केविन पीटरसन (फाइल फोटो)
लंदन:
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी केविन पीटरसन ने देश के सीमित ओवरों के कप्तान इयोन मॉर्गन को चेताते हुए कहा है कि यदि वह आगामी बांग्लादेश दौरे से अपना नाम वापस लेते हैं, तो ऐसा करके वह अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर को खतरे में डालने जा रहे हैं...उन्होंने यह भी कहा कि मॉर्गन के पास ज्यादा विकल्प नहीं हैं.
इंग्लैंड के कोच ट्रेवर बेलिस ने दौरे में जाने की पुष्टि करते हुए कहा है कि बांग्लादेश दौरे को लेकर उनके मन में कोई शंका नहीं है. फिलहाल ऑलराउंडर मोइन अली इकलौते ऐसे क्रिकेटर हैं, जिसने सार्वजनिक तौर पर यह कहा है कि यदि उन्हें बांग्लादेश दौरे पर जाने वाली टीम में चुना जाता है, तो वह जाएंगे. हालांकि ब्रिटिश प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार टेस्ट कप्तान एलिस्टेयर कुक भी बांग्लादेश दौरे पर जाने के लिए तैयार हैं. गौरतलब है कि कुक अब इंग्लैंड की ओर से सीमित ओवर के क्रिकेट में भाग नहीं लेते हैं.
मंगलवार को डेली टेलीग्राफ में प्रकाशित अपने कॉलम में केविन पीटरसन ने लिखा है, "इयोन मॉर्गन के पास बांग्लादेश दौरे पर जाने के अलावा कोई चारा नहीं है.'
साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के बावजूद भारत का दौरा करने वाली इंग्लैंड टीम के कप्तान रहे पीटरसन ने आगे कहा, "यह ऐसा मसला है, जो एक खिलाड़ी नहीं बल्कि सब पर लागू होता है, इसलिए यदि वह (मॉर्गन) इस दौरे पर नहीं जाने का फैसला करते हैं, तो इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के आला अधिकारियों के रुख पर गौर करें, तो उनके नाम के आगे 'रेड-क्रॉस' लग जाएगा.'
हालांकि पिछले सप्ताह, मॉर्गन ने कहा था कि वह इस दौरे के खिलाफ नहीं हैं. उन्होंने कहा था, 'मेरा मानना है कि जब किसी आतंकी हमले के दो महीने के भीतर आपको कई तरह की जानकारियां मिलती हैं, तो आपको उन सबको हजम करना होता है और खुद को उसके लिए तैयार करना होता है, ताकि आप वहां जाकर क्रिकेट खेलने पर ध्यान केंद्रित कर सकें.'
लेकिन कोचिंग स्टाफ के साथ विवादों को लेकर कई बार चर्चा में रहे पूर्व कप्तान पीटरसन ने कहा कि ईसीबी किसी सीनियर खिलाड़ी द्वारा उसकी सुरक्षा संबंधी सलाह को अनदेखा किए जाने की बात को बर्दाश्त नहीं करेगा.
पीटरसन ने कहा, "ऐसी स्थिति में जब एलिस्टेयर कुक टेस्ट टीम का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं, तो वनडे टीम के कप्तान के रूप में मॉर्गन पर अतिरिक्त दबाव होगा. उन्होंने अभी दौरे पर जाने का फैसला नहीं किया है और इस पर निर्णय लेने के लिए वह स्वतंत्र हैं और यह उनका अधिकार भी है, लेकिन भविष्य में यह उनके खिलाफ भी जा सकता है, इसके विपरीत जब तक कि उन्हें कोई अलग आश्वासन नहीं दे दिया जाता.'
उन्होंने आगे कहा, "जब हर कोई दौरे पर जाने की इच्छा जता रहा हो, तो फिर आपको खुद को अन्य से अधिक अहम बताना कहां तक उचित होगा? यह एक अप्रत्यक्ष संदेश होगा'
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही इंग्लैंड के ओपनर एलेक्स हेल्स ने भी बांग्लादेश दौरे पर नहीं जाने पर टीम में स्थान खोने को लेकर आशंका जताई थी. गौरतलब है कि इंग्लैंड की वनडे टीम में जहां एलेक्स का स्थान पक्का है, वहीं टेस्ट में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है. ऐसे में टेस्ट में उनके लिए कोई अन्य बल्लेबाज खतरा बन सकता है.
हेल्स ने इस पर बात करते हुए कहा, "यदि आप बांग्लादेश नहीं जाने का विकल्प चुनते हैं, तो आप टीम में अपने स्थान को खतरे में डालने जा रहे हैं. मैं अब भी इस बात को लेकर सुनिश्चित नहीं हूं कि क्या किया जाए. मेरे लिए अगले कुछ सप्ताहों में लिया जाने वाला यह सबसे कठिन फैसला होगा.'
इंग्लैंड को पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के बाद अगले माह बांग्लादेश दौरे पर जाना है. हालांकि इस दौरे पर ढाका में जुलाई में हुए आतंकी हमले के बाद से संकट के बादल मंडरा रहे हैं, क्योंकि खिलाड़ियों में भय का माहौल है. गौरतलब है कि इस आतंकी हमले में 20 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश विदेशी थे.
आशंकाओं को खारिज करते हुए इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने पिछले हफ्ते कहा था कि यह दौरा तय शेड्यूल के अनुसार ही होगा. यह दौरा 7 अक्टूबर से शुरू होगा, जिसमें 3 वनडे और 2 टेस्ट मैच खेले जाएंगे. गौरतलब है कि इसकी पुष्टि ECB के प्रतिनिधिमंडल के बांग्लादेश भ्रमण के बाद की गई थी.
इंग्लैंड के कोच ट्रेवर बेलिस ने दौरे में जाने की पुष्टि करते हुए कहा है कि बांग्लादेश दौरे को लेकर उनके मन में कोई शंका नहीं है. फिलहाल ऑलराउंडर मोइन अली इकलौते ऐसे क्रिकेटर हैं, जिसने सार्वजनिक तौर पर यह कहा है कि यदि उन्हें बांग्लादेश दौरे पर जाने वाली टीम में चुना जाता है, तो वह जाएंगे. हालांकि ब्रिटिश प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार टेस्ट कप्तान एलिस्टेयर कुक भी बांग्लादेश दौरे पर जाने के लिए तैयार हैं. गौरतलब है कि कुक अब इंग्लैंड की ओर से सीमित ओवर के क्रिकेट में भाग नहीं लेते हैं.
मंगलवार को डेली टेलीग्राफ में प्रकाशित अपने कॉलम में केविन पीटरसन ने लिखा है, "इयोन मॉर्गन के पास बांग्लादेश दौरे पर जाने के अलावा कोई चारा नहीं है.'
साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के बावजूद भारत का दौरा करने वाली इंग्लैंड टीम के कप्तान रहे पीटरसन ने आगे कहा, "यह ऐसा मसला है, जो एक खिलाड़ी नहीं बल्कि सब पर लागू होता है, इसलिए यदि वह (मॉर्गन) इस दौरे पर नहीं जाने का फैसला करते हैं, तो इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के आला अधिकारियों के रुख पर गौर करें, तो उनके नाम के आगे 'रेड-क्रॉस' लग जाएगा.'
हालांकि पिछले सप्ताह, मॉर्गन ने कहा था कि वह इस दौरे के खिलाफ नहीं हैं. उन्होंने कहा था, 'मेरा मानना है कि जब किसी आतंकी हमले के दो महीने के भीतर आपको कई तरह की जानकारियां मिलती हैं, तो आपको उन सबको हजम करना होता है और खुद को उसके लिए तैयार करना होता है, ताकि आप वहां जाकर क्रिकेट खेलने पर ध्यान केंद्रित कर सकें.'
लेकिन कोचिंग स्टाफ के साथ विवादों को लेकर कई बार चर्चा में रहे पूर्व कप्तान पीटरसन ने कहा कि ईसीबी किसी सीनियर खिलाड़ी द्वारा उसकी सुरक्षा संबंधी सलाह को अनदेखा किए जाने की बात को बर्दाश्त नहीं करेगा.
पीटरसन ने कहा, "ऐसी स्थिति में जब एलिस्टेयर कुक टेस्ट टीम का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं, तो वनडे टीम के कप्तान के रूप में मॉर्गन पर अतिरिक्त दबाव होगा. उन्होंने अभी दौरे पर जाने का फैसला नहीं किया है और इस पर निर्णय लेने के लिए वह स्वतंत्र हैं और यह उनका अधिकार भी है, लेकिन भविष्य में यह उनके खिलाफ भी जा सकता है, इसके विपरीत जब तक कि उन्हें कोई अलग आश्वासन नहीं दे दिया जाता.'
उन्होंने आगे कहा, "जब हर कोई दौरे पर जाने की इच्छा जता रहा हो, तो फिर आपको खुद को अन्य से अधिक अहम बताना कहां तक उचित होगा? यह एक अप्रत्यक्ष संदेश होगा'
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही इंग्लैंड के ओपनर एलेक्स हेल्स ने भी बांग्लादेश दौरे पर नहीं जाने पर टीम में स्थान खोने को लेकर आशंका जताई थी. गौरतलब है कि इंग्लैंड की वनडे टीम में जहां एलेक्स का स्थान पक्का है, वहीं टेस्ट में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है. ऐसे में टेस्ट में उनके लिए कोई अन्य बल्लेबाज खतरा बन सकता है.
हेल्स ने इस पर बात करते हुए कहा, "यदि आप बांग्लादेश नहीं जाने का विकल्प चुनते हैं, तो आप टीम में अपने स्थान को खतरे में डालने जा रहे हैं. मैं अब भी इस बात को लेकर सुनिश्चित नहीं हूं कि क्या किया जाए. मेरे लिए अगले कुछ सप्ताहों में लिया जाने वाला यह सबसे कठिन फैसला होगा.'
इंग्लैंड को पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के बाद अगले माह बांग्लादेश दौरे पर जाना है. हालांकि इस दौरे पर ढाका में जुलाई में हुए आतंकी हमले के बाद से संकट के बादल मंडरा रहे हैं, क्योंकि खिलाड़ियों में भय का माहौल है. गौरतलब है कि इस आतंकी हमले में 20 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश विदेशी थे.
आशंकाओं को खारिज करते हुए इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने पिछले हफ्ते कहा था कि यह दौरा तय शेड्यूल के अनुसार ही होगा. यह दौरा 7 अक्टूबर से शुरू होगा, जिसमें 3 वनडे और 2 टेस्ट मैच खेले जाएंगे. गौरतलब है कि इसकी पुष्टि ECB के प्रतिनिधिमंडल के बांग्लादेश भ्रमण के बाद की गई थी.
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