
नई दिल्ली:
मुंबई में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। एक नजर डाल लेते हैं भारतीय गेंदबाजों के हाल पर।
भुवनेश्वर कुमार मुंबई वनडे को शायद ही कभी भूल पाएं। दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने उनकी खूब खबर ली। वे भारत की ओर से किसी भी वनडे मुकाबले में सबसे महंगे गेंदबाज बन गए हैं। भुवनेश्वर कुमार ने 10 ओवर में 106 रन खर्चे और उन्हें महज एक विकेट मिला।
भुवनेश्वर कुमार से पहले भारत के आर विनयकुमार ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 ओवर में 102 रन दे दिए थे। भुवनेश्वर ही नहीं मोहित शर्मा की भी मुंबई वनडे में खूब धुनाई हुई। अगर उन्होंने 10 ओवरों की गेंदबाजी की होती तो भुवनेश्वर का रिकॉर्ड मोहित के नाम हो जाता। वैसे इकॉनोमी रेट की बात करें तो वनडे इतिहास में सातवां सबसे खराब ओवर मोहित ने अफ्रीकी टीम के खिलाफ डाला। मोहित शर्मा ने 7 ओवरों में 84 रन दिए, करीब 12 के औसत से।
स्पिनरों ने भी निराश किया
तेज गेंदबाज तो नहीं ही चले स्पिनरों ने भी टीम इंडिया को निराश ही किया। कोई भी स्पिनर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों पर अंकुश नहीं लगा पाया। हरभजन सिंह ने 10 ओवरों में 70 रन दे दिए, उन्हें एक विकेट मिला। अमित मिश्रा ने 10 ओवरों में 78 रन दे दिए और अक्षर पटेल ने 8 ओवरों में 65 रन खर्चे।
दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज़ों ने हमेशा 8 से ज्यादा के औसत से रन बनाए लेकिन डिविलियर्स की धमाकेदारी पारी की बदौलत मेहमान टीम ने आखिरी 10 ओवरों में 144 रन ठोक दिए।
बल्लेबाजों के लिए पिच, गेंदबाजों के लिए कुछ नहीं
इस सीरीज़ में बल्लेबाजों के खराब फ़ॉर्म पर सवाल जरूर उठेंगे, लेकिन सवाल है कि क्यों अब टीम इंडिया को कपिल देव, जवागल श्रीनाथ, वेंकटेश प्रसाद और अनिल कुंबले जैसे गेंदबाज नहीं मिलते। इसका सीधा जवाब है....बीसीसीआई अपनी पिचों को बल्लेबाजों के मुताबिक बनवाती है और गेंदबाजों का हुनर निखारने के लिए बोर्ड के पास कोई कार्यक्रम नहीं है।
भुवनेश्वर कुमार मुंबई वनडे को शायद ही कभी भूल पाएं। दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने उनकी खूब खबर ली। वे भारत की ओर से किसी भी वनडे मुकाबले में सबसे महंगे गेंदबाज बन गए हैं। भुवनेश्वर कुमार ने 10 ओवर में 106 रन खर्चे और उन्हें महज एक विकेट मिला।
भुवनेश्वर कुमार से पहले भारत के आर विनयकुमार ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 ओवर में 102 रन दे दिए थे। भुवनेश्वर ही नहीं मोहित शर्मा की भी मुंबई वनडे में खूब धुनाई हुई। अगर उन्होंने 10 ओवरों की गेंदबाजी की होती तो भुवनेश्वर का रिकॉर्ड मोहित के नाम हो जाता। वैसे इकॉनोमी रेट की बात करें तो वनडे इतिहास में सातवां सबसे खराब ओवर मोहित ने अफ्रीकी टीम के खिलाफ डाला। मोहित शर्मा ने 7 ओवरों में 84 रन दिए, करीब 12 के औसत से।
स्पिनरों ने भी निराश किया
तेज गेंदबाज तो नहीं ही चले स्पिनरों ने भी टीम इंडिया को निराश ही किया। कोई भी स्पिनर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों पर अंकुश नहीं लगा पाया। हरभजन सिंह ने 10 ओवरों में 70 रन दे दिए, उन्हें एक विकेट मिला। अमित मिश्रा ने 10 ओवरों में 78 रन दे दिए और अक्षर पटेल ने 8 ओवरों में 65 रन खर्चे।
दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज़ों ने हमेशा 8 से ज्यादा के औसत से रन बनाए लेकिन डिविलियर्स की धमाकेदारी पारी की बदौलत मेहमान टीम ने आखिरी 10 ओवरों में 144 रन ठोक दिए।
बल्लेबाजों के लिए पिच, गेंदबाजों के लिए कुछ नहीं
इस सीरीज़ में बल्लेबाजों के खराब फ़ॉर्म पर सवाल जरूर उठेंगे, लेकिन सवाल है कि क्यों अब टीम इंडिया को कपिल देव, जवागल श्रीनाथ, वेंकटेश प्रसाद और अनिल कुंबले जैसे गेंदबाज नहीं मिलते। इसका सीधा जवाब है....बीसीसीआई अपनी पिचों को बल्लेबाजों के मुताबिक बनवाती है और गेंदबाजों का हुनर निखारने के लिए बोर्ड के पास कोई कार्यक्रम नहीं है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
मुंबई वनडे, भारतीय गेंदबाजों का खराब प्रदर्शन, भारत-दक्षिण अफ्रीका वनडे सीरीज, क्रिकेट, भारत की हार, Mumbai One Day, India-South Africa ODI Series, Poor Performance Of Indian Bowler, Cricket