वेर्नोन फिलेंडर केपटाउन टेस्ट में 'मैन ऑफ द मैच' रहे थे (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले टीम इंडिया घरेलू मैदान पर अपने शानदार प्रदर्शन के कारण आत्मविश्वास से लबरेज थी. हर किसी को उम्मीद थी कि विराट के नेतृत्व वाली भारतीय टीम, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए फैंस को मुस्कुराने का मौका देगी. बहरहाल, टेस्ट सीरीज के पहले टेस्ट में यह उम्मीद पूरी नहीं हो सकी है. केपटाउन में हुए पहले टेस्ट में भारतीय टीम को 72 रन की हार का सामना करना पड़ा है. भारतीय की मजबूत समझी जाने वाली बल्लेबाजी, दोनों पारियों में दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों के आगे संघर्षरत रही. टीम इंडिया को इस हार के लिए मजबूर करने में दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज वेर्नोन फिलेंडर का अहम योगदान रहा जिन्होंने दूसरी पारी में 6 विकेट लेते हुए भारतीय बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी. यह फिलेंडर की गेंदबाजी का ही कमाल था कि 208 रन के अपेक्षाकृत आसान लक्ष्य के आगे विराट कोहली ब्रिगेड 135 रन पर ढेर हो गई. फिलेंडर ने केपटाउन टेस्ट की पहली पारी में भी तीन विकेट लिए थे. इस प्रदर्शन के लिए उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया.
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तीन टेस्ट की सीरीज प्रारंभ होने के पहले ही फिलेंडर ने भारतीय बल्लेबाजों की 'कठिन परीक्षा' लेने का ऐलान कर दिया था. यह बात अलग है कि तब उनके बयान को बड़बोलापन समझा गया था. केपटाउन टेस्ट के अपने प्रदर्शन से फिलेंडर ने अपनी बात को साबित कर दिखाया. इस टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख तेज गेंदबाज डेल स्टेन की गैरमौजूदगी को जरा भी महसूस नहीं होंने दिया. एड़ी में चोट के कारण स्टेन दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका के लिए गेंदबाजी नहीं कर पाए थे. इस चोट के कारण उन्हें पूरी सीरीज से बाहर होना पड़ा है. केपटाउन टेस्ट शुरू होने के पहले फिलेंडर ने कहा था कि भारतीय टीम कितने 'पानी' में है, इस बारे में पता उसे पहले टेस्ट के बाद ही चलेगा.
वीडियो: चेतेश्वर पुजारा बोले, धोनी और विराट में यह बात है कॉमन
फिलेंडर ने मीडिया से बातचीत में कहा था,‘भारत ने अपने अधिकांश मैच अपनी धरती पर खेले हैं लिहाजा यह देखना रोचक होगा कि दक्षिण अफ्रीका में वे कैसे खेलते हैं.यहां स्थिति बिल्कुल अलग है . दक्षिण अफ्रीकी मैदान पर भारत का प्रदर्शन कैसा रहता है, इसके लिये पहले टेस्ट का इंतजार करना होगा.’केपटाउन टेस्ट की हार के बाद टीम इंडिया तीन टेस्ट की सीरीज में 0-1 से पिछड़ गई हैं और सीरीज में वापसी के लिए उसे अगले दोनों टेस्ट में जोरदार प्रदर्शन करना होगा. यह तय है कि फिलेंडर एंड कंपनी के आगे भारतीय टीम के लिए यह काम आसान नहीं रहने वाला...
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तीन टेस्ट की सीरीज प्रारंभ होने के पहले ही फिलेंडर ने भारतीय बल्लेबाजों की 'कठिन परीक्षा' लेने का ऐलान कर दिया था. यह बात अलग है कि तब उनके बयान को बड़बोलापन समझा गया था. केपटाउन टेस्ट के अपने प्रदर्शन से फिलेंडर ने अपनी बात को साबित कर दिखाया. इस टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख तेज गेंदबाज डेल स्टेन की गैरमौजूदगी को जरा भी महसूस नहीं होंने दिया. एड़ी में चोट के कारण स्टेन दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका के लिए गेंदबाजी नहीं कर पाए थे. इस चोट के कारण उन्हें पूरी सीरीज से बाहर होना पड़ा है. केपटाउन टेस्ट शुरू होने के पहले फिलेंडर ने कहा था कि भारतीय टीम कितने 'पानी' में है, इस बारे में पता उसे पहले टेस्ट के बाद ही चलेगा.
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फिलेंडर ने मीडिया से बातचीत में कहा था,‘भारत ने अपने अधिकांश मैच अपनी धरती पर खेले हैं लिहाजा यह देखना रोचक होगा कि दक्षिण अफ्रीका में वे कैसे खेलते हैं.यहां स्थिति बिल्कुल अलग है . दक्षिण अफ्रीकी मैदान पर भारत का प्रदर्शन कैसा रहता है, इसके लिये पहले टेस्ट का इंतजार करना होगा.’केपटाउन टेस्ट की हार के बाद टीम इंडिया तीन टेस्ट की सीरीज में 0-1 से पिछड़ गई हैं और सीरीज में वापसी के लिए उसे अगले दोनों टेस्ट में जोरदार प्रदर्शन करना होगा. यह तय है कि फिलेंडर एंड कंपनी के आगे भारतीय टीम के लिए यह काम आसान नहीं रहने वाला...
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