
- मोहम्मद कैफ ने रोहित शर्मा के वनडे प्रदर्शन में नियमितता की कमी को लेकर महत्वपूर्ण टिप्पणी की है
- कैफ ने कहा कि रोहित शर्मा वनडे इतिहास के सबसे सफल ओपनर हैं लेकिन नियमित प्रदर्शन में कमजोर हैं
- उन्होंने बताया कि रोहित अक्सर छोटे स्कोर बनाते हैं लेकिन बड़े मैचों में मैच जिताऊ पारी खेलते हैं
Mohamamd kaif on Rohit Sharma: इन दिनों पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) बहुत ही महीन और साहसिक बातें कर रहे हैं. इसी कड़ी में उन्होंने हाल ही में वनडे कप्तानी से हटाए गए पूर्व कप्तान रोहित शर्मा (kaif on Rohit Sharma) को लेकर ऐसा कड़वा सच बोल दिया है, जो उनके और चाहने वालों के लिए सच भी साबित हो सकता है. कैफ ने कहा है कि अब यहां से को रोहित शर्मा के प्रदर्शन का नया पैमाना बनाने किए बहुत ही ज्यादा मुश्किल होगी. कैफ ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा, 'इसमें कोई दो राय नहीं कि रोहित वनडे इतिहास के सबसे कामयाब ओपर बल्लेबाजों में से एक हैं. रोहित से प्रदर्शन में नियमितता की उम्मीद करना बेकार है. प्रदर्शन में नियमितता वह बात है, जो कोहली की निशानी रही है.' कोहली और रोहित दोनों ही चैंपियंस ट्रॉफी के करीब सात महीने बाद ऑस्ट्रेलिया में इस महीने वनडे सीरीज में वापसी करेंगे.
पूर्व बल्लेबाज बोले, 'लोग कह रहे हैं कि वापसी पर कोहली का आंकलन किया जाएगा लेकिन मेरा यह मानना है कि यह बात रोहित पर लागू होगी. रोहित अब कप्तानी नहीं कर रहे हैं और जिस अंदाज में वह पिछले कई सालों से बल्लेबाजी कर रहे हैं, वह अलग तरह का रहा है.' कैफ ने कहा, 'वह शुरुआती मैचों में 20 या 30 रन बनाते हैं, लेकिन जब बड़ा मैच आता है, तो एकदम से 70-80 रन की पारी खेल देते हैं. मैच जिताऊ पारी और कुछ ऐसे ही उनके करियर की दसा रही है. वह नियमित रूप से कभी रन नहीं बनाते.'
अपने समय के दिग्गज फील्डर ने कहा, 'कुछ ऐसा ही असर रोहित ने चैंपियंस ट्ऱॉफी में छोड़ा था टूर्नामेंट में कई पारियों में कम स्कोर बनाने के बावजूद रोहित ने न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में विजयी स्कोर का पीछा करने में आतिशी 76 रन की पारी खेली. इस पारी से वह प्लेयर ऑफ द मैच भी बने.' उन्होंने कहा, 'कोहली और रोहित के बीच अंतर यह है कि कोहली अपने साथ नियमितता लेकर आते हैं, जबकि रोहित मैच जिताऊ पारी खेलते हैं. और अगर रोहित ऑस्ट्रेलिया सीरीज में प्लॉप होते हैं, तो फिर अब सेलेक्टरों के लिए खासी मुश्किल होगी. कैफ ने कहा, 'इस सूरत में लोग कहेंगे कि रोहित आउट-ऑफ-फॉर्म हैं, लेकिन अगर आप उनके करियर पर गौर फरमाओगे, तो वह अक्सर दो-तीन पारियों में नाकाम रहते हैं और फिर अगले मुकाबले में मैच जिताऊ पारी खेलते हैं. चैंपियंस ट्रॉफी में भी रोहित ने शुरुआती मैचों में 30-40 रन बनाए और फिर फाइनल में वह प्लेयर ऑफ द मैच बने.'
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