मेलबर्न:
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की समीक्षा के लिए मशहूर डॉन आर्गस का मानना है कि युवा खिलाड़ियों के लिए भारत में खेलना सबसे कठिन है।
पहले दो टेस्ट में भारत की हार के बारे में आर्गस ने कहा कि यह तो तय था कि इन खिलाड़ियों को मुश्किलें आएंगी जो टीम में दिग्गजों की जगह ले रहे हैं।
उन्होंने कहा, अब तक नई प्रतिभाओं को तलाशने और तराशने में इन्होंने अच्छी भूमिका निभाई, लेकिन भारत में खेलना युवाओं के लिए सबसे कठिन है और यह हम देख ही रहे हैं। आर्गस ने कहा कि इस समय इस समस्या का कोई समाधान नहीं है, लेकिन हड़बड़ाने से बचना होगा। उन्होंने कोचिंग के ढांचे में स्पिन गेंदबाजों को तवज्जो नहीं दिए जाने पर चिंता जताई। उन्होंने यह भी कहा कि बिग बैश लीग से खिलाड़ियों का ध्यान टेस्ट क्रिकेट से नहीं हटना चाहिए।
उन्होंने सिडनी मार्निंग हेराल्ड से कहा, सभी को तुरंत फुरत सफलता चाहिए। चाहे कॉरपोरेट हो, फुटबॉल क्लब या क्रिकेट क्लब लेकिन बदलाव के दौर से गुजरते समय संयम रखना जरूरी होता है।
पहले दो टेस्ट में भारत की हार के बारे में आर्गस ने कहा कि यह तो तय था कि इन खिलाड़ियों को मुश्किलें आएंगी जो टीम में दिग्गजों की जगह ले रहे हैं।
उन्होंने कहा, अब तक नई प्रतिभाओं को तलाशने और तराशने में इन्होंने अच्छी भूमिका निभाई, लेकिन भारत में खेलना युवाओं के लिए सबसे कठिन है और यह हम देख ही रहे हैं। आर्गस ने कहा कि इस समय इस समस्या का कोई समाधान नहीं है, लेकिन हड़बड़ाने से बचना होगा। उन्होंने कोचिंग के ढांचे में स्पिन गेंदबाजों को तवज्जो नहीं दिए जाने पर चिंता जताई। उन्होंने यह भी कहा कि बिग बैश लीग से खिलाड़ियों का ध्यान टेस्ट क्रिकेट से नहीं हटना चाहिए।
उन्होंने सिडनी मार्निंग हेराल्ड से कहा, सभी को तुरंत फुरत सफलता चाहिए। चाहे कॉरपोरेट हो, फुटबॉल क्लब या क्रिकेट क्लब लेकिन बदलाव के दौर से गुजरते समय संयम रखना जरूरी होता है।
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