भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मंगलवार को गकेबेरहा में खेले गए दूसरे टी20 (SA vs IND 2nd T20I) और अगले साल जून में खेले जाने वाले टी20 विश्व कप (T20 World Cup 2024) के बीच तक भारत के पास सिर्फ चार अंतरराष्ट्रीय मैच बाकी बचे हैं. एक इस सीरीज का और इसके बाद तीन भारत दौरे पर आने वाली अफगानिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज के मुकाबले मिलाकर. और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे मैच की सीरीज से सेलेक्टरों की नीति भी बहुत हद तक साफ दिख रही है. बहरहाल, इस मैच में लंबे समय के ब्रेक के बाद शुभमन गिल (Shubma Gill) वापस लौटे, लेकिन लंबे ब्रेक का असर उनकी बैटिंग पर भी दिखाई पड़ा. और वह बिना खाता खोले आउट हो गए. गिल तो चले गए, लेकिन सेलेक्टरों की चिंता बढ़ा गए, तो फैंस के लिए विमर्श छोड़ गए. और एक सवाल भी क्या गिल कुछ महीने बाद होने वाले टी20 विश्व कप की इलेवन में फिट होते दिख रहे हैं. बड़ी वजह एक नहीं, तीन हैं. बारी-बारी से जानिए.
1. पिछले 12 मैचों के संकेत अच्छे नहीं
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी-20 को मिलाकर पिछले 12 टी20 मैचों में शुभमन गिल का स्कोर कुछ ऐसा रहा है: IND vs SA 2nd T20I: 7, 5, 46, 7, 11, 126*, 3, 7, 6, 77, 9, 0. अगर इसमें एक नाबाद शतकीय पारी को निकाल दें, तो हालत काफी ज्यादा पतली हो जाती है! चिंता की बात यह नहीं है कि उनका औसत इन 12 पारियों में 25.33 का है. बात यह है कि इस प्रदर्शन में नियमितता नहीं है, तो वहीं 12 से में से आठ पारियों में गिल दहाई का भी आंकड़ा नहीं छू सके हैं. ठीक दूसरे टी20 की तरह. और ये संकेत अच्छे नहीं हैं. यह पहलू बहुत ही हैरानी भरा है.
2. मुकाबला बहुत कड़ा हो चला है!
गिल की वापसी के लिए आप यह देखें कि ऋतुराज गायकवाड़ "बीमार" हो गए. हाल ही में गायकवाड़ का बल्ला खासा बोला है. वह बार-बार मजबूर कर रहे हैं, दबाव बना रहे हैं. वहीं, यह भी न भूलें कि अगर सेलेक्टर रोहित शर्मा को विश्व कप में खेलने के लिए राजी कर लेते हैं, तो वह गिल के लिए हालात और मुश्किल हो जाएंगे. ऐसे में अपने दावे में जान डालने के लिए गिल को पूरी तरह से आईपीएल के प्रदर्शन पर निर्भर होना पड़ेगा.
3. "नई धार', कर रही आसारों पर प्रहार!
इस समय सेलेक्टर टी20 टीम को साफ दृष्टि देने में लगे हुए हैं. यही वजह है कि श्रेयस अय्यर और ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों को बाहर बैठाकर युवाओं को परखा जा रहा है. हाल ही में जितेश के आतिशी अंदाज ने टीम के संतुलन को गति प्रदान की है. इस गति को रिंकू सिंह और तिलक वर्मा कहीं तेज धार देते दिख रहे हैं. और यह पैदा होने वाली या जरूरी तेज गति गिल के आसारों को प्रभावित करती है. यह मिड्ल ऑर्डर में एकदम से पैदा हुई धार गिल पर न केवल स्कोर, बल्कि तेज स्ट्राइक-रेट के साथ स्कोर करने का दबाव बना रही है.
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