नई दिल्ली:
कानपुर टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय टीम को शुक्रवार को खुश होने का ज्यादा मौका नहीं मिला. न्यूजीलैंड की टीम ने यहां पहले टेस्ट के दूसरे दिन बारिश के कारण खेल जल्दी खत्म किए जाने तक भारत के खिलाफ पहली पारी मे एक विकेट पर 152 रन बनाए. गौरतलब है कि भारतीय टीम ने ग्रीन पार्क में पिछले पांच टेस्ट मैच में से कोई भी मैच नहीं गंवाया है. 318 रन पर ऑल आउट होने के बाद दूसरा दिन न्यूजीलैंड के नाम रहा.
दूसरे दिन के हीरो रहे हैं टॉम लाथम और कप्तान केन विलियमसन जिन्होंने अपने अपने अर्धशतक पूरे करते हुए अभी भी क्रीज़ पर मौजूद हैं. दूसरे दिन कई मौके ऐसे आए जब टीम इंडिया खुशी मनाने के करीब थी लेकिन किस्मत ने कीवी बल्लेबाजों का साथ दिया.
लोकेश राहुल को कैच देकर भी नॉट आउट रहे लाथम
37वें ओवर में जब लाथम ने जडेजा की गेंद को ऑफ स्टंप के बाहर से स्वीप करने की कोशिश की और गेंद बल्ले का अंदरुनी हिस्सा छूकर उसके जूते से बाउंस होकर फॉरवर्ड शार्ट लेग पर खड़े फील्डर लोकेश राहुल के हाथों में चली गई. आपसी फैसले के बाद मैदानी अंपायर रिचर्ड कैटलबरो ने मामला टीवी अंपायर को भेजा.
अंपायर को शक़ था कि गेंद बल्ले के बाद जूते पर लगी है या फिर ज़मीन पर? रिप्ले में साफ हुआ कि गेंद जूते को लगकर उछली थी और जमीन पर टच नहीं हुई थी. लेकिन इसी बीच यह दिखा कि कैच लपकते समय राहुल के हाथ से गेंद उछली और उनके हेलमेट की जाली से टकराई थी.
चूंकि थर्ड अंपायर को यह साफ हो गया कि गेंद ने हेलमेट की जाली को छुआ था इसलिए अंपायर ने बल्लेबाज को नाट आउट करार दिया और लाथम भाग्यशाली साबित हुए. नियम 32 के मुताबिक़ शरीर को छोड़ कर किसी बाहरी चीज़ों से टकराकर गेंद अगर फ़ील्डर या कीपर लपकते हैं तो उसे वैध्य नहीं माना जाता है. लाथम उस वक्त 48 रनों पर खेल रहे थे और उन्होंने आगे चलकर अर्द्धशतक पूरा किया. लाथम का भारत में यह पहला टेस्ट अर्धशतक है.
दूसरे दिन के हीरो रहे हैं टॉम लाथम और कप्तान केन विलियमसन जिन्होंने अपने अपने अर्धशतक पूरे करते हुए अभी भी क्रीज़ पर मौजूद हैं. दूसरे दिन कई मौके ऐसे आए जब टीम इंडिया खुशी मनाने के करीब थी लेकिन किस्मत ने कीवी बल्लेबाजों का साथ दिया.
लोकेश राहुल को कैच देकर भी नॉट आउट रहे लाथम
37वें ओवर में जब लाथम ने जडेजा की गेंद को ऑफ स्टंप के बाहर से स्वीप करने की कोशिश की और गेंद बल्ले का अंदरुनी हिस्सा छूकर उसके जूते से बाउंस होकर फॉरवर्ड शार्ट लेग पर खड़े फील्डर लोकेश राहुल के हाथों में चली गई. आपसी फैसले के बाद मैदानी अंपायर रिचर्ड कैटलबरो ने मामला टीवी अंपायर को भेजा.
अंपायर को शक़ था कि गेंद बल्ले के बाद जूते पर लगी है या फिर ज़मीन पर? रिप्ले में साफ हुआ कि गेंद जूते को लगकर उछली थी और जमीन पर टच नहीं हुई थी. लेकिन इसी बीच यह दिखा कि कैच लपकते समय राहुल के हाथ से गेंद उछली और उनके हेलमेट की जाली से टकराई थी.
चूंकि थर्ड अंपायर को यह साफ हो गया कि गेंद ने हेलमेट की जाली को छुआ था इसलिए अंपायर ने बल्लेबाज को नाट आउट करार दिया और लाथम भाग्यशाली साबित हुए. नियम 32 के मुताबिक़ शरीर को छोड़ कर किसी बाहरी चीज़ों से टकराकर गेंद अगर फ़ील्डर या कीपर लपकते हैं तो उसे वैध्य नहीं माना जाता है. लाथम उस वक्त 48 रनों पर खेल रहे थे और उन्होंने आगे चलकर अर्द्धशतक पूरा किया. लाथम का भारत में यह पहला टेस्ट अर्धशतक है.
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