गौतम गंभीर को IPL में अच्छे प्रदर्शन के कारण चैंपियन्स ट्रॉफी में चुने जाने का दावेदार बताया जा रहा था.
नई दिल्ली:
आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी (ICC Champions Trophy 2017) के लिए टीम इंडिया की घोषणा के बाद आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन कर रहे कुछ क्रिकेटरों के नहीं चुने जाने पर सवाल उठ रहे हैं. वैसे जब भी किसी बड़े टूर्नामेंट के लिए टीम इंडिया चुनी जाती है, तो बाद में आलोचना होना आम बात है. जिन खिलाड़ियों के चयन की उम्मीद थी, उनमें कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) भी शामिल हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इस पर गंभीर के फैन्स ने करारी प्रतिक्रिया दी, लेकिन गंभीर ने टीम के चयन से पहले ही खुद को इस दौड़ से बाहर समझ लिया था.
आईपीएल में शानदार खेल दिखा रहे केकेआर के कप्तान गौतम गंभीर को चैंपियन्स ट्रॉफी के लिए सौरव गांगुली जैसे दिग्गजों का भी साथ मिला, लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें इसके लायक नहीं समझा. वैसे गौतम गंभीर की बातों से भी ऐसा लग रहा है कि वह भी खुद को कमतर समझ रहे थे.
खुलकर राय रखने के लिए मशहूर गौतम गंभीर ने इस बारे में पूछने पर कहा, 'टी-20 में अच्छा प्रदर्शन करने से आप केवल टी-20 टीम में ही चयन के लिए उपलब्ध होते हैं.'
गंभीर ने टीम इंडिया में नहीं चुने जाने का कारण बताते हुए कहा है कि टी-20 टूर्नामेंट में फॉर्म के आधार पर चैंपियन्स ट्रॉफी जैसे वनडे टूर्नामेंट में चयन की उम्मीद रखना सही नहीं है. वैसे गंभीर का कहना भी सही है, क्योंकि दोनों फॉर्मेट में काफी अंतर है और गंभीर पिछले चार साल से भारत के लिए वनडे नहीं खेले हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गंभीर ने टीम इंडिया के चयन के लिए चयनकर्ताओं की बैठक से पहले ही खुद के चयन की संभावनाओं को दरकिनार कर दिया और कहा, 'अगर आप टी-20 के प्रदर्शन से वनडे टीम में खिलाड़ियों को मौका देते हैं, तो इसका मतलब है कि आप घरेलू वनडे टूर्नामेंट को महत्व नहीं देते हैं. गंभीर ने कहा कि अगर मैं चैंपियन्स ट्रॉफी को दिमाग में रखकर आईपीएल में रन बनाऊं, तो मुझे मतलबी कहा जाना चाहिए.'
गंभीर ने यह भी कहा कि वह आईपीएल में अपनी टीम को जिताने के लिए खेलते हैं, टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए नहीं. उनके अनुसार अगर खिलाड़ी ऐसा करने लगे, तो वह टीम हित में नहीं होगा.
आईपीएल के 12 मैचों में 425 रन बना चुके गंभीर ने कहा, 'मैं अपनी टीम की जीत के लिए मैच खेलता हूं न कि भारतीय टीम में चयन के लिए.'
वैसे घरेलू वनडे क्रिकेट में गौतम गंभीर का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है. वह विजय हजारे ट्रॉफी के 5 मैचों में केवल 133 रन बनाए थे. शायद उनका इशारा इसी प्रदर्शन की ओर था और उन्हें लग रहा था कि उनका दावा कमजोर है.
आईपीएल में शानदार खेल दिखा रहे केकेआर के कप्तान गौतम गंभीर को चैंपियन्स ट्रॉफी के लिए सौरव गांगुली जैसे दिग्गजों का भी साथ मिला, लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें इसके लायक नहीं समझा. वैसे गौतम गंभीर की बातों से भी ऐसा लग रहा है कि वह भी खुद को कमतर समझ रहे थे.
खुलकर राय रखने के लिए मशहूर गौतम गंभीर ने इस बारे में पूछने पर कहा, 'टी-20 में अच्छा प्रदर्शन करने से आप केवल टी-20 टीम में ही चयन के लिए उपलब्ध होते हैं.'
गंभीर ने टीम इंडिया में नहीं चुने जाने का कारण बताते हुए कहा है कि टी-20 टूर्नामेंट में फॉर्म के आधार पर चैंपियन्स ट्रॉफी जैसे वनडे टूर्नामेंट में चयन की उम्मीद रखना सही नहीं है. वैसे गंभीर का कहना भी सही है, क्योंकि दोनों फॉर्मेट में काफी अंतर है और गंभीर पिछले चार साल से भारत के लिए वनडे नहीं खेले हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गंभीर ने टीम इंडिया के चयन के लिए चयनकर्ताओं की बैठक से पहले ही खुद के चयन की संभावनाओं को दरकिनार कर दिया और कहा, 'अगर आप टी-20 के प्रदर्शन से वनडे टीम में खिलाड़ियों को मौका देते हैं, तो इसका मतलब है कि आप घरेलू वनडे टूर्नामेंट को महत्व नहीं देते हैं. गंभीर ने कहा कि अगर मैं चैंपियन्स ट्रॉफी को दिमाग में रखकर आईपीएल में रन बनाऊं, तो मुझे मतलबी कहा जाना चाहिए.'
गंभीर ने यह भी कहा कि वह आईपीएल में अपनी टीम को जिताने के लिए खेलते हैं, टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए नहीं. उनके अनुसार अगर खिलाड़ी ऐसा करने लगे, तो वह टीम हित में नहीं होगा.
आईपीएल के 12 मैचों में 425 रन बना चुके गंभीर ने कहा, 'मैं अपनी टीम की जीत के लिए मैच खेलता हूं न कि भारतीय टीम में चयन के लिए.'
वैसे घरेलू वनडे क्रिकेट में गौतम गंभीर का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है. वह विजय हजारे ट्रॉफी के 5 मैचों में केवल 133 रन बनाए थे. शायद उनका इशारा इसी प्रदर्शन की ओर था और उन्हें लग रहा था कि उनका दावा कमजोर है.
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