आस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने क्रिकेट आस्ट्रेलिया से आस्ट्रेलिया ए और भारत ए के बीच खेले गए पहले अनौपचारिक टेस्ट के दौरान इस बारे में अधिक जानकारी देने के लिए कहा है कि अंपायरों ने रविवार को मैके में भारत ए द्वारा इस्तेमाल की गई गेंद को क्यों बदल दिया, जिसके कारण विकेटकीपर ईशान किशन और एक ऑन-फील्ड अंपायर के बीच तीखी नोकझोंक हुई.
ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ चार दिवसीय मैच में 224 रन के लक्ष्य का बचाव करते समय भारत ए द्वारा इस्तेमाल की गई गेंद को आखिरी दिन के खेल से पहले बदल दिया गया था, अंपायर शॉन क्रेग ने खेल शुरू होने से पहले मैदान पर भारतीय खिलाड़ियों से कहा था,"जब आप इसे खरोंचेंगे, हम गेंद बदल देंगे." शॉन क्रेग ने आगे कहा था,"अब कोई चर्चा नहीं होगी, चलो खेलते हैं. कोई चर्चा नहीं होगी. आप इस गेंद से खेलेंगे."
भारतीय ए टीम में लंबे समय बाद वापसी करने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन को इस दौरान अंपायर शॉन क्रेग से कहते सुना गया,""एक बहुत ही मूर्खतापूर्ण फैसला है." इसका जवाब देते हुए शॉन क्रेग ने कहा,"माफ करें, आप इस असहमति के लिए रिपोर्ट होंगे. यह अनुचित व्यवहार है. आपके एक्शन के कारण हमने गेंद बदल दी."
इसके बाद दिन के बाकी खेल में ज्यादा कुछ नहीं हुआ क्योंकि कप्तान नाथन मैकस्वीनी और ब्यू वेबस्टर के बीच साझेदारी, जिसे तोड़ने की कोशिश भारत ए कर रही थी, अजेय रही और उन्होंने अपनी टीम को सात विकेट से जीत दिला दी.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने हंगामे के कुछ घंटों बाद एक बयान जारी किया, जिसमें क्रेग के दावों का समर्थन करते हुए भारत और किशन दोनों को बरी कर दिया गया. इसमें कहा गया,"मैच की चौथी पारी में इस्तेमाल की गई गेंद खराब होने के कारण बदल दी गई थी." इस दौरान यह नहीं बताया गया था कि गेंद किस कारण खराब हुई थी. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने आगे लिखा था,"दोनों टीमों के कप्तान और मैनेजर को खेल शुरू होने से पहले निर्णय के बारे में सूचित कर दिया गया था. आगे कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है."
डेविड वार्नर, जिन्हें 2018 न्यूलैंड्स बॉल-टेम्परिंग कांड में उनकी भूमिका के लिए 12 महीने के लिए प्रतिबंधित किया गया था, ने इस विवाद पर कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारत के आगमन से पहले इस घटना को "दबा दिया गया". सिडनी मार्निंग हेराल्ड के अनुसार वार्नर ने कहा, डेविड वॉर्नर ने कहा,"मुझे लगता है कि अंतिम फैसला सीए का है, है ना?" पत्रकारों से बात करते हुए डेविड वॉर्नर ने कहा,"मुझे लगता है कि उन्होंने स्पष्ट रूप से इसे जितनी जल्दी हो सके दबा दिया गया है, यह देखते हुए कि भारत इस गर्मी में यहां आ रहा है."
डेविड वार्नर ने कहा,"लेकिन अगर अंपायरों को लगता है कि कुछ हुआ है, तो मुझे यकीन है कि आगे एक्शन होगा और मुझे लगता है कि अंपायरों या मैच रेफरी को यहां खड़े होकर उन सवालों का जवाब देना चाहिए. मैच रेफरी को बाहर आना चाहिए और अपने स्वयं के कर्मचारियों को संबोधित करना चाहिए, जो अंपायर हैं, और यदि वे अंपायर के निर्णयों पर कायम हैं, तो आपको उसके लिए खड़ा होना होगा." वार्नर ने कहा,"मुझे लगता है कि यह स्पष्ट रूप से एक बयान है जिसे सीए को जारी करने की जरूरत है."
प्राप्त जानकारी के अनुसार गेंद के साथ हुई किसी भी तरह की हरकत का कोई फ़ुटेज उपलब्ध नहीं है. नियमों के अनुसार अगर अंपायर को लगता है कि गेंद के साथ गलत तरह से छेड़छाड़ की गई है तब ऐसी स्थिति में संबंधित टीम पर पांच रन की पेनल्टी लगाई जाती है. हालांकि सीए की खेल शर्तों (प्लेइंग कंडीशंस) में यह भी है कि अगर अंपायर इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हैं कि आख़िर गेंद कैसे क्षतिग्रस्त हुई तब वे बिना पेनल्टी लगाए भी गेंद बदल सकते हैं.
यह भी पढ़ें: David Warner: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए नहीं हुई वापसी, अब इस टीम ने डेविड वॉर्नर को बनाया कप्तान
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं