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This Article is From Feb 19, 2016

'पावर-हिटर' ब्रैंडन मैक्कलम की रिकॉर्ड पारियां जो भुलाए नहीं भूलतीं...

'पावर-हिटर' ब्रैंडन मैक्कलम की रिकॉर्ड पारियां जो भुलाए नहीं भूलतीं...
ब्रैंडन मैक्कुलम (फाइल फोटो)
ब्रैंडन मैक्कलम ने न्यूजीलैंड क्रिकेट का चेहरा ही बदल दिया। यह बात तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने क्राइस्टचर्च टेस्ट से पहले कही थी। यह मैक्कलम का अंतिम टेस्ट है। इसके बाद वे इंटरनेशनल क्रिकेट से हमेशा के लिए दूर हो जाएंगे। जाते-जाते उन्होंने टेस्ट इतिहास का सबसे तेज शतक लगाकर एक और धमाका कर दिया और क्रिकेट फैन्स के दिल में एक और अमिट छाप छोड़ दी। उनकी विस्फोटक पारियां यादों में रहेंगी। यदि आप क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में मैक्कलम के रिकॉर्ड को देखेंगे, तो आपको उनकी बादशाहत का पता चलेगा। हम आपको उनके अंतिम इंटरनेशनल मैच से पहले के उन आंकड़ों से रूबरू कराने जा रहे हैं, जो उन्हें एक शानदार बल्लेबाज के रूप में स्थापित करते हैं।

302 - रचा इतिहास! न्यूजीलैंड के टेस्ट इतिहास में कोई भी बल्लेबाज 300 का आंकड़ा नहीं छू सका था। इस मामले में मार्टिन क्रो सबसे आगे थे और उनका सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर 299 था, जो उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ बनाया था। इसके बाद एक नया सितारा मैक्कलम के रूप में उभरा, जिसने 18 फरवरी, 2014 को 302 रन की पारी खेलकर इतिहास रच दिया। यह उपलब्धि उन्होंने भारत के खिलाफ वेलिंगटन टेस्ट में हासिल की थी। इतना ही नहीं मैक्कलम ने अपनी इस पारी से टीम को संकट से उबारते हुए मैच ड्रॉ करा दिया और न्यूजीलैंड को 12 साल में पहली बार टेस्ट सीरीज जिता दी।

116 - टी-20 के दूसरे शतकवीर! हालांकि वर्तमान दौर के टी-20 क्रिकेट को देखते हुए यह स्कोर छोटा कहा जा सकता है, लेकिन अपने समय में यह एक बड़ी और धमाकेदार पारी थी। साल 2007 से 2010 के बीच में क्रिस गेल एकमात्र ऐसे क्रिकेटर थे, जिसने इस फॉर्मेट में शतक जड़ा था। 28 फरवरी, 2010 को क्राइस्टचर्च में मैक्कुलम ने इस सूची में अपना नाम दर्ज करवा दिया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस पारी में उन्होंने जबर्दस्त मारक क्षमता का प्रदर्शन करते हुए मैदान के चारों ओर धमाकेदार शॉट लगाकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया था। इनमें से कुछ तो अविश्वसनीय शॉट थे, जिनमें 155 किमी की रफ्तार से गेंद फेंकने वाले शॉन टेट की गेंदों पर स्कूप शॉट से लगाए गए दो छक्के अत्यंत दर्शनीय थे। मैक्कलम ने 116 रन की यह पारी 56 गेंदों में खेली थी, जिसमें 12 चौके और 8 छक्के शामिल थे।    

1164 - स्वर्णिम साल! मैक्कलम के लिए साल 2014 स्वर्णिम रहा, जब उन्होंने 9 टेस्ट मैचों में 72.75 के औसत से 1164 रन ठोक दिए। इस दौरान उन्होंने न केवल विपक्षी गेंदबाजों की जमकर पिटाई की, बल्कि कप्तान के रूप में आगे से नेतृत्व करते हुए टीम को कई बार मुश्किलों से बाहर भी निकाला। आप 224, 302, 202 और 195 के उनके स्कोर को देखकर उनके प्रदर्शन का अंदाजा लगा सकते हैं। ऑकलैंड में भारत के खिलाफ 224 रन की पारी खेलकर उन्होंने टीम को जीत दिलाई, इसके बाद वेलिंगटन में अगले ही मैच में 302 रन की पारी से मैच ड्रॉ कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इतिहास रचा।

100 - कभी नहीं रुके! मैक्कलम जैसे खिलाड़ी के लिए यह संख्या कई मायनों में खास है। वे एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं, जिसने लगातार 100 टेस्ट खेले हैं। एडम गिलक्रिस्ट के बाद वे ऐसे दूसरे क्रिकेटर हैं, जिसने टेस्ट में 100 छक्के लगाए हैं। वे एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं, जिसने वनडे में 200 और टेस्ट में 100 छक्के उड़ाए हैं। पावर-हिटिंग के मामले में वर्तमान दौर में उनका कोई मुकाबला नहीं है।

158 - IPL को दी धमाकेदार शुरुआत! आईपीएल ने वर्ल्ड क्रिकेट को काफी हद तक बदल दिया और इसका कुछ श्रेय मैक्कलम को भी जाता है। अप्रैल, 2008 में टूर्नामेंट के पहले ही मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से खेलते हुए मैक्कलम ने 73 गेंदों में 158 रन की धमाकेदार पारी से भारतीय दर्शकों को अपना फैन बना लिया। उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के गेंदबाजों की जमकर खबर ली। इस पारी में 10 चौके और 13 छक्के शामिल रहे। उनकी इस पारी से आईपीएल का शानदार आगाज हुआ, जिसने इसकी बड़ी सफलता में अहम भूमिका निभाई। 2013 तक उनकी यह पारी आईपीएल की टॉप पारी रही। 2013 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू की ओर से क्रिस गेल ने सहारा पुणे वॉरियर्स के खिलाफ 66 गेंदों में 175 रन जड़ दिए।
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