्यस्ता का प्रस्ताव स्वीकार करना चाहिए
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
रोलओवर अनुबंध के साथ बांग्लादेश-भारत दौरे का आश्वासन-CA
CA के प्रस्ताव को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर संघ की सहमति नहीं मिली
प्रस्ताव से भुगतान विवाद के समाधान में देरी की संभावना
मेलबर्न: आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क का कहना है कि अगर आस्ट्रेलियाई क्रिकेट खिलाड़ियों ने क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) की ओर से पेश किए गए मध्यस्थता प्रस्ताव को ठुकराया, तो ये उनकी मूर्खता होगी.

उल्लेखनीय है कि सीए ने पिछले गुरुवार को इसका प्रस्ताव दिया था और इसमें रोलओवर अनुबंध की प्रतिबद्धता के साथ-साथ अगस्त में बांग्लादेश, सितम्बर तथा अक्टूबर में भारत दौरे का आश्वासन था. इस प्रस्ताव पर हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर संघ की सहमति नहीं मिली है, क्योंकि इससे भुगतान विवाद के समाधान में देरी की संभावना है.

यह भी पढ़ें:
बेंगलुरू में ऑटो चलाना सीख रहे हैं ऑस्‍ट्रेलिया के पूर्व कप्‍तान माइकल क्लार्क
कुछ खिलाड़ी टीम के लिए 'ट्यूमर' की तरह थे, माइकल क्लार्क के इस बयान से हो सकता है विवाद

VIDEO:संगाकारा और माइकल क्लार्क को गावस्कर ने कहा 'अलविदा' एसीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलिस्टर निकोलसन ने कहा कि वह बोर्ड के साथ वार्ता जारी रखना पसंद करेंगे, लेकिन मध्यस्थता प्रस्ताव पर अंतिम फैसला अगले सप्ताह तक लिया जाएगा. इस पर हालांकि, क्लार्क का मानना है कि खिलाड़ियों को इस प्रस्ताव के बारे में सोचना चाहिए.

क्लार्क ने कहा, "एक पूर्व खिलाड़ी के तौर पर मैं यह कहना चाहता हूं कि अगर जल्द हल नहीं निकलता है, तो खिलाड़ियों को इस मध्यस्थता प्रस्ताव को स्वीकार कर लेना चाहिए, क्योंकि इस विवाद को हमें अंतिम रूप देने की जरूरत है."

उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि एसीए को निश्चित तौर पर मध्यस्ता का प्रस्ताव स्वीकार करना चाहिए और अगर वो ऐसा नहीं करता है, तो ये उसकी मूर्खता होगी. खिलाड़ी इसके लिए ना नहीं कह सकते, क्योंकि उन्हें खेलना है. अगर उन्हें खेलना है, तो इसके लिए उन्हें हामी भरनी होगी."

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: