
एडिलेड टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया
एडिलेड:
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (Australia vs India) एडिलेड टेस्ट (Adelaide Test) में भारतीय टीम के लिए चेतेश्वर पुजारा ने बेहतरीन बल्लेबाजी की. पहली पारी के दौरान जब भारतीय बल्लेबाजी संघर्ष करती नजर आ रही थी तब पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने 123 रन की जुझारू पारी खेली और भारतीय टीम के 250 रन तक पहुंचने में अहम योगदान दिया. दूसरी पारी में भी चेतेश्वर के बल्ले ने विपक्षी गेंदबाजों को चैन नहीं लेने दी. इस जोरदार प्रदर्शन के लिए चेतेश्वर पुजारा को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया. भारतीय टीम ने एडिलेड टेस्ट 31 रन से जीतते हुए चार टेस्ट की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली. इस टेस्ट के दौरान पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने एक बड़ी उपलब्धि की. भारतीय टीम ने वर्ष 2018 में अपने देश से बाहर तीन टेस्ट जीते हैं और पुजारा ने इन तीनों में 50 रन से अधिक का स्कोर किया है.
Ind vs Aus: शतक बनाकर कोलकाता ट्रैफिक पुलिस के पोस्टर में ऐसे छाए चेतेश्वर पुजारा...
वर्ष 2018 में भारत ने जोहानिसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ देश के बाहर जीत हासिल की. जोहानिसबर्ग टेस्ट मैच में पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने 179 गेंदों पर 50 रन बनाए. इसी वर्ष इंग्लैंड के खिलाफ ट्रेंटब्रिज में खेले गए टेस्ट में भी भारतीय टीम ने जीत हासिल की. इस मैच में पुजारा ने 208 गेंदों पर 72 रन की पारी खेली और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई. इसी क्रम में एडिलेड टेस्ट में भी पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने 123 और 71 रन की पारी खेली. मैच भारतीय टीम ने 31 रन से जीता. विराट कोहली ऐसे पहले भारतीय कप्तान हैं जिनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को उनके ही देश में टेस्ट मैच में हराया है. राहुल द्रविड़ और एमएस धोनी ने अपनी कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड टीम को उनके देश में हराने में कामयाबी हासिल की थी लेकिन वे ऑस्ट्रेलियाई टीम को उसके देश में नहीं हरा पाए थे.
वीडियो: पुजारा बोले, धोनी और विराट के बीच यह बात है कॉमन
एडिलेड टेस्ट में मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतने के बाद पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने कहा, इस शानदार प्रदर्शन के लिए मेरी तैयारी ने अहम भूमिका निभाई. भारत में मैंने ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर बल्लेबाजी के लिहाज से खुद को तैयार किया था. उन्होंने कहा कि टेस्ट में जीत हासिल करना खास रहा, इसका श्रेय हमारे गेंदबाजों को जाता है. वैसे, पहली पारी में 15 रन की बढ़त मिलने से हमें मनोवैज्ञानिक लाभ मिला. खिलाड़ियों के अपने ऊपर विश्वास के कारण यह जीत संभव हुई है. हालांकि पुजारा यह कहने से नहीं चूके कि बैटिंग यूनिट के रूप में अभी हमें काफी चीजों में सुधार करना है. हमने अपनी गलतियों से सबक लिया और दूसरी पारी में बेहतर बल्लेबाजी की. उन्होंने कहा मेरे पिता (अरविंद पुजारा) निश्चित रूप से गर्व महसूस कर रहे होंगे. मेरे पिता मुझे तब से कोचिंग दे रहे हैं जब मैं 8 वर्ष का था.
Ind vs Aus: शतक बनाकर कोलकाता ट्रैफिक पुलिस के पोस्टर में ऐसे छाए चेतेश्वर पुजारा...
वर्ष 2018 में भारत ने जोहानिसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ देश के बाहर जीत हासिल की. जोहानिसबर्ग टेस्ट मैच में पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने 179 गेंदों पर 50 रन बनाए. इसी वर्ष इंग्लैंड के खिलाफ ट्रेंटब्रिज में खेले गए टेस्ट में भी भारतीय टीम ने जीत हासिल की. इस मैच में पुजारा ने 208 गेंदों पर 72 रन की पारी खेली और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई. इसी क्रम में एडिलेड टेस्ट में भी पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने 123 और 71 रन की पारी खेली. मैच भारतीय टीम ने 31 रन से जीता. विराट कोहली ऐसे पहले भारतीय कप्तान हैं जिनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को उनके ही देश में टेस्ट मैच में हराया है. राहुल द्रविड़ और एमएस धोनी ने अपनी कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड टीम को उनके देश में हराने में कामयाबी हासिल की थी लेकिन वे ऑस्ट्रेलियाई टीम को उसके देश में नहीं हरा पाए थे.
वीडियो: पुजारा बोले, धोनी और विराट के बीच यह बात है कॉमन
एडिलेड टेस्ट में मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतने के बाद पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने कहा, इस शानदार प्रदर्शन के लिए मेरी तैयारी ने अहम भूमिका निभाई. भारत में मैंने ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर बल्लेबाजी के लिहाज से खुद को तैयार किया था. उन्होंने कहा कि टेस्ट में जीत हासिल करना खास रहा, इसका श्रेय हमारे गेंदबाजों को जाता है. वैसे, पहली पारी में 15 रन की बढ़त मिलने से हमें मनोवैज्ञानिक लाभ मिला. खिलाड़ियों के अपने ऊपर विश्वास के कारण यह जीत संभव हुई है. हालांकि पुजारा यह कहने से नहीं चूके कि बैटिंग यूनिट के रूप में अभी हमें काफी चीजों में सुधार करना है. हमने अपनी गलतियों से सबक लिया और दूसरी पारी में बेहतर बल्लेबाजी की. उन्होंने कहा मेरे पिता (अरविंद पुजारा) निश्चित रूप से गर्व महसूस कर रहे होंगे. मेरे पिता मुझे तब से कोचिंग दे रहे हैं जब मैं 8 वर्ष का था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं