कोलकाता:
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अंतरिम अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने रविवार को आश्वस्त करते हुए कहा कि भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के कथित तौर पर हितों के टकराव से जुड़े विवादित मामले के संबंध में कुछ भी छिपाया नहीं जाएगा।
डालमिया ने यहां बीसीसीआई की कार्यकारी समिति की बैठक के बाद कहा, "कुछ भी छिपाया नहीं जाएगा। हमारा मानना है कि हमें किसी भी खिलाड़ी का बचाव नहीं करना चाहिए। अगर किसी खिलाड़ी का किसी खेल प्रबंधन कंपनी में हिस्सेदारी है, तो हम उसका बचाव नहीं करेंगे बल्कि गलती को सुधारने का प्रयास करेंगे।"
डालमिया ने कहा कि भारत का जिम्बाब्वे दौरा खत्म होने के बाद बीसीसीआई इस मामले की छानबीन करेगी। उन्होंने कहा, "इस टूर्नामेंट को खत्म होने दीजिए।"
'ऋति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट' कंपनी में धोनी की 15 फीसदी हिस्सेदारी तथा इसी कंपनी से सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा और प्रज्ञान ओझा के भी जुड़े होने की खबरें आने के बाद से ही धोनी हितों के टकराव के कथित विवाद से घिर गए।
कंपनी ने हालांकि दावा किया है कि धोनी के पास बहुत कम समय के लिए कंपनी के शेयर थे, तथा उनका भुगतान पूरा हो जाने के बाद ये शेयर वापस कंपनी को स्थानांतरित कर दिए गए थे।
डालमिया ने यहां बीसीसीआई की कार्यकारी समिति की बैठक के बाद कहा, "कुछ भी छिपाया नहीं जाएगा। हमारा मानना है कि हमें किसी भी खिलाड़ी का बचाव नहीं करना चाहिए। अगर किसी खिलाड़ी का किसी खेल प्रबंधन कंपनी में हिस्सेदारी है, तो हम उसका बचाव नहीं करेंगे बल्कि गलती को सुधारने का प्रयास करेंगे।"
डालमिया ने कहा कि भारत का जिम्बाब्वे दौरा खत्म होने के बाद बीसीसीआई इस मामले की छानबीन करेगी। उन्होंने कहा, "इस टूर्नामेंट को खत्म होने दीजिए।"
'ऋति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट' कंपनी में धोनी की 15 फीसदी हिस्सेदारी तथा इसी कंपनी से सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा और प्रज्ञान ओझा के भी जुड़े होने की खबरें आने के बाद से ही धोनी हितों के टकराव के कथित विवाद से घिर गए।
कंपनी ने हालांकि दावा किया है कि धोनी के पास बहुत कम समय के लिए कंपनी के शेयर थे, तथा उनका भुगतान पूरा हो जाने के बाद ये शेयर वापस कंपनी को स्थानांतरित कर दिए गए थे।
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