खास बातें
- धोनी ने यह साफ कर दिया कि अगर टीम को कोई बेहतर विकल्प मिलता है तो टेस्ट की कप्तानी छोड़ने में उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी।
सिडनी: टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान अपने संन्यास के बयान को लेकर उठे बवाल से नाराज हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने दो साल बाद यानी 2013 में रिटायरमेंट की बात कही थी जिसे गलत तरीके से विवाद का मुद्दा बनाया गया। उन्होंने साफ किया कि उनके बयान का मतलब था कि जो भी खिलाड़ी टीम का अगला कप्तान बने 2014 वर्ल्ड कप में जाने से पहले उसके पास काफी अनुभव होना चाहिए और ऐसा तभी हो सकता है अगर वह 2013 तक रिटायरमेंट लेकर किसी और खिलाड़ी को टीम आगे आने का मौका दें।
टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने खुलकर कहा है कि अगर कोई बेहतर विकल्प मिले तो वह टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें करीब साढ़े तीन साल पहले टीम की जिम्मेदारी मिली थी और उनका इरादा हमेशा यही रहा कि उनकी अगुआई में टीम बेहतर करे।
उन्होंने कहा कि वह कप्तानी पकड़ कर नहीं रखना चाहते। उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि अगर टीम को कोई बेहतर विकल्प मिलता है तो टेस्ट की कप्तानी छोड़ने में उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी।