
- चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. पुजारा भारत के महान बल्लेबाजों में से एक रहे हैं.
- पुजारा ने कहा कि वर्तमान भारतीय टीम बहुत प्रतिभाशाली है और इसमें भविष्य के लिए अच्छी संभावनाएं हैं
- पुजारा ने राहुल द्रविड़ को अपना आदर्श माना और उनके साथ खेलने का अनुभव बहुत सीखने वाला बताया है.
Cheteshwar Pujara on Team India Next dependable player: टीम इंडिया के भरोसेमंद नंबर 3 बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर सबको सकते में डाल दिया. सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) से लेकर युवराज सिंह जैसे कई क्रिकेट के दिग्गजों ने कहा कि पुजारा के साथ ही उनके जैसी ब्रैंड की क्रिकेट खेलने वालों का युग ख़त्म हो गया. चेतेश्वर पुजारा ने NDTV इंडिया से EXCLUSIVE बात करते हुए कप्तान शुभमन गिल और मौजूदा टीम इंडिया पर भी खुलकर बात की और कहा कि इस टीम में बहुत संभावना है.. (Cheteshwar Pujara Interview on NDTV)
वहीं, इंटरव्यू में पुजारा से जब पूछा गया कि आपके बाद अब टीम इंडिया का अगला अगला मिस्टर भरोसेमंद बल्लेबाज कौन होगा. इस सवाल पर रिएक्ट करते हुए पुजारा ने कहा, " मैं किसी भी खिलाड़ी पर कोई दबाव नहीं डालना चाहता, इसलिए मैं किसी एक खिलाड़ी को नहीं चुनूंगा. लेकिन यह युवा भारतीय टीम बहुत ही प्रतिभाशाली है. हमने हाल ही में इंग्लैंड में नतीजे देखे हैं, और जिस तरह से सभी खेल रहे हैं मुझे लगता है कि यह एक अद्भुत टेस्ट लाइनअप है क्योंकि हमारे बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं"
पुजारा ने आगे कहा, "हमारे गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, और यहां तक कि ऑलराउंडर भी योगदान दे रहे हैं. इसलिए, यह भारतीय टीम के लिए एक शानदार पल है क्योंकि अगर वे इसी तरह खेलते रहे, न केवल टेस्ट प्रारूप में, बल्कि टी20 और वनडे प्रारूप में भी, तो मुझे लगता है कि भारत के लिए आने वाले कुछ साल शानदार रहेंगे."
इसके अलावा पुजारा ने खुद को 'मिस्टर भरोसेमंद' का टैग दिए जाने पर और राहुल दविड़ से होने वाली तुलना पर भी बात की और इंटरव्यू में बताया "मैं हमेशा राहुल भाई को अपना आदर्श मानता था, मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है. इसलिए, जब मुझे तीसरे नंबर पर उतारा गया, तो मैंने कभी अपनी तुलना राहुल भाई से नहीं की. मैं हमेशा उनके साथ खेलना चाहता था. और जब मैंने वास्तव में डेब्यू किया, तो मैं उनके साथ खेल रहा था. मुझे न केवल राहुल भाई से, बल्कि भारतीय टीम के कुछ महान खिलाड़ियों से भी बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला." (Cheteshwar Pujara on Rahul Dravid)
पुजारा ने आगे कहा, "अगर आप उस भारतीय टीम को देखें, जब मैंने 2010 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था, तो राहुल भाई वहां थे, सचिन तेंदुलकर वहां थे. हमारे पास वीवीएस लक्ष्मण भी थे. उस समय वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर पारी की शुरुआत करते थे. एम.एस. धोनी कप्तान थे. ज़हीर खान, हरभजन सिंह.. भारत के कुछ महान खिलाड़ी उस टीम का हिस्सा थे. हो सकता है कि मैं कुछ और नामों को भूल जाऊं, लेकिन मेरे लिए यह एक शानदार पल था."
भारतीय टेस्ट दिग्गज पुजारे ने अपनी बात आगे ले जाते हुए कहा, " मैंने कुछ महान खिलाड़ियों के साथ डेब्यू किया, क्योंकि जब आप इसका हिस्सा होते हैं, तो एक युवा खिलाड़ी के रूप में आप बहुत कुछ सीखते हैं, और उस अनुभव ने मुझे मेरी क्रिकेट यात्रा में बहुत कुछ सिखाया है."
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