
- तिलक वर्मा ने नंबर तीन पर अपनी जगह मजबूती से पक्की की है लेकिन उनकी एक बड़ी कमजोरी सामने आई है
- स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ तिलक वर्मा की बल्लेबाजी में गिरावट आई है जो उनके लिए चिंता की बात
- तिलक वर्मा का पिछले साल हर पांचवीं गेंद पर चौका लगाने का औसत इस साल बढ़कर आठ गेंद हो गया है
एशिया कप (2025) से पहले भारतीय टीम के चयन के बाद श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) के नाम को लेकर बहुत बवाल मचा हुआ था. तमाम पंडित अय्यर की जगह कुछ खिलाड़ियों को बाहर रखने की बात कर रहे थे, लेकिन इन नामों में तिलक वर्मा (Tilak Varma) का नाम दूर-दूर तक नहीं था. इस लेफ्टी बल्लेबाज ने बहुत ही मजबूती से नंबर-3 पर अपनी जगह को पक्का किया हुआ, लेकिन इस साल उनकी एक बड़ी खामी ने भारतीय प्रबंधन को चिंता में डाल दिया है. तिलक ने पाकिस्तान (Tilak Varma) के खिलाफ 31 रन बनाए, लेकिन वह स्पिनरों के खिलाफ काफी फंसे हुए दिखाई पड़े. और इस पारी ने उन आंकड़ों की फिर से पुष्टि की, जो इस साल उनकी बैटिंग में दिखाई पड़े हैं और जिन्हें टीम इंडिया के एनालिस्ट नोट बना रहे हैं.
तिलक को इस आंकड़े से जल्द बाहर आना होगा!
साल 2025 में तिलक वर्मा की स्पिनरों के खिलाफ मुश्किलें कैसी बढ़ी हैं, यह आप इससे समझ सकते हैं कि जहां पिछले साल वह हर पांचवीं गेंद के बाद एक चौका लगा रहे थे, तो इस साल यह औसत बढ़कर प्रति चौका आठ गेंद चला गया. यह साफ बता रहा है कि वह स्पिनरों के खिलाफ फंस रहे हैं और अगर उन्होंने जल्द ही खुद को इससे बाहर नहीं निकाला, तो उन्हें घेरना शुरू कर देंगे.

यह स्ट्राइक-रेट भी चिंता की बात
प्रत्येक चौके के बीच गेंदों का बढ़ता अंतर ही वह पहलू नहीं है, जिसका इलाज तिलक को जल्द से जल्द ढूंढना होगा, बल्कि चिंता का पहलू स्ट्राइक-रेट को लेकर भी हो चला है. इस साल तिलक ने स्पिनरों के खिलाफ अभी तक 59 के स्ट्राइक-रेट से बल्लेबाजी की है. और यह आकंड़ा टी20 में उनके लिए ज्यादा चिंता की बात है. खासतौर से यह देखते हुए कि अगले साल भारत को टी20 विश्व कप में खेलना है.
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