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This Article is From Jul 12, 2015

दूसरे वनडे में जिम्बाब्वे को 62 रनों से हरा कर सीरीज़ में भारत को 2-0 से अजेय बढ़त

दूसरे वनडे में जिम्बाब्वे को 62 रनों से हरा कर सीरीज़ में भारत को 2-0 से अजेय बढ़त
टीम इंडिया (फाइल फोटो)
हरारे: मुरली विजय और अंजिक्य रहाणे से बल्लेबाजी और बाद में भुवनेश्वर कुमार से गेंदबाजी में मिली अच्छी शुरुआत के दम पर भारत ने दूसरे वनडे में जिम्बाब्वे को 62 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज़ में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल की।

जिम्बाब्वे के कप्तान एल्टन चिगुंबुरा ने टॉस जीतकर फिर से भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए भेजा, जिसे मुरली विजय (95 गेंदों पर 72 रन) और कप्तान अंजिक्य रहाणे (83 गेंदों पर 63 रन) ने पहले विकेट के लिए 26 ओवरों में 112 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलायी। अच्छी फॉर्म में चल रहे अंबाती रायुडु ने 50 गेंदों पर 41 रन बनाए। भारत ने आठ विकेट पर 271 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।

इसके बाद भुवनेश्वर कुमार (33 रन देकर चार विकेट) की अगुवाई में गेंदबाजों ने भारत को शुरू में विकेट दिलाए, जिससे जिम्बाब्वे का स्कोर तीन विकेट पर 43 रन हो गया। सलामी बल्लेबाज चामू चिभाभा (72 रन) की पारी के बावजूद जिम्बाब्वे इससे नहीं उबर पाया और आखिर में उसकी टीम 49 ओवर में 209 रन पर आउट हो गई।

भारत ने पहले मैच में चार रन की रोमांचक जीत दर्ज की थी। रहाणे और विजय से मिली अच्छी शुरुआत भारत के लिये आखिर में महत्वपूर्ण साबित हुई। रहाणे ने अपनी पारी में सात चौके जबकि विजय ने एक चौका और दो छक्के लगाये। मनोज तिवारी (22) और रोबिन उथप्पा (13) फिर से मौके का फायदा उठाकर चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन को प्रभावित करने में नाकाम रहे। स्टुअर्ट बिन्नी ने आखिरी क्षणों में 16 गेंदों पर 25 रन की तेजतर्रार पारी खेली।

वहीं जिम्बाब्वे की तरफ से चोटिल टिनसे पेनयांगरा की जगह टीम में लिए गए नेविले मादजिवा ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 47 रन देकर चार विकेट लिए।

भुवनेश्वर ने नए बल्लेबाज हैमिल्टन मास्कादजा (पांच) को विकेट के पीछे कैच कराकर अपने 49वें मैच में 50वां विकेट हासिल किया। पहले मैच के शतकवीर एल्टन चिगुंबुरा (नौ) ने भुवनेश्वर पर हावी होने की कोशिश की, लेकिन रहाणे ने हवा में लहराकर उनका कैच लपक दिया। इस कैच का फैसला तीसरे अंपायर ने दिया। सीन विलियम्स (20) को दो जीवनदान मिले, लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाए और अक्षर पटेल ने उन्हें सही लाइन में नहीं खेलने का मजा चखाया।

चिभाभा ने इस बीच अपना अर्धशतक पूरा किया, लेकिन जब वह 65 रन पर थे तब रोबिन उथप्पा ने उन्हें स्टंप आउट करने का आसान मौका गंवाया। उन्हें इसका फायदा नहीं मिला और वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट होकर पवेलियन लौटे। चिभाभा ने 100 गेंद खेली और नौ चौके लगाए। हरभजन के इसी ओवर में उथप्पा ने सिकंदर रजा (18) का डाइव लगाकर खूबसूरत कैच लपका, जिससे जिम्बाब्वे की हार सुनिश्चित हो गई। विकेटकीपर बल्लेबाज रिचमंड मुतुबामी (32) और ग्रीम क्रेमर (27) ने सातवें विकेट के लिए 52 रन जोड़े, लेकिन इससे हार का अंतर ही कम सका।

 
विजय के लिये रन बनाना आसान नहीं रहा। रहाणे ने जब 26वें ओवर में चिभाभा की गेंद पर कवर में आसान कैच थमाया, तब विजय के नाम पर 43 रन दर्ज थे। उन्होंने इस बीच केवल एक बार दसवें ओवर में गेंद सीमा रेखा के पार भेजी थी। विजय ने आखिर में 82 गेंदों पर अपना पहला वनडे अर्धशतक पूरा किया।

विजय ने इस तरह से अपने पदार्पण के पांच साल चार महीने के बाद पहला पचासा पूरा किया। उन्होंने चिभाभा और विटोरी के लगातार ओवरों में छक्के जड़कर अपना स्ट्राइक रेट सुधारा, लेकिन मादजिवा की गेंद पर लंबा शॉट लगाना उन्हें महंगा पड़ा और सबस्ट्यिूट मैलकम वालेर ने सीमा रेखा पर उन्हें कैच कर दिया।

रायुडु ने विजय के साथ 47 रन जोड़ने के बाद तिवारी के साथ भी 44 रन की साझेदारी की। पिछले मैच में नाबाद 124 रन की बेहतरीन पारी खेलने वाले रायुडु ने सिकंदर रजा की गेंद पर सीमा रेखा पर कैच दिया, जबकि तिवारी तिरिपानो की गेंद को समझने में नाकाम रहे और फाइन लेग पर कैच दे बैठे। इन दोनों के चार गेंद पर आउट होने के बाद बिन्नी ने कुछ तेजी दिखाई। केदार जाधव ने भी आखिरी ओवर में आउट होने से पहले 16 रन बनाए।

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