IND VS SA: इन पांच 'बड़ी वजहों' से केपटाउन में हारा भारत

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में जब करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमी कुछ ही दिन पहले अपने घर  पर रनों के अंबार लगाने वाले नायकों से टीम इंडिया  को जिताने की उम्मीद कर रहे थे, तभी एक बार फिर से इन घर के शेरों ने क्रिकेटप्रेमियों को गमगीन कर दिया. चलिए हार के पीछे प्रमुख पांच कारणों के बारे में जान लीजिए.

IND VS SA: इन पांच 'बड़ी वजहों' से केपटाउन में हारा भारत

खास बातें

  • बीसीसीआई की बहुत ही खराब शेड्यूलिंग
  • क्यों रद्द किया गया दो दिनी प्रैक्टिस मैच..रहाणे को बाहर बैठाना कितना सही
  • नहीं मिली ठोस शुरुआत...'रिकॉर्डपुरुषों' का बुरा हाल
नई दिल्ली:

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में जब करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमी कुछ ही दिन पहले अपने घर  पर रनों के अंबार लगाने वाले नायकों से टीम इंडिया  को जिताने की उम्मीद कर रहे थे, तभी एक बार फिर से इन घर के शेरों ने क्रिकेटप्रेमियों को गमगीन कर दिया. वास्तव में बचे सौ से भी ज्यादा ओवरों में 208 रन का टारगेट वास्तव में बहुत ही आसान था. लेकिन यह लक्ष्य भी भारतीय दिग्गज बल्लेबाजों के लिए हिमालय की चोटी पर चढ़ने सरीखा साबित हुआ. चलिए हम आपको टीम इंडिया केपटाउन में बेहद ही खराब और शर्मसार करने वाले प्रदर्शन के पीछे के पांच कारणों 
 


बीसीसीआई की खराब शेड्यूलिंग
वास्तव में यह एक सवाल है कि सबसे मुश्किल दौरे के लिए बीसीसीआई ने टीम इंडिया के लिए ऐसा कार्यक्रम निर्धारित क्यों नहीं  किया, जिससे कम से कम उन्हें तीन-तीन दिन के दो अभ्यास मैच खेलने को मिलते. तीन तो छोड़िए दुनिया का सबसे धनी  बोर्ड अपने खिलाड़ियों के लिए एक तीन दिनी प्रैक्टिस मैच भी निर्धारित नहीं करा सका.

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इकलौता दो दिनी प्रैक्टिस मैच रद्द करना पड़ा भारी
क्रिकेट में कहा जाता है कि एक प्रैक्टिस मैच कई नेट अभ्यास सेशन के बराबर होता है. टीम इंडिया को मेजबान लोकल टीम के साथ एक दोदिनी प्रैक्टिस मैच खेलना था, लेकिन टीम इंडिया के अनुरोध पर बीसीसीआई ने यह मैच भी रद्द करवा दिया. दरअसल विराट एंड कंपनी ने नेट अभ्यास को ज्यादा तरजीह दी. इस अभ्यास से कितना फायदा मिला, यह आपके सामने है. 
 
अजिंक्य रहाणे की अनदेखी क्यों?
यह सही है कि पिछले दिनों अजिंक्य रहाणे का बल्ला वनडे में नहीं बोला है, लेकिन अगर यह कहा जाए कि वह विदेशी धरती पर तकनीकी रूप से भारत के चुनिंदा सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं, तो बिल्कुल भी गलत नहीं ही होगा. अजिंक्य रहाणे का दक्षिण अफ्रीकी धरती पर 69.66, ऑस्ट्रेलिया में 57.00, वेस्टइंडीज में 121.50 और न्यूजीलैंड की पिचों पर 54.00 का औसत रहा है. ऐसे में उनके पुराने प्रदर्शन और तकनीक को जरूर ध्यान में रखा जाना चाहिए थे. 

नहीं मिली ठोस शुरुआत
दोनों ही पारियों में दोनों ही ओपनर बिल्कुल भी विश्वसनीय दिखाई नहीं पड़े. शिखर धवन के पहली पारी में खेला गया गैरजिम्मेदारना शॉट अभी भी क्रिकेटप्रेमियों को अखर रहा है, तो मुरली विजय को केपटाउन में पता ही नहीं चला कि कौन सी गेंद खेलनी है और कौन सी छोड़नी है. टीम इंडिया को ठोस शुरुआत न मिल पाना भी केपटाउन में हार का  सबब बना.

रोहित व विराट की नाकामी

पिछले दिनों श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीजी में रिकॉर्डों की बारिश करने वाले रोहित शर्मा को पेस और उछाल के सामने एक बार फिर से सांप सूंघ गया. और यह साफ बता गया कि जब बात विदेशी पिच पर बैटिंग की आती है, तो आज भी उनकी क्षमताओं  पर  ठीक वैसे ही सवाल हैं, जैसे कई साल पहले हुआ करते थे. जहां घरेलू मैदान पर टेस्ट में रोेहित शर्मा का औसत 85.44 रहा है, तो विदेशी जमीं पर उनका औसत 25.11 रहा है. इस विदेशी जमीन में श्रीलंका और बांग्लादेश भी शामिल हैं.वहीं सभी क्रिकेटप्रेमियों को उम्मीद थी कि विराट का बल्ला जरूर बोलेगा, लेकिन केपटाउन में विराट कोहली भी एक छोर को थाम कर नहीं रख सके. दूसरी पारी में उनके पास एक ऐतिहासिक मौका था, लेकिन यह भी जाया चला गया. 

VIDEO : भारत में प्रेस कॉन्फ्रैंस में भारतीय कप्तान विराट कोहली.

कुल मिलाकर घर के शेर केपटाउन में पूरी तरह ढेर साबित हुए. नए साल और दौरे की शुरुआत एक ऐसी शर्मनाक हार के साथ हुई है, जिससे टीम इंडिया पर गहरा असर जरूर पड़ेगा. अब कोहली एंड कंपनी इससे कैसे निपटती है, यह देखने वाली बात होगी.

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