यह ख़बर 25 अगस्त, 2012 को प्रकाशित हुई थी

हैदराबाद टेस्ट : भारत ने न्यूजीलैंड को पारी और 115 रन से हराया

खास बातें

  • फॉलोऑन खेलने को मजबूर हुई न्यूजीलैंड की टीम दूसरी पारी में 164 रन पर ऑल आउट हो गई। अश्विन ने मैच की दोनों पारियों में कुल 12 विकेट झटके।
हैदराबाद:

ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने लगातार दूसरी पारी में न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को अपनी अंगुलियों पर नचाया, जिससे भारत पहला टेस्ट मैच बड़ी आसानी से पारी और 115 रन से जीतकर दो मैच की शृंखला में 1-0 की बढ़त बनाने में कामयाब रहा।

पहली पारी में 31 रन देकर छह विकेट लेने वाले अश्विन ने दूसरी पारी में 54 रन देकर छह विकेट लिए। इस तरह से उन्होंने मैच में 85 रन देकर 12 विकेट लिए, जो उनके करियर का और न्यूजीलैंड के खिलाफ किसी भी भारतीय गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

न्यूजीलैंड की टीम फॉलोऑन के बाद 164 रन पर ढेर हो गई। भारत ने अपनी पारी में 438 रन बनाए थे, जिसके जवाब में कीवी टीम पहली पारी में 159 रन सिमट गई थी।

न्यूजीलैंड ने फॉलोऑन के बाद सुबह अपनी दूसरी पारी एक विकेट पर 41 रन से आगे बढ़ाई। उसके बल्लेबाज पहले सत्र में तो विकेट बचाए रखने में कामयाब रहे, लेकिन दूसरे और तीसरे सत्र में भारतीय स्पिनरों ने उन्हें अपने इशारों पर नचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। तीसरे सत्र में तो भारत ने आखिरी चार विकेट केवल 35 गेंद और 18 रन के अंदर लिए। कीवी टीम के आखिरी सात बल्लेबाज केवल सात रन के अंदर पैवेलियन लौटे।

अश्विन को अपने साथी स्पिनर प्रज्ञान ओझा का भी अच्छा साथ मिला, जिन्होंने 48 रन देकर तीन विकेट लिए। भारत को पहली सफलता तेज गेंदबाज उमेश यादव ने दिलाई, लेकिन ब्रैंडन मैक्कुलम (42) को पगबाधा आउट दिया जाना विवादास्पद भी रहा। यादव की गेंद मैक्कुलम के बल्ले से लगकर पैड पर लगी थी, लेकिन भारतीयों की जोरदार अपील पर ऑस्ट्रेलियाई अंपायर स्टीव डेविस ने अंगुली उठा दी। मैक्कुलम बड़े बेमन और नाराज होकर पैवेलियन लौटे।

इसके साथ ही मैक्कुलम और विलियमस्न के बीच दूसरे विकेट के लिए 72 रन की साझेदारी भी टूट गई। इसके बाद अश्विन और ओझा ने जिम्मेदारी संभाली। उन्हें सुबह के सत्र में पिच से अधिक मदद नहीं मिल रही थी, लेकिन दूसरे सत्र में उन्होंने न्यूजीलैंड की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। कीवी कप्तान टेलर (7) लगातार दूसरी पारी में नाकाम रहे। उन्होंने अश्विन की तेजी से स्पिन लेती गेंद को छोड़ने का गलत फैसला किया, जो उनके ऑफ स्टंप की गिल्ली उड़ाकर ले गई।

भारतीय खेमे में तब चिंता बढ़ गई, जब शतकवीर चेतेश्वर पुजारा को क्षेत्ररक्षण करते समय दायें घुटने में चोट लग गई। उन्होंने पिछले साल लंदन में इसी जगह का ऑपरेशन करवाया था। पुजारा सहयोगी स्टाफ की मदद से मैदान के बाहर गए और उनके स्थान पर अजिंक्य रहाणे क्षेत्ररक्षण के लिए उतरे।

न्यूजीलैंड ने तीसरे दिन के खेल की समाप्ति पर अपनी दूसरी पारी में मार्टिन गुपटिल (16) का विकेट गंवाकर 41 रन बनाए थे।
इससे पहले, भारत की पहली पारी में बनाए गए 438 रन के जवाब में कीवी टीम 159 रन पर सिमट गई थी, जिसके बाद भारत ने मेहमान टीम को फॉलोऑन खेलने के लिए आमंत्रित किया।

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भारत ने चेतेश्वर पुजारा के शानदार 159 रन की बदौलत अपनी पहली पारी में 438 रन बनाए थे। इसके अलावा कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने 73 और विराट कोहली ने 58 रन जोड़े थे।