
- भारत ने आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बिना किसी व्यक्तिगत शतक के 330 रन बनाए.
- स्मृति मंधाना ने 80 रन की पारी खेलकर एक कैलेंडर वर्ष में 1000 से अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड तोड़ा.
- भारतीय टीम ने एक पारी में सात छक्के लगाए जो वर्ल्ड कप में टीम का संयुक्त रूप से सबसे अधिक है.
India 330 third-highest total without an individual century: भारत ने आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप के 13वें मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए 330 रन बनाए. भारत के लिए इस मैच में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज स्मृति मंधाना रही, जिन्होंने 80 रनों की पारी खेली. उनके अलावा प्रतिका रावल ने 75 रनों की पारी खेली. भारतीय टीम फिर भी 300 का टोटल खड़ा करने में सफर रही और इसके साथ ही टीम इंडिया ने एक ओनखा रिकॉर्ड अपने नाम किया. भारतीय टीम बिना किसी व्यक्तिगत शतक के तीसरा सबसे बड़ा स्कोर करने वाली टीम बन गई हैं. इस लिस्ट में टॉप पर न्यूजीलैंड हैं, जिन्होंने 2002 में अम्स्टेलवीन में नीदरलैंड के खिलाफ 335 रन बनाए थे. इसके बाद लिस्ट में इंग्लैंड है जिसने 2019 में श्रीलंका के खिलाफ हंबनटोटा में 331 रन बनाए थे. इसके अलावा भारतीय टीम ने इस मुकाबले में 7 छक्के भी लगाए. यह भारतीय टीम द्वारा वर्ल्ड कप मुकाबले की किसी एक पारी में संयुक्त रूप से सबसे अधिक छक्के हैं.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप मुकाबले में फॉर्म में लौटी स्मृति मंधाना (80) और प्रतिका रावल (75) के बीच पहले विकेट की 155 रन की साझेदारी की मदद से भारत ने सात बार की चैम्पियन के खिलाफ 330 रन बनाए. हालांकि अनाबेल सदरलैंड ने पांच विकेट चटकाकर मेजबान पारी को सात गेंद पहले ही समेट दिया. पिछले तीन मैचों में नाकाम रहा भारत का शीर्षक्रम इस अहम मुकाबले में अपेक्षाओं पर खरा उतरा और लगभग खचाखच एसीए वीडीसीए स्टेडियम पर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया.
दोनों सलामी बल्लेबाजों के अलावा हरलीन देयोल (38), जेमिमा रौड्रिग्स (33) और रिचा घोष (32) ने भी उपयोगी पारियां खेली. निचले क्रम से हालांकि इस बार कोई योगदान नहीं मिल सका और आखिरी छह विकेट 36 रन पर गिरने से भारतीय पारी 48 . 5 ओवर में खत्म हो गई. सदरलैंड ने 9.5 ओवर में 40 रन बनाकर पांच विकेट लिये जबकि दस ओवर में 75 रन देने वाली बाए हाथ की स्पिनर सोफी मोलिनू ने तीन विकेट चटकाए.
एक कैलेंडर वर्ष में महिला क्रिकेट में 1000 या अधिक रन बनाने वाली पहली क्रिकेटर बनी स्मृति ने आठवें ओवर में मोलिनू को एक छक्का और दो चौके जड़ने के साथ इस आंकड़े को छुआ. उन्हें इस मैच से पहले एक हजार वनडे रन पूरे करने के लिये 18 रन की जरूरत थी. उन्होंने आस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क का 28 साल पुराना एक वर्ष में 970 रन का रिकॉर्ड तोड़ा था. वहीं 66 गेंद में नौ चौकों और तीन छक्कों की मदद से 80 रन बनाने वाली स्मृति ने वनडे क्रिकेट में पांच हजार रन भी पूरे कर लिए और यह कमाल करने वाली वह दुनिया की पांचवीं और मिताली राज के बाद भारत की दूसरी बल्लेबाज बन गई.
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