महेंद्र सिंह धोनी का फाइल फोटो...
नई दिल्ली:
घरेलू सरजमीं और विदेशों में हाल में मिली सफलता से आत्मविश्वास से भरे भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आज कहा कि उनकी टीम 'ऑटो पायलट' स्थिति में है और आगामी आईसीसी विश्व ट्वेंटी20 के लिए अच्छी लय में आ रही है।
भारत ने हाल ही ऑस्ट्रेलिया में 3-0 से क्लीनस्वीप करने के बाद घरेलू सरजमीं पर श्रीलंका को 2-1 से हराया, जिससे धोनी की अगुवाई में 2007 पहली बार हुए इस टूर्नामेंट को जीतने वाला भारत एक बार फिर खिताब का प्रबल दावेदार है।
धोनी ने कहा, 'हमने हाल में ऑस्ट्रेलिया और घरेलू सरजमीं पर टी20 मैच खेले हैं। टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है। इसलिए आप कह सकते हैं कि टीम ऑटो पायलट की स्थिति में है। चोटों को दूर रखना होगा। अगर सभी खिलाड़ी फिट हों और सभी खिलाड़ी फॉर्म में हों तो यह टीम के लिए अच्छा है।' धोनी विशेष तौर पर अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं और उम्मीद करते हैं कि वे आठ मार्च से शुरू हो रही इस प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। धोनी ने कहा कि उनके गेंदबाज एकदिवसीय मैचों की तुलना में टी20 में बेहतर स्थिति में हैं।
उन्होंने कहा, 'जहां तक टी20 का सवाल है, हमारी गेंदबाजी काफी अच्छी है। और साथ ही अगर आप इसकी तुलना 50 ओवरों के प्रारूप से करो तो यह कुछ अलग है, क्योंकि 20 ओवर के मैच में आपको पता है कि एक या दो गेंद के बाद बल्लेबाज बड़ा शॉट खेलना चाहेगा। वे आक्रामक क्रिकेट खेलेंगे और आप उसके अनुसार अपनी योजना बना सकते हो।'
धोनी ने कहा, '50 ओवर के प्रारूप में हम कभी-कभी दबाव बनाने की बात करते हैं और जब हम बाहर के बाहर खेल रहे हों तो अगर बीच के ओवरों में अगर विकेट नहीं मिलते तो दबाव बन जाता है, विशेषकर स्पिनरों पर और इसके बाद स्लाग ओवरों में तेज गेंदबाजों पर।' उन्होंने कहा, 'इसलिए हम कह सकते हैं कि 50 ओवरों के प्रारूप में डेथ गेंदबाजी में हमारे प्रदर्शन में काफी निरंतरता नहीं है। टी20 में फिलहाल हम काफी अच्छा कर रहे हैं। डेथ ओवरों में गेंदबाजी में निरंतरता सभी देख सकते हैं या भारत में और बाहर पहले छह ओवरों में गेंदबाजी में। कुल मिलाकर गेंदबाजी आक्रमण काफी संतुलित है।' धोनी ने जोर देकर कहा कि टीम को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने कहा, 'कभी-कभी हमें किसी को टीम से बाहर करना पड़ता है, जिससे कि टीम का संतुलन बरकरार रहे। अगर कोई खिलाड़ी बीमार है या दो मैचों के लिए चोटिल हो जाता है तो भी हमें सुनिश्चित करना होता है कि उसका विकल्प टीम में हो।' विश्व टी20 के लिए पाकिस्तान की टीम के अलग होने पर धोनी ने कहा कि उसमें कई नए चेहरे होंगे।
आक्रामकता के संदर्भ में धोनी ने कहा कि जब आक्रामक क्रिकेट का सवाल हो तो भारत कभी पीछे नहीं रहता।
भारत ने हाल ही ऑस्ट्रेलिया में 3-0 से क्लीनस्वीप करने के बाद घरेलू सरजमीं पर श्रीलंका को 2-1 से हराया, जिससे धोनी की अगुवाई में 2007 पहली बार हुए इस टूर्नामेंट को जीतने वाला भारत एक बार फिर खिताब का प्रबल दावेदार है।
धोनी ने कहा, 'हमने हाल में ऑस्ट्रेलिया और घरेलू सरजमीं पर टी20 मैच खेले हैं। टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है। इसलिए आप कह सकते हैं कि टीम ऑटो पायलट की स्थिति में है। चोटों को दूर रखना होगा। अगर सभी खिलाड़ी फिट हों और सभी खिलाड़ी फॉर्म में हों तो यह टीम के लिए अच्छा है।' धोनी विशेष तौर पर अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं और उम्मीद करते हैं कि वे आठ मार्च से शुरू हो रही इस प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। धोनी ने कहा कि उनके गेंदबाज एकदिवसीय मैचों की तुलना में टी20 में बेहतर स्थिति में हैं।
उन्होंने कहा, 'जहां तक टी20 का सवाल है, हमारी गेंदबाजी काफी अच्छी है। और साथ ही अगर आप इसकी तुलना 50 ओवरों के प्रारूप से करो तो यह कुछ अलग है, क्योंकि 20 ओवर के मैच में आपको पता है कि एक या दो गेंद के बाद बल्लेबाज बड़ा शॉट खेलना चाहेगा। वे आक्रामक क्रिकेट खेलेंगे और आप उसके अनुसार अपनी योजना बना सकते हो।'
धोनी ने कहा, '50 ओवर के प्रारूप में हम कभी-कभी दबाव बनाने की बात करते हैं और जब हम बाहर के बाहर खेल रहे हों तो अगर बीच के ओवरों में अगर विकेट नहीं मिलते तो दबाव बन जाता है, विशेषकर स्पिनरों पर और इसके बाद स्लाग ओवरों में तेज गेंदबाजों पर।' उन्होंने कहा, 'इसलिए हम कह सकते हैं कि 50 ओवरों के प्रारूप में डेथ गेंदबाजी में हमारे प्रदर्शन में काफी निरंतरता नहीं है। टी20 में फिलहाल हम काफी अच्छा कर रहे हैं। डेथ ओवरों में गेंदबाजी में निरंतरता सभी देख सकते हैं या भारत में और बाहर पहले छह ओवरों में गेंदबाजी में। कुल मिलाकर गेंदबाजी आक्रमण काफी संतुलित है।' धोनी ने जोर देकर कहा कि टीम को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने कहा, 'कभी-कभी हमें किसी को टीम से बाहर करना पड़ता है, जिससे कि टीम का संतुलन बरकरार रहे। अगर कोई खिलाड़ी बीमार है या दो मैचों के लिए चोटिल हो जाता है तो भी हमें सुनिश्चित करना होता है कि उसका विकल्प टीम में हो।' विश्व टी20 के लिए पाकिस्तान की टीम के अलग होने पर धोनी ने कहा कि उसमें कई नए चेहरे होंगे।
आक्रामकता के संदर्भ में धोनी ने कहा कि जब आक्रामक क्रिकेट का सवाल हो तो भारत कभी पीछे नहीं रहता।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
महेंद्र सिंह धोनी, Mahendra Singh Dhoni, आईसीसी विश्व ट्वेंटी20, टी20 क्रिकेट, भारतीय क्रिकेट टीम, ICC World Twenty20, T20 Cricket, Indian Cricket Team