सीरीज़ बराबरी पर खत्म हुई, तो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी ऑस्ट्रेलिया के पास ही रहेगी....
नई दिल्ली:
धर्मशाला टेस्ट , 4 मैच की सीरीज़ के निर्णायक टेस्ट के रूप में खेला जाएगा. मैच से पहले सवाल ये है कि क्या ऑस्ट्रेलियाई टीम 13 साल में पहली भारत भारत में टेस्ट सीरीज़ जीत पाएगी या फिर टीम इंडिया लगातार छठी टेस्ट सीरीज़ जीतने में कामयाब रहेगी? टीम इंडिया के ऊपर इस टेस्ट से पहले थोड़ा ज़्यादा दबाव होगा, क्योंकि अगर टेस्ट ड्रॉ हुआ और सीरीज़ बराबरी पर खत्म हुई, तो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी ऑस्ट्रेलिया के पास ही रहेगी. भारतीय कप्तान विराट कोहली के खेलने पर संशय बना हुआ है. अगर वो फिट नहीं हुए तो बल्लेबाज़ों की ज़िम्मेदारी बढ़ जाएगी. केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा तो फ़ॉर्म में है, लेकिन रहाणे का बल्ला थोड़ा शांत है.
विराट कोहली ने मैच से पहले कहा कि "इस मैच में सीरीज़ दांव पर लगी है, दोनों टीमों के खिलाड़ी मैदान पर उतरने को बेताब हैं. दर्शकों में भी उत्साह ज़रूर होगा. ये बहुत दिलचस्प सीरीज़ रही है और मैं उम्मीद करता हूं कि सही तरीके से ये सीरीज़ खत्म हो" बल्लेबाज़ों के अलावा फोकस गेंदबाज़ों पर भी होगा, क्योंकि धर्मशाला की पिच से तेज़ गेंदबाज़ों को पहले 2 दिन थोड़ा मदद मिलने की उम्मीद की जा रही है और साथ ही धर्मशाला की हवा में थोड़ी स्विंग भी गेंद ज़रूर करेगी. ऐसे में भारतीय टीम मैनेजमेंट 4 गेंदबाज़ों के साथ जाए या 5, ये सवाल उन्हे ज़रूर परेशान कर रहा होगा. ईशांत पर भरोसा रखा जाए या फिर भुवनेश्वर उमेश के जोड़ीदार बनाए जाए ये ख़्याल कोच कुंबले के मन में ज़रूर होगा?
मोहम्मद शमी के खेलने पर भी संशय है? विराट को भी इसका एहसास है उनकी नज़र में धर्मशाला की पिच सबके लिए अच्छी है. विराट ने कहा कि "ये अच्छी क्रिकेटिंग विकेट है, जहां पर हर एक के लिए कुछ न कुछ है.... बल्लेबाज़ टिक जाने के बाद अपने शॉट्स खेल सकते हैं, तेज़ गेंदबाज़ों को शुरूआत में मदद मिलेगी और पूरे मैच को दौरान स्पिनर्स को उछाल".
वहीं, ऑस्ट्रेलियाई खेमा जीत के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है. "माइंड गेम" के जरिये भारत पर दबाव बढ़ाया जा रहा है. रांची में जिस तरीके से वो टेस्ट बचाने में कामयाब रहे इससे खिलाड़ियों का हौसला बढ़ा हुआ है. स्टीव स्मिथ, ग्लेन मैक्सवेल और पैट कमिंस की लय धर्मशाला टेस्ट में भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा है. स्टीव स्मिथ ने कहा कि "1-1 की बराबरी पर इस वक्त होने से हम खुश है और चौथे टेस्ट के लिए स्टेज सेट है, खिलाड़ी खेलने को उत्साहित हैं". नंबर 1 टीम इंडिया की जहां साख दांव पर है, वहीं ऑस्ट्रेलिया हारना बिलकुल नहीं चाहता, क्योंकि इससे सीरीज़ के साथ साथ वो अपनी नंबर 2 की रैंकिंग भी गवां देंगे.
विराट कोहली ने मैच से पहले कहा कि "इस मैच में सीरीज़ दांव पर लगी है, दोनों टीमों के खिलाड़ी मैदान पर उतरने को बेताब हैं. दर्शकों में भी उत्साह ज़रूर होगा. ये बहुत दिलचस्प सीरीज़ रही है और मैं उम्मीद करता हूं कि सही तरीके से ये सीरीज़ खत्म हो" बल्लेबाज़ों के अलावा फोकस गेंदबाज़ों पर भी होगा, क्योंकि धर्मशाला की पिच से तेज़ गेंदबाज़ों को पहले 2 दिन थोड़ा मदद मिलने की उम्मीद की जा रही है और साथ ही धर्मशाला की हवा में थोड़ी स्विंग भी गेंद ज़रूर करेगी. ऐसे में भारतीय टीम मैनेजमेंट 4 गेंदबाज़ों के साथ जाए या 5, ये सवाल उन्हे ज़रूर परेशान कर रहा होगा. ईशांत पर भरोसा रखा जाए या फिर भुवनेश्वर उमेश के जोड़ीदार बनाए जाए ये ख़्याल कोच कुंबले के मन में ज़रूर होगा?
मोहम्मद शमी के खेलने पर भी संशय है? विराट को भी इसका एहसास है उनकी नज़र में धर्मशाला की पिच सबके लिए अच्छी है. विराट ने कहा कि "ये अच्छी क्रिकेटिंग विकेट है, जहां पर हर एक के लिए कुछ न कुछ है.... बल्लेबाज़ टिक जाने के बाद अपने शॉट्स खेल सकते हैं, तेज़ गेंदबाज़ों को शुरूआत में मदद मिलेगी और पूरे मैच को दौरान स्पिनर्स को उछाल".
वहीं, ऑस्ट्रेलियाई खेमा जीत के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है. "माइंड गेम" के जरिये भारत पर दबाव बढ़ाया जा रहा है. रांची में जिस तरीके से वो टेस्ट बचाने में कामयाब रहे इससे खिलाड़ियों का हौसला बढ़ा हुआ है. स्टीव स्मिथ, ग्लेन मैक्सवेल और पैट कमिंस की लय धर्मशाला टेस्ट में भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा है. स्टीव स्मिथ ने कहा कि "1-1 की बराबरी पर इस वक्त होने से हम खुश है और चौथे टेस्ट के लिए स्टेज सेट है, खिलाड़ी खेलने को उत्साहित हैं". नंबर 1 टीम इंडिया की जहां साख दांव पर है, वहीं ऑस्ट्रेलिया हारना बिलकुल नहीं चाहता, क्योंकि इससे सीरीज़ के साथ साथ वो अपनी नंबर 2 की रैंकिंग भी गवां देंगे.
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