नई दिल्ली:
वेस्टइंडीज़ में बरमूडा के लिए खेलने वाले ऑलराउंडर केवॉन फुबलर ने आउट दिए जाने पर पहले स्टंप्स और फिर अंपायर की तरफ़ फेंकी गेंद कर गुस्सा निकाला जिसकी वजह से उसपर सात साल का प्रतिबंध लग गया। फुबलर ने पहले कहा था कि अगर उसे आउट दिया गया तो वह विकटों पर अपना गुस्सा निकालेगा, फिर उसने वो कर के भी दिखा दिया। अंपायर ने जब उसे 'लेग बिफोर विकेट' यानि एलबीडबल्यू आउट दिया तो वाक़ई कहे अनुसार विकेट पर अपना गुस्सा निकाला। लेकिन बात यहीं खत्म हो जाती तो शायद इतनी बड़ी ना बनती। इसके बाद उसने अंपायर के साथ बदसुलूकी भी की।
इस पूरे वाक्ये में बड़ी बात ये रही की फुबलर का गुस्सा मैदान छोड़ने के बाद तक जारी रहा। हो सकता था कि उसके खिलाफ़ इतनी कड़ी कार्रवाई और एक्शन ना लिया गया होता अगर उसने मैदान छोड़ने के बाद अंपायर की तरफ़ जानबूझकर गेंद ना फेंकी होती।
नतीजा 7 साल का प्रतिबंध
फुबलर का गुस्सा उसके क्रिकेट करियर पर भारी पड़ गया क्योंकि इस खिलाड़ी को लेवल 4 ऑफ़ेंस का दोषी पाया गया।
बरमूडा के लिए खेलते हुए फुबलर को प्रीमियर डिवीज़न वन के विलो कट्स और बेलीज़ बे के बीच मैच में इस आरोप का दोषी पाया गया। मंगलवार को हुई डिसिप्लीनरी मीटिंग में ये फ़ैसला लिया गया। गौरतलब है कि फ़ुबलर इस सबके बाद भी मैदान पर खेलते रहा और उसने 6.3 ओवर भी इसके बाद फेंके।
इससे पहले भी वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों पर लगता रहा है प्रतिबंध
इससे पहले साउथैम्पटन के कप्तान जनेरो टकर पर एक मैच का निलंबन स्टंप्स को गिराने के लिए लगा था, जब बल्लेबाज़ ने उनकी गेंद पर चौका मारा तो उन्होंने आवेश में स्टंप्स गिरा दिए। 2011 में भी फ़ुबलर को सॉमरसेट क्रिकेट क्लब से बैन कर दिया गया था जब उन्होंने चयनकर्ता मॉली साइमन्स को अपशब्द कहे थे क्योंकि उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया था। बरमूडा ने इससे पहले विकेटकीपर जेसन एंडरसन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था क्योंकि उन्होंने मैदान पर गेंदबाज जॉर्ज ओ ब्रायन के साथ पिछले सीज़न लड़ाई की थी।
इस पूरे वाक्ये में बड़ी बात ये रही की फुबलर का गुस्सा मैदान छोड़ने के बाद तक जारी रहा। हो सकता था कि उसके खिलाफ़ इतनी कड़ी कार्रवाई और एक्शन ना लिया गया होता अगर उसने मैदान छोड़ने के बाद अंपायर की तरफ़ जानबूझकर गेंद ना फेंकी होती।
नतीजा 7 साल का प्रतिबंध
फुबलर का गुस्सा उसके क्रिकेट करियर पर भारी पड़ गया क्योंकि इस खिलाड़ी को लेवल 4 ऑफ़ेंस का दोषी पाया गया।
बरमूडा के लिए खेलते हुए फुबलर को प्रीमियर डिवीज़न वन के विलो कट्स और बेलीज़ बे के बीच मैच में इस आरोप का दोषी पाया गया। मंगलवार को हुई डिसिप्लीनरी मीटिंग में ये फ़ैसला लिया गया। गौरतलब है कि फ़ुबलर इस सबके बाद भी मैदान पर खेलते रहा और उसने 6.3 ओवर भी इसके बाद फेंके।
इससे पहले भी वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों पर लगता रहा है प्रतिबंध
इससे पहले साउथैम्पटन के कप्तान जनेरो टकर पर एक मैच का निलंबन स्टंप्स को गिराने के लिए लगा था, जब बल्लेबाज़ ने उनकी गेंद पर चौका मारा तो उन्होंने आवेश में स्टंप्स गिरा दिए। 2011 में भी फ़ुबलर को सॉमरसेट क्रिकेट क्लब से बैन कर दिया गया था जब उन्होंने चयनकर्ता मॉली साइमन्स को अपशब्द कहे थे क्योंकि उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया था। बरमूडा ने इससे पहले विकेटकीपर जेसन एंडरसन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था क्योंकि उन्होंने मैदान पर गेंदबाज जॉर्ज ओ ब्रायन के साथ पिछले सीज़न लड़ाई की थी।
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