
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टेस्ट शृंखला में तीसरी बार 500 से अधिक रन लुटाने के लिए इशांत शर्मा और उनके साथी गेंदबाजों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें भारतीय गेंदबाजी आक्रमण से कोई उम्मीद नहीं है।
यह पूछने पर कि क्या भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन उन्हें हताश करता है, गावस्कर ने व्यंग्यात्मक जवाब देते हुए कहा, 'हताशा तब होती है जब आप उनसे उम्मीद करो। इस गेंदबाजी आक्रमण से मुझे कभी कोई उम्मीद नहीं थी। हां आप उम्मीद कर सकते हों कि वह अच्छा प्रदर्शन करेंगे, लेकिन असल में यह संभव नहीं है।'
उन्होंने कहा, 'आपको शुरूआत में विकेट की जरूरत होती है और जब यह नहीं होता जो आपको पता होता है कि 500 से अधिक रन बनेंगे। भारतीय गेंदबाजों को पिछले दो मैचों में मिशेल जानसन और रेयान हैरिस जैसे खिलाड़ियों के प्रदर्शन से भी सीख लेनी चाहिए।'
गावस्कर ने कहा, 'भुवनेश्वर कुमार नहीं है जो सातवें या आठवें नंबर पर कुछ देर के लिए टिक सकता है। नौवें, 10वें और 11वें नंबर के खिलाड़ी की ओर से कोई योगदान नहीं है।'
महान सलामी बल्लेबाज गावस्कर नए गेंदबाजों को आजमाने के खिलाफ भी नहीं हैं, क्योंकि उनका मानना है कि मौजूदा स्थिति से बदतर कुछ नहीं हो सकता। गावस्कर ने इस बीच सलामी बल्लेबाज मुरली विजय की भी तारीफ की जो पांच पारियों में चार बार 50 रन से अधिक की पारियां खेल चुके हैं।
उन्होंने कहा, 'विजय अपने शाट के चयन को लेकर धर्य से काम लेता है और उसने बेहतरीन तरीके से सामंजस्य बैठाया है। मेरा मानना है कि सलामी बल्लेबाजी की आधी समस्या दूर हो गई है।'
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं