ICC's T20 team of the year: शनिवार को इन दिनों काफी बुरे दौर से गुजर रहे रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के टी20 टीम ऑफ द ईयर (Rohit named as captain) चुने जाने की खबर आई, तो इस बात ने उनके चाहने वाले करोड़ों भारतीय फैंस को गौरव से भर दिया. एक बड़े वर्ग को यह थोड़ा अजीब सा भी लगा क्योंकि भारतीय टेस्ट कप्तान इन दिनोें बहुत ही बुरी फॉर्म में चल रहे हैं. पिछले दिनो टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार झेलनी पड़ी, तो हालिया रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) मैच की दोनों पारियों में भी उनका बल्ला कुछ खास नहीं बोला. बहरहाल, इस खबर पर रोहित के प्रति शुष्क रवैया खत्म करना होगा और वही नजरिया अपनाना होगा, जो क्रिकेट की पैतृक संस्था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने अपनाया और रोहित को वह प्रदान किया, जिस पर उनका पूरा-पूरा हक था.
ये तमाम बातें बनी चयन का आधार
वास्तव में रोहित इस सम्मान के पूरे हकदार थे. भले ही इस समय उनका समय बहुत ही खराब चल रहा हो, लेकिन पिछले साल टी20 विश्व कप में उन्होंने कप्तान और बतौर बल्लेबाज बहुत ही उम्दा प्रदर्शन किया. रोहित ने 11 मैचों में 42.00 के औसत से 378 रन बनाए. उनकी परफॉरमेंस, कप्तानी, भारत की खिताबी जीत मिली वोट और तमाम एक्पर्ट की राय ने आईसीसी को मजबूर करते हुए रोहित शर्मा को कप्तान चुनने पर मजबूर कर दिया.
तीन अर्द्धशतक जड़े रोहित ने
रोहित के लिए टी20 विश्व कप असाधारण रहा और इसकी यादें वह ही नहीं, बल्कि कोई भी भारतीय कभी नहीं भुला पाएगा. रोहित ने मेगा इवेंट में तीन अर्द्धशतक जड़े, तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाभ भारतीय कप्तान ने सुपर-8 राउंड में 92 रन की यादागर पारी खेली. यह जीत टीम इंडिया का मनोबल बढ़ाने में बहुत ही अहम साबित हुई.
अर्शदीप और बुमराह का बढ़िया इस्तेमाल
ये दोनोंटी20 टीम ऑफ द ईयर में चुने गए और रोहित की तरह इनके नाम की भी धूम रही. रोहित ने इन दोनों का शानदार इस्तेमाल किया. लेफ्टी पेसर और बुमराह ने मिलकर पिछले साल 18 मैचों में 36 विकेट आपस में बांटे, जो इन दोनों के दबदबे और एक नई जोड़ी के बारे में साफ बताता है. इन दोनों की सफलता में रोहित के नेतृत्व और फैसलों का भी अच्छा योगदान रहा.
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