
Ind vs nz 1st Test: क्रिकेट इसीलिए बहुत ही विचित्र और अलबेली है! जो काम वे नहीं कर पाते, जिनका काम होता, उसे कोई और कर देता है. आप देखिए कि न्यूजीलैंड के खिलाफ (Ind vs Nz) बेंगलुरु में खेले जा रहे पहले टेस्ट के तीसरे दिन न्यूजीलैंड की पारी में जब उसके मुख्य बल्लेबाज नाकाम हो रहे थे,तो नंबर आठ पर टिम साऊदी ने 73 गेंदों पर 65 रन जड़कर सभी को चौंका दिया, तो वहीं जब दिन खत्म होते-होते कीवी गेंदबाज सरफराज और विराट का विकेट लेने के लिए तरस गए थे, तब कोहली को उस ग्लेन फिलिप्स ने चलता कर दिया है, जो विकेटकीपिंग भी करते है.
मनोवैज्ञानिक लाभ गंवा दिया
यह सही है कि टीम इंडिया को अभी भी इंग्लैंड का 125 रन की बढ़त का कर्ज उतारना बाकी है, लेकिन तीसरे दिन के खेल की समाप्ति पर भारत मनोवैज्ञानिक लाभ हासिल करने के मुहाने पर था. कोहली और सरफराज दोनों ही मिलकर 136 रन की साझेदारी कर चुके थे, लेकिन दिन के खेल की आखिरी गेंद पर ग्लेन फिलिप्स ने भारत को मनोवैज्ञानिक लाभ से वंचित कर दिया. कोहली दिन के खेल की आखिरी गेंद पर गच्चा खा बैठे. वह ऑफ स्पिन के लिए खेलने गए, लेकिन गेंद सीधी निकलते हुए बल्ले को चूमते हुए विकेटकीपर ब्लंडेल के हाथों में जा थमाई.
चौथे दिन पर टिक गईं सभी की निगाहें
कोहली के आउट होने के बाद अब यहां से मैच रोचांचक हो चला है. भारत को अभी भी 125 रन पारी की हार से बचने के लिए और बनाने हैं, तो करोड़ों भारतीय फैंस की उम्मीदें आगे आने वाले बल्लेबाजों से हो चली हैं. यहां से खासतौर पर केएल राहुल के लिए एक अच्छा मौका है, तो ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन से भी उम्मीदें बहुत ज्यादा हो चली हैं. साफ है कि इस पिच पर यहां से जमकर बैटिंग की जा सकती है, लेकिन सवाल यही है कि क्या चौथे दिन भारतीय बल्लेबाज विराट की तरह नहीं, बल्कि और बड़ी पारियां खेल पाएंगे. देखते हैं कि कौन-कौन इस चैलेंज पर खरा उतरता है
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं