सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली (फाइल फोटो)
सिडनी:
टी-20 वर्ल्ड रैंकिंग में दुनिया के नंबर वन बल्लेबाज भारत के स्टार क्रिकेटर विराट कोहली का मानना है कि करियर के शुरुआती दौर में ही महानतम बल्लेबाजों में शुमार सचिन तेंदुलकर से मिली सलाह से उन्हें आज एक परिपक्व बल्लेबाज बनने में मदद मिली । आस्ट्रेलिया पर 3-0 से मिली सीरीज जीत में नायाब पारियां खेलने वाले कोहली सोमवार को जारी आईसीसी टी-20 बल्लेबाज रैंकिंग में पहली बार शीर्ष पर पहुंचे।
सचिन की वजह से ही मैंने खेलना शुरू किया
कोहली ने पहले मैच में नाबाद 90, दूसरे मैच में नाबाद 59 और रविवार को सिडनी में हुए तीसरे मैच में 50 रनों की आतिशी पारी खेली। क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) की आधिकारिक वेबसाइट पर सोमवार को कोहली के हवाले से कहा गया है, 'मैंने तेंदुलकर की वजह से ही क्रिकेट खेलना शुरू किया। तेंदुलकर ने देश के लिए जो किया, उसने मुझे भी खेलने के लिए प्रेरित किया। मैं हमेशा खुद को उनकी जगह रखकर देखता रहता था।'
खेल से जुड़ी छोटी से छोटी बात समझाते थे
कोहली ने कहा, 'मैं भाग्यशाली हूं कि करियर के शुरुआती दौर में मुझे तेंदुलकर के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने का मौका मिला। वह मुझे छोटी से छोटी बात समझाते रहते थे जिससे मैं अपने खेल को विकसित कर सका। उन्हें जब भी लगता वे सीधे मेरे पास आते और मुझे अपने खेल में सुधार करने के लिए उचित सलाह देते। उनकी ये सलाहें बिल्कुल जुदा होती थीं।'
जैसे ही अनुभवी खिलाड़ी आए, हमने जीत हासिल की
कोहली ने आगे कहा, 'उनके जैसे महान खिलाड़ी अमूमन ऐसा नहीं करते। इससे मुझे हमेशा आत्मबल मिला और मुझे उनके साथ बल्लेबाजी करने और बड़ी साझेदारियां निभाने का भी मौका मिला। मेरे लिए करियर का यह सबसे अहम हिस्सा रहा।' आस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में 1-4 से मिली हार पर कोहली ने कहा, ' सीरीज गंवाना दुखद रहा, लेकिन निश्चित तौर पर आस्ट्रेलिया ने हमसे बेहतर खेला। हालांकि मैं यह नहीं मानता कि हमने सीरीज में खराब प्रदर्शन किया। हमारी बल्लेबाजी अनुभवहीन थी। टी-20 में हमारे पास जैसे ही अनुभवी खिलाड़ी आए, हमने जीत हासिल की।'
सचिन की वजह से ही मैंने खेलना शुरू किया
कोहली ने पहले मैच में नाबाद 90, दूसरे मैच में नाबाद 59 और रविवार को सिडनी में हुए तीसरे मैच में 50 रनों की आतिशी पारी खेली। क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) की आधिकारिक वेबसाइट पर सोमवार को कोहली के हवाले से कहा गया है, 'मैंने तेंदुलकर की वजह से ही क्रिकेट खेलना शुरू किया। तेंदुलकर ने देश के लिए जो किया, उसने मुझे भी खेलने के लिए प्रेरित किया। मैं हमेशा खुद को उनकी जगह रखकर देखता रहता था।'
खेल से जुड़ी छोटी से छोटी बात समझाते थे
कोहली ने कहा, 'मैं भाग्यशाली हूं कि करियर के शुरुआती दौर में मुझे तेंदुलकर के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने का मौका मिला। वह मुझे छोटी से छोटी बात समझाते रहते थे जिससे मैं अपने खेल को विकसित कर सका। उन्हें जब भी लगता वे सीधे मेरे पास आते और मुझे अपने खेल में सुधार करने के लिए उचित सलाह देते। उनकी ये सलाहें बिल्कुल जुदा होती थीं।'
जैसे ही अनुभवी खिलाड़ी आए, हमने जीत हासिल की
कोहली ने आगे कहा, 'उनके जैसे महान खिलाड़ी अमूमन ऐसा नहीं करते। इससे मुझे हमेशा आत्मबल मिला और मुझे उनके साथ बल्लेबाजी करने और बड़ी साझेदारियां निभाने का भी मौका मिला। मेरे लिए करियर का यह सबसे अहम हिस्सा रहा।' आस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में 1-4 से मिली हार पर कोहली ने कहा, ' सीरीज गंवाना दुखद रहा, लेकिन निश्चित तौर पर आस्ट्रेलिया ने हमसे बेहतर खेला। हालांकि मैं यह नहीं मानता कि हमने सीरीज में खराब प्रदर्शन किया। हमारी बल्लेबाजी अनुभवहीन थी। टी-20 में हमारे पास जैसे ही अनुभवी खिलाड़ी आए, हमने जीत हासिल की।'
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