नई दिल्ली:
इस साल आईपीएल के शुरू में रिकी पोंटिंग से कप्तानी संभालने के बाद मुंबई इंडियन्स को छह महीने के अंदर दो बड़े खिताब दिलाने वाले रोहित शर्मा ने कहा कि भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तरह आगे बढ़कर नेतृत्व करने यानि खुद अच्छा प्रदर्शन करने से उन्हें सफलता मिली।
आईपीएल छह के चैंपियन मुंबई इंडियन्स ने रविवार रात दिल्ली में चैंपियन्स लीग के फाइनल में राजस्थान रॉयल्स को 33 रन से हराकर दूसरी बार इस टी-20 टूर्नामेंट का खिताब जीता। इस तरह से वह सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट के छोटे प्रारूप से स्वर्णिम विदाई देने में सफल रहा।
रोहित ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘कप्तान के लिए बेहद महत्वपूर्ण है कि वह आगे बढ़कर नेतृत्व करे। मेरे लिए इसका मतलब बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर उतरने पर अपनी टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचाना है। मुझे खुशी है कि टीम के मेरे साथियों ने मुश्किल समय में मेरा पूरा साथ दिया। इसलिए टीम की अगुवाई करना कोई समस्या नहीं थी। यदि आप धोनी को देखो तो उन्होंने कई बार ऐसा किया है।’
उन्होंने इसके साथ ही सहयोगी स्टाफ विशेषकर कोच जान राइट, अनिल कुंबले, रोबिन सिंह और जोंटी रोड्स का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने टीम की रणनीति तैयार करने में अहम भूमिका निभायी।
रोहित ने कहा, ‘जब आपके पास बहुत अच्छा सहयोगी स्टाफ हो तो आपका काम आसान हो जाता है। जान राइट ने भारतीय टीम के साथ लंबे समय तक काम किया और भारतीय मानसिकता जानते हैं और समझते हैं कि यहां कैसे काम करना है। उनके साथ काम करना आसान रहता है। इसके अलावा अनिल कुंबले, रोबिन सिंह और जोंटी रोड्स ने पर्दे के पीछे रहकर रणनीति तैयार करने में अहम भूमिका निभायी। बेशक मैदान पर मुझे फैसले लेने पड़ते हैं लेकिन उन्होंने बहुत मदद की।’
रोहित ने मैन ऑफ द मैच हरभजन सिंह की भी जमकर तारीफ की जिन्होंने तब चार महत्वपूर्ण विकेट लिये, जबकि राजस्थान 203 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक विकेट पर 117 रन बनाकर बहुत अच्छी स्थिति में दिख रहा था। राजस्थान की टीम 169 रन पर आउट हो गई तथा हरभजन ने शेन वाटसन, अजिंक्य रहाणे, स्टुअर्ट बिन्नी और केवोन कूपर के विकेट लेकर टीम को वापसी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मुंबई इंडियन्स के कप्तान ने कहा, ‘वह (हरभजन) मैच विजेता है। उन्होंने मैच में हमें वापसी दिलाई। मैं उनकी हाल की फार्म को लेकर चिंतित नहीं था। मुझे पता कि वह बड़े मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।’
रोहित ने कहा कि रहाणे और संजू सैमसन की दूसरे विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी के बावजूद उनकी टीम मैच में बनी हुई थी। उन्होंने कहा, ‘इस तरह की सपाट पिच पर आप किस भी समय मैच से बाहर नहीं थे। हमने पहले दस ओवर में 60 और आखिरी दस ओवर में 140 से अधिक रन बनाए थे। ओस के कारण बाद में गेंदबाजी करना आसान नहीं था, लेकिन हमें वापसी की उम्मीद थी।’
रोहित ने कहा, ‘इस तहर की बड़े मैच में प्रत्येक ओवर महत्वपूर्ण होता है। हम जानते थे कि वे शुरू में रन बटोरेंगे। यह केवल विकेट मिलने का सवाल था। जैसे ही सैमसन आउट हुआ, हमने वापसी कर दी। हम जानते थे कि 200 रन का लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं है। हमने दबाव बनाया और यह काम कर गया। इसके बाद हमने विकेट निकालने शुरू कर दिए।’
आईपीएल छह के चैंपियन मुंबई इंडियन्स ने रविवार रात दिल्ली में चैंपियन्स लीग के फाइनल में राजस्थान रॉयल्स को 33 रन से हराकर दूसरी बार इस टी-20 टूर्नामेंट का खिताब जीता। इस तरह से वह सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट के छोटे प्रारूप से स्वर्णिम विदाई देने में सफल रहा।
रोहित ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘कप्तान के लिए बेहद महत्वपूर्ण है कि वह आगे बढ़कर नेतृत्व करे। मेरे लिए इसका मतलब बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर उतरने पर अपनी टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचाना है। मुझे खुशी है कि टीम के मेरे साथियों ने मुश्किल समय में मेरा पूरा साथ दिया। इसलिए टीम की अगुवाई करना कोई समस्या नहीं थी। यदि आप धोनी को देखो तो उन्होंने कई बार ऐसा किया है।’
उन्होंने इसके साथ ही सहयोगी स्टाफ विशेषकर कोच जान राइट, अनिल कुंबले, रोबिन सिंह और जोंटी रोड्स का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने टीम की रणनीति तैयार करने में अहम भूमिका निभायी।
रोहित ने कहा, ‘जब आपके पास बहुत अच्छा सहयोगी स्टाफ हो तो आपका काम आसान हो जाता है। जान राइट ने भारतीय टीम के साथ लंबे समय तक काम किया और भारतीय मानसिकता जानते हैं और समझते हैं कि यहां कैसे काम करना है। उनके साथ काम करना आसान रहता है। इसके अलावा अनिल कुंबले, रोबिन सिंह और जोंटी रोड्स ने पर्दे के पीछे रहकर रणनीति तैयार करने में अहम भूमिका निभायी। बेशक मैदान पर मुझे फैसले लेने पड़ते हैं लेकिन उन्होंने बहुत मदद की।’
रोहित ने मैन ऑफ द मैच हरभजन सिंह की भी जमकर तारीफ की जिन्होंने तब चार महत्वपूर्ण विकेट लिये, जबकि राजस्थान 203 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक विकेट पर 117 रन बनाकर बहुत अच्छी स्थिति में दिख रहा था। राजस्थान की टीम 169 रन पर आउट हो गई तथा हरभजन ने शेन वाटसन, अजिंक्य रहाणे, स्टुअर्ट बिन्नी और केवोन कूपर के विकेट लेकर टीम को वापसी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मुंबई इंडियन्स के कप्तान ने कहा, ‘वह (हरभजन) मैच विजेता है। उन्होंने मैच में हमें वापसी दिलाई। मैं उनकी हाल की फार्म को लेकर चिंतित नहीं था। मुझे पता कि वह बड़े मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।’
रोहित ने कहा कि रहाणे और संजू सैमसन की दूसरे विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी के बावजूद उनकी टीम मैच में बनी हुई थी। उन्होंने कहा, ‘इस तरह की सपाट पिच पर आप किस भी समय मैच से बाहर नहीं थे। हमने पहले दस ओवर में 60 और आखिरी दस ओवर में 140 से अधिक रन बनाए थे। ओस के कारण बाद में गेंदबाजी करना आसान नहीं था, लेकिन हमें वापसी की उम्मीद थी।’
रोहित ने कहा, ‘इस तहर की बड़े मैच में प्रत्येक ओवर महत्वपूर्ण होता है। हम जानते थे कि वे शुरू में रन बटोरेंगे। यह केवल विकेट मिलने का सवाल था। जैसे ही सैमसन आउट हुआ, हमने वापसी कर दी। हम जानते थे कि 200 रन का लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं है। हमने दबाव बनाया और यह काम कर गया। इसके बाद हमने विकेट निकालने शुरू कर दिए।’
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