
- विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट के आक्रामक माहौल ने उनकी मानसिक मजबूती और खेल क्षमता को बढ़ाया बताया है
- कोहली ने सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग को अपने प्रेरणास्रोत के रूप में स्वीकार किया है
- उन्होंने केविन पीटरसन के साथ बातचीत का जिक्र किया जिसने उन्हें ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट माहौल के लिए तैयार किया
IND vs AUS: भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने उन खिलाड़ियों के बारे में बात की है जिनसे उन्होंने काफी कुछ सीखा है और खासकर ऑस्ट्र्रेलियाई में किस तरह के अपने खेल को आगे बढ़ाना है. कोहली ने ऑस्ट्र्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे मैच से पहले इस बारे में बात की. किंग कोहली ने बताया कि राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग से प्रेरणा लेकर उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में बेहतरीन परफॉर्मेंस दिया है.
सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सहवाग रहे मेरे लिए प्रेरणास्रोत
कोहली ने रविवार को यहां पहले वनडे से पूर्व फॉक्स क्रिकेट से कहा, ‘‘बचपन में जब हम सुबह जल्दी उठकर ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट देखते थे तो मैं खुद को उनके सामने रखकर सोचता था कि अगर मैं इन परिस्थितियों में और इस विरोधी टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन कर पाया तो एक क्रिकेटर के तौर पर मुझे इस पर गर्व होगा. दोनों टीमों के महान खिलाड़ियों को खेलते देखना मेरे लिए प्रेरणास्रोत रहा. सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, यहां तक कि वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ी, जिनसे मैं सचमुच प्रभावित रहा हूं. ''
उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि ऑस्ट्रेलियाई टीम, उन्होंने जिस तरह से क्रिकेट खेली और जिस तरह से वह आपका सामना करते हैं और खेल पर नियंत्रण बना रहे थे, यही कुछ ऐसा था जिसने मुझे यहां आने और ऐसा ही करने के लिए प्रेरित किया। शुरुआत में मुझे लगा कि उस आक्रामक माहौल का हिस्सा बनने की तुलना में टेलीविजन पर देखना आसान था, लेकिन मैं उन सभी पलों के लिए वास्तव में आभारी हूं क्योंकि इससे मुझे एक क्रिकेटर और एक इंसान के रूप में बेहतर बनने में मदद मिली.''
कोहली ने कहा, ‘‘इस तरह का माहौल वास्तव में आपकी मानसिक मजबूती और लचीलेपन की परीक्षा लेता है क्योंकि एक बार जब आप ऐसे कड़े माहौल में खेलना शुरू कर देते हैं तो आप अपने प्रतिद्वंदी और दर्शकों का सामना करने से नहीं बच सकते.''
केविन पीटरसन के बारे में क्या बोले विराट कोहली
कोहली ने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन के साथ हुई बातचीत को याद किया, जिनके साथ उन्होंने आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए ड्रेसिंग रूम साझा किया था, जिससे उन्हें ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए तैयार होने में मदद मिली. कोहली ने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो शुरुआत में मुझे यह समझ नहीं आया. लेकिन केवन पीटरसन ने मुझे ऑस्ट्रेलिया के बारे में कुछ ऐसा बताया कि आपको ऐसा लगता है कि वे पूरे समय आप पर नजर रखे हुए हैं, लेकिन अपने दिमाग में वे आपके खेल की सराहना करते हैट
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए इसको दिल पर लेने की जरूरत नहीं. आप बस मैदान पर उतर कर कड़ी क्रिकेट खेलिए. इससे वास्तव में आपको पता चलेगा कि एक खिलाड़ी के रूप में आप किस तरह से आगे बढ़ रहे हैं और इन सब चीजों के लिए मानसिक रूप से किस तरह से तैयार होना होता है. यहां के दर्शकों ने वास्तव में मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया.''
कोहली ने कहा, ‘‘ इस तरह की परिस्थितियों में आपके पास अपना 120 प्रतिशत देने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता है. मैं इस तरह की परिस्थितियों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाऊंगा इसकी कोई गुंजाइश नहीं थी। इसलिए एक क्रिकेटर के रूप में मैंने यहां वास्तव में अच्छा समय बिताया। यहां मैदान के बाहर लोगों का आपके प्रति रवैया वास्तव में बहुत अच्छा होता है. ''
टेस्ट और टी20 से संन्यास ले चुके कोहली ने कहा कि उन्होंने हमेशा ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने का पूरा आनंद लिया. उन्होंने कहा, ‘‘वापस ऑस्ट्रेलिया आकर वास्तव में अच्छा लगता है। यह ऐसी जगह है जहां मैंने अपनी क्रिकेट का भरपूर आनंद लिया। मेरी यहां से कई अच्छी यादें जुड़ी हैं. आईपीएल 2025 खेलने के पांच महीने बाद क्रिकेट में वापसी कर रहे कोहली ने कहा कि टेस्ट और टी20 से संन्यास लेने के बाद वह अपने परिवार के साथ समय बिताने का आनंद ले रहे हैं.
उन्होंने कहा,‘‘टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिए हुए काफी समय हो गया है। मुझे वर्षों बाद अपने बच्चों और परिवार के साथ कुछ समय बिताने का मौका मिला. यह खूबसूरत दौर रहा और मैंने इसका भरपूर आनंद लिया.'
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